NEET Controversy : चेकिंग के नाम पर हद पार, परीक्षा देने आईं 90% लड़कियों के अंडरगारमेंट्स उतरवा दिए!

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NEET Exam Controversy Girl : NEET परीक्षा से जुड़ी अब तक का सबसे बड़ा विवाद सामने आया है. NEET यानी नेशनल एलेजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट के दौरान केरल के कोल्लम (Kerala Kollam) इलाके में परीक्षा देने आई लड़कियों के अंडरगारमेंट्स (Inner Wear) तक उतरवा दिए गए.

ये दावा किया जा रहा है कि चेकिंग के समय लड़कियों के अंडरगारमेंट में कुछ हुक जैसी चीज मिली थी जिसे लेकर 90 प्रतिशत के अंडरगारमेंट उतरवाकर एक स्टोर रूम में रखवा दिया गया. हालांकि, परीक्षा सेंटर वाले ने ऐसी घटना से इनकार किया है.

इस दावे के बाद लोगों ने तुरंत कार्रवाई की मांग की है. जिस कॉलेज की ये घटना बताई जा रही है कि उसके मैनेजमेंट ने इस घटना से साफ इनकार किया है. वहीं. छात्राओं और उनके परिजनों ने थाने में लिखित शिकायत दे दी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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NEET Exam UnderGarments Controversy : आजतक संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार, NEET परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति देने से पहले छात्राओं को अंडर गारमेंट्स (Girl Undergarments) हटाने के लिए मजबूर किए जाने का मामला केरल के कोल्लम जिले के चादमंगलम का है.

ये एक आईटी यानी सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान से जुड़ा मामला है. इस संस्थान में परीक्षा सेंटर था. यहां हुई इस घटना को लेकर छात्राओं और उनके परिजनों का कहना है कि गर्ल्स स्टूडेंट्स को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया.

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मेटल डिटेक्टर से चेकिंग के दौरान ऐसा होने पर कदम उठाने का दावा

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NEET Exam Controversy : उनका कहना है कि किसी भी एग्जाम में का ड्रेस कोड इनर वियर को हटाने का सुझाव नहीं देता है. वहीं, इस बारे में प्राथमिक निरीक्षण के बाद ये बताया गया कि मेटल डिटेक्टर से चेकिंग के दौरान अंडरवियर (girl Inner Wear) के हुक का पता चला है. इसलिए उसे इसे हटाने के लिए कहा गया था. लगभग 90% छात्राओं को अपने इनर को हटाना पड़ा और इसे एक स्टोर रूम में रखना पड़ा.

कोटा में हिजाब को लेकर हुआ विवाद

इसके अलावा, कोटा के मोदी कॉलेज सेंटर पर 4 मुस्लिम लड़कियों ने हिजाब पहनकर एग्जाम देने के लिए जाने पर गेट पर ही रोके जाने का आरोप लगाया है. पुलिस ने ड्रेसकोड का हवाला देकर हिजाब हटाकर चेहरे दिखाने की बात कही तो छात्राओं ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया.

इसके अलावा ये बताया कि एग्जाम के रूल्स के हिसाब से छात्राओं को फुल आस्तनी के कपड़े पहनकर नहीं परीक्षा सेंटर में नहीं आ सकतीं थीं. अगर ऐसे कोई आता है तो उसके फुल आस्तीन को काटना होगा.

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