Money laundering case: ईडी ने मामले में सोनिया गांधी का बयान दर्ज किया

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Money laundering case: ईडी ने मामले में सोनिया गांधी का बयान दर्ज किया
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Money laundering case: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समाचार पत्र ‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े कथित धनशोधन मामले में मंगलवार को दूसरी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

सोनिया करीब ढाई घंटे चली पूछताछ के बाद दोपहर के भोजन के लिए ईडी के कार्यालय से बाहर निकलीं और उसके बाद फिर कार्यालय पहुंची। सोनिया ‘जेड प्लस’ सुरक्षा घेरे में अपने बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ पूर्वाह्न करीब 11 बजे मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर विद्युत लेन में स्थित संघीय एजेंसी के कार्यालय पहुंची थीं।

प्रियंका ईडी के कार्यालय में ही रुकी रहीं, वहीं राहुल तुरंत वहां से निकल गए। राहुल ने राष्ट्रपति भवन के पास विजय चौक पर प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष दोपहर करीब दो बजे ईडी कार्यालय से निकलीं थी और दोपहर करीब साढ़े तीन बजे दोबारा पहुंचीं।

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अधिकारियों ने बताया कि प्रियंका गांधी ईडी कार्यालय के एक अन्य कमरे में रुकीं, ताकि जरूरत पड़ने पर वह अपनी मां से मिल सकें और उन्हें दवाएं या चिकित्सा सहायता मुहैया करा सकें।

ऐसा माना जा रहा है कि समन के सत्यापन, उपस्थिति पत्र पर हस्ताक्षर करने सहित शुरुआती औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सोनिया गांधी से पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे पूछताछ शुरू की गई।

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सोनिया गांधी (75) से पहली बार 21 जुलाई को मामले में दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी। रायबरेली से लोकसभा सदस्य गांधी ने तब एजेंसी के 28 सवालों के जवाब दिए थे। एजेंसी ने उस समय समाचार पत्र ‘नेशनल हेराल्ड’ और मामले में जांच के दायरे में आने वाली कंपनी ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ के साथ उनकी संलिप्तता के संबंध में पूछताछ की थी।

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सोनिया गांधी से मंगलवार को एजेंसी, समाचार पत्र के कामकाज एवं संचालन, इसके विभिन्न पदाधिकारियों की भूमिका, नेशनल हेराल्ड तथा यंग इंडियन में उनकी और उनके बेटे की भागीदारी पर सवाल पूछ सकती है। एजेंसी सोनिया गांधी के बयान का राहुल गांधी के बयान से मिलान भी करेगी। राहुल से ईडी ने इसी मामले में पांच दिन तक 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।

ईडी कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ का मालिकाना हक रखने वाली ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रहा है। वर्ष 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ के खिलाफ यहां की एक निचली अदालत ने आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था।

ईडी ने पिछले साल के अंत में धन शोधन रोकथाम कानून के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद गांधी परिवार से पूछताछ शुरू की। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और बहुलांश शेयरधारकों में से हैं। अपने बेटे की तरह कांग्रेस अध्यक्ष के पास भी 38 फीसदी हिस्सेदारी है।

कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की है और इसे ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ वाला कदम करार दिया है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं एवं सांसदों ने सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य सांसदों ने संसद भवन से मार्च निकाला तथा वे राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें विजय चौक पर रोक दिया। इसके बाद इन नेताओं ने वहां धरना दिया। कांग्रेस का कहना है कि राहुल को भी हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी राजा हैं और भारत में पुलिस राज है।’’

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