रेप में सजा से बचने के लिए वो मुर्दा बना, बाप ने चिता पर बेटे को लिटा फोटो खींची, सबने सच मान लिया
Bihar Crime : बिहार के भागलपुर में रेप के आरोपी टीचर नीरज मोदी ने खुद को जिंदा रहते हुए मुर्दा साबित कर दिया. चिता बनाई. उसके पिता ने फोटो क्लिक कर कोर्ट में पेश कर दिया. क्राइम की अजीब कहानी.
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Bihar Bhagalpur Crime News : जिंदा को मुर्दा बनाने की ये रियल कहानी (Real Crime Story) है. पर लगेगी पूरी फिल्मी. इसमें एक रेपिस्ट है. उसे सजा से बचाने वाला उसका एक बाप. जिसने खुद जिंदा बेटे की चिता सजाई. बेटे को मरा बताकर उस पर लिटाया. जलाने के लिए लकडियों का बिल बनवाया. फिर चिता पर लेटे हुए बेटे की फोटो क्लिक की. और सबूत के नाम पर पहले पुलिस और फिर कोर्ट में पेश कर दिया.
बिना देखे सुने आंखों पर पट्टी बांधकर जिंदा को मुर्दा बनाने वाले सरकारी अधिकारी. वो पुलिस जिसने मुर्दे के झूठे सर्टिफिकेट को सच मान लिया. आखिर में कानून ने भी सबूतों के आधार पर उसे जिंदा को मुर्दा समझ लिया और केस भी बंद कर दिया. लेकिन उस मां का क्या था. जिसकी बेटी की जिंदगी बर्बाद की गई थी. उसे तो रेपिस्ट को सजा दिलानी थी. एक आरोपी के मौत की कहानी में उस मां को साजिश नजर आई. उसने खुद खोजबीन की. सबूत दिखाए. तब पूरे सरकारी अमले की आंखों से पर्दा हटा.
बेटे को जिंदा से मुर्दा बताकर सजा से बचाने वाले बाप को फर्जीवाडे के केस में सजा हुई. तो अब मुर्दा बन चुके उसके रेपिस्ट बेटे ने भी खुद को जिंदा बताते हुए कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. जानिए बिहार के भागलपुर में रेपिस्ट को बचाने के लिए जिंदा को मुर्दा बनाने की अजीब क्राइम की कहानी...
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बाप बेटे ने मिलकर खुद को मुर्दा बनाने की रची अजीब साजिश
Crime Story : ये सनसनीखेज क्राइम की घटना है बिहार के भागलपुर की. पूरा मामला कुछ ऐसे है. घटना साल 2018 की है. भागलपुर के पीरपैंती के इशीपुर बराहाट इलाके में रहने वाला टीचर नीरज मोदी पर रेप का आरोप लगा. इसने स्कूल की एक नाबालिग छात्रा से रेप किया था. इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ. केस में आरोपी पर कोर्ट में केस चलने लगा. अब केस में सजा होने वाली थी. तभी आरोपी और उसके पिता राजाराम मोदी ने मिलकर फिल्मी और झूठी कहानी रची.
तारीख थी 27 फरवरी 2022. उस दिन बाकायदा चिता तैयार की. बेटे और रेप के आरोपी नीरज मोदी को लिटाया. फिर फोटो क्लिक करके पुलिस और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए अर्जी दे दी. उसके इस आवेदन पर 19 अप्रैल 2022 को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी भी हो गया. एक जिंदा के मुर्दा होने का सर्टिफिकेट पुलिस और कोर्ट में सौंप दिया गया. पुलिस ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं की. तो कोर्ट ने भी सच मान लिया. केस की फाइल भी बंद हो गई. क्योंकि जिसे सजा देनी थी वो ही मर चुका था. तो भला एक मुर्दा को सजा कैसे मिलती. लेकिन वो उस रेप पीडिता लडकी की मां चुप नहीं बैठी. वो खुद जांच करती रहीं
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उस मां ने दावा किया कि आरोपी नीरज मोदी जिंदा है. उसकी मौत का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर कोर्ट में दिया गया है. इस पर बीडीओ ने जांच शुरू की. गांव में एक टीम गई. उसके रिश्तेदारों से पूछताछ हुई. गांव के लोगों से बात हुई. तब पता चला कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है. लोगों को गांव में हुई इस मौत की खबर तक नहीं थी.
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जांच में पता चला कि आरोपी के पिता ने बेटे ने मुर्दा साबित करने के लिए पास के कहलगांव श्मशान से लकडी खरीदी थी. उसकी रसीद भी ली थी. जिसे सबूत के तौर पर पेश किया जाता है. लेकिन मौत कैसे हुई. किसी को मौत की खबर क्यों नहीं हुई. रिश्तेदारों को भी इसकी भनक क्यों नहीं लगी. ये तमाम सवाल थे जो उस पर उठ रहे थे. वहीं, नीरज मोदी अंडरग्राउंड हो चुका था. इससे शक और गहरा गया.
इसके बाद बीडीओ ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले रजिस्ट्रार धर्मेंद्र कुमार को इस केस में रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए. राजाराम मोदी के खिलाफ फर्जीवाडे की एफआईआर हुई. 21 मई 2022 को पीरपैंती बीडीओ के आदेश पर मामला दर्ज हुआ और आरोपी पिता राजाराम मोदी को गिरफ्तार किया गया. उसने सच भी कबूल कर लिया. बताया कि बेटे ने सजा से बचने के लिए साजिश रची थी. उसने उसका साथ दिया था. लेकिन बेटा अभी फरार था. पुलिस ने राजाराम को जेल भेज दिया. अपने ही बेटे को जिंदा से मुर्दा बनाने की जालसाजी के केस में.
अब इस बारे में कोर्ट को जानकारी मिली तो जज ने पुलिस से सवाल पूछे. स्पेशल पॉक्सो कोर्ट के जज लवकुश कुमार ने ईशीपुर बाराहाट थाने के प्रभारी से नीरज मोदी के जिंदा होने या मुर्दा होने की रिपोर्ट मांगी. इस पर थाना प्रभारी बस सिर झुकाकर चुपचाप रह गए. कोई जवाब नहीं दे सके थे.
थाना प्रभारी के चुप्पी साधे जाने पर कोर्ट ने पूछा था कि क्यों नहीं आपके खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस चलाया जाए. इसके बाद नोटिस देकर थाना प्रभारी को 7 सितंबर 2022 तक अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया था. अब ये मामला तूल पकड रहा था और आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग हो रही थी. तभी सोमवार 17 सितंबर 2022 को रेप के आरोपी टीचर नीरज मोदी ने खुद को सरेंडर कर दिया. अब उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
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