Sushant Singh Rajput : मौत वाले दिन सुबह सब ठीक था, फिर ऐसा क्या हुआ? जानिए एक-एक पल की कहानी

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Sushant Singh Rajput : मौत वाले दिन सुबह सब ठीक था, फिर ऐसा क्या हुआ? जानिए एक-एक पल की कहानी
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Sushant Singh Rajput Death Anniversary : सुशांत सिंह राजपूत की मौत (Sushant Singh Death News) वाले दिन आखिर क्या-क्या हुआ था. उस दिन सुबह से सब ठीक था, फिर अचानक ऐसा क्या हुआ और सुशांत सिंह राजपूत की जान चली गई. इस केस में दिशा सालियान (Disha Salian) का नाम क्यों जुड़ा. आखिर सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) क्यों अरेस्ट हुई थी. जानते हैं पूरा मामला...

Sushant Singh Rajput : सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वो तारीख 14 जून 2020. आज से ठीक 2 साल पहले वो वक्त आया और लाखों धड़कनें मानों थम सी गईं हों. उस दिन की शुरुआत मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत के फ्लैट से. मौत से पहले एक दिन की स्थिति कुछ ऐसी थी. सबकुछ पहले की तरह नॉर्मल.

तारीख 13 जून 2020. सुबह करीब 7 बजे ही सुशांत सिंह राजपूत सोकर उठ गए थे. सुबह रोजाना की तरह घर का कुक नीरज डॉगी को टहलाने के लिए बाहर ले गया. वो 9 बजे लौटा. दिन में खाने के लिए सुशांत ने खिचड़ी की बात कही थी. खिचड़ी बनी. सबने वही खाया. फिर रात होती है. जिसके बाद फिर कभी सुशांत सिंह की लाइफ दोबारा रात नहीं आई.

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उस रात सुशांत ने डिनर नहीं किया. वजह क्या थी. नहीं पता. रात में सुशांत ने सिर्फ मैंगो शेक पिया. इसे ही पीकर वो सो गए. उस रात यानी 13 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत के अलावा उनके फ्लैट में 4 लोग और थे. जिसमें सिद्धार्थ पठानी. ये सुशांत सिंह का क्रिएटिव मैनेजर. नीरज जो घर का कुक है. केशव जो घर का हाउस स्टाफ है. इसके अलावा दीपेश सावंत जो डोमेस्टिक हेल्पर है. ये 4 लोग भी घर में मौजूद थे.

14 june 2020 Sushant Singh Rajput death date : अब 14 जून 2020 की सुबह की बात. कुक नीरज ने पुलिस को बताया था कि सुबह 6:30 बजे उठा था. फिर हमेशा की तरह डॉगी को घुमाने चला गया. सुबह करीब 8 बजे घर लौटा था. इसके बाद घर की सफाई करने लगा था. उसी समय सुशांत सिंह उठे थे और कमरे से बाहर आए. उन्होंने ठंडा पानी मांगा था. नीरज ने बताया कि उन्हें पानी दिया तो वो जल्दी से पी गए. फिर सुशांत ने मुझसे कहा कि हॉल साफ हो गया है.

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मैंने कहा हां, तो फिर वह मुस्कुराए और दोबारा अपने रूम में चले गए. फिर सुबह के करीब साढ़े 9 बज रहे थे. घर का दूसरा डोमेस्टिक हेल्पर सुशांत सिंह राजपूत के कमरे में गया. वो खाने के लिए केला, नारियल पानी और जूस ले गया था. केशव ने उस समय बताया था कि सर यानी सुशांत सिंह राजपूत ने सिर्फ नारियल पानी और जूस पीया. लेकिन केला नहीं खाया. सुबह करीब 10:30 बजे के करीब केशव दुबारा सुशांत के कमरे में गया कि वो लंच में क्या खाएंगे. पर वो पूछ नहीं पाया. क्योंकि दरवाजा अंदर से बंद था.

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कई बार दरवाजा खटखटाया पर कोई जवाब नहीं मिला. तब उसे लगा कि सुशांत सो रहे हैं. इसलिए वापस आ गया. इस बात को उसने दीपेश और सिद्धार्थ को बताया. इसके बाद वह भी रूम में गए और दरवाजा खटखटाया. लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इस तरह सभी लोगों ने बारी-बारी से दरवाजा खुलवाया पर कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. फिर सिद्धार्थ ने कॉल किया. सुशांत का फोन भी नहीं रिसीव हुआ.

इसके बाद कमरे की चाबी खोजने लगे. तब चाबी भी नहीं मिली. इसके बाद सुशांत की दीदी नीतू को जानकारी दी गई. इसके बाद लॉक खुलवाने के लिए चाबी बनाने वालों को नंबर निकाल उन्हें फोन किया. दोपहर करीब 1:30 बजे चाबी बनाने वाले 2 युवक आए. दोनों ने काफी देर तक लॉक खोलने की कोशिश की लेकिन दरवाजा नहीं खुला. फिर सिद्धार्थ ने लॉक तोड़ने के लिए कह दिया. दोनों मिकैनिक ने लॉक तोड़ दिया गया. फिर दोनों को 2 हजार रुपये देकर फ्लैट से लौटा दिया गया. उन दोनों को अंदर नहीं जाने दिया गया था.

अब करीब दोपहर के 2 बजने वाले थे. सुशांत के कमरे में घुसते ही देखा कि वो फंदे से लटक रहे हैं. हरे रंग का फंदा लटका हुआ था. चेहरा खिड़की की तरफ था. फिर सिद्धार्थ ने उनकी बहन को फोन किया. बहन मीतू को पूरी जानकारी दी गई. इसके बाद चाकू से फंदे को काटकर उन्हें बेड पर लिटाया गया. उनके पैर बेड से बाहर थे और बाकी शरीर का हिस्सा बेड पर ही था.

उस समय तक उनकी बहन मीतू भी फ्लैट में आ पहुंचीं. रोने लगीं. फिर तुरंत उन्हें बेड पर ठीक से लिटाया गया और सीना दबाकर सांस देने की कोशिश की गई कि अगर जिंदा हों तो सांसें लौट आएं. पर ऐसा नहीं हुआ. उनकी सांसों की डोर हमेशा के लिए टूट चुकी थी.

सुशांत सिंह राजपूत के साथियों ने मुंबई पुलिस को सूचना दी. दोपहर करीब ढाई से 3 बजे के बीच मुंबई पुलिस वहां पहुंची. उसी रात करीब साढ़े 11 बजे उनका पोस्टमॉर्टम किया गया था. 24 जून 2020 को मुंबई पुलिस को 5 डॉक्टरों ने फाइनल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट दी थी. जिसमें दावा किया गया था कि सुशांत के शरीर पर कोई भी स्ट्रगल मार्क्स या फिर कोई बाहरी घाव यानी इंजरी नहीं मिली है. यानी किसी तरह की जोर जबर्दस्ती होने से इनकार किया गया था.

ये मामला मीडिया में तूल पकड़ा. सवाल उठाए जाने लगे. सुशांत की बहन और पुलिस अधिकारी जीजा ने भी सवाल उठाए. आखिरकार 28 जुलाई 2020 को सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और इनके परिवार समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.

इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (ED in Sushant Singh Case) ने भी 30 जुलाई 2020 से जांच शुरू की. ये पता लगाने के लिए कि कहीं पैसों की हेराफेरी या मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा कोई लिंक तो नहीं है. बिहार के सीएम नीतिश कुमार की मांग पर 6 अगस्त 2020 को सीबीआई (CBI) ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की. 27 अगस्त 2020 को एनसीबी ने रिया चक्रवर्ती और अन्ट के खिलाफ ड्रग्स डीलिंग का केस किया. इसके बाद 8 सितंबर 2020 को रिया चक्रवर्ती को एनसीबी ने अरेस्ट कर लिया था.

7 अक्टूबर 2020 को रिया जेल से बाहर आई थी. 12 दिसंबर 2020 को रिया के भाई शौविक को भी जमानत मिल गई थी. लेकिन इन सबके बाद भी पूरी तरह से सुशांत का केस सुलझ नहीं पाया. लोगों के जेहन में तमाम सवाल उठते रहते हैं,

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