खिलौने वाली पिस्तौल दिखाकर किया किडनैप, फिरौती के 50 लाख लेकर फरार, फिर ऐसे हुआ खुलासा

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खिलौने वाली पिस्तौल दिखाकर किया किडनैप, फिरौती के 50 लाख लेकर फरार, फिर ऐसे हुआ खुलासा
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दिल्ली में अपहरण (Delhi Kidnapping) के एक मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. छानबीन के बाद पता चला है कि बीते हफ्ते जिस युवक का अपहरण हुआ था, उस अपहरण को पीड़ित युवक के यहां काम करने वाली एक लड़की ने अंजाम दिया था. इस मामले में कई अन्य लोग भी शामिल थे.

अपहरण का यह मामला सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस ने 70 किलोमीटर के दायरे में फैले 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की. इलाके में मौजूद मोबाइल डाटा की तफ्तीश की. पूरे 1 हफ्ते की तफ्तीश के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस मामले में न सिर्फ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, बल्कि उनके पास से 36 लाख रुपये कैश की रिकवरी भी की. मामले में दिल्ली पुलिस ने गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

इस अपहरण कांड की मास्टरमाइंड रिचा नाम की एक लड़की थी. पुलिस ने इस मामले में रिचा की मां, रिचा के बॉयफ्रेंड और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार किया है. पुलिस उस वक़्त और हैरत में पड़ गई, जब उन्हें पता लगा कि जिस पिस्टल के दम पर अपहरण किया था, दरअसल वो एक खिलौना पिस्टल थी.

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इस पूरे मामले की दिल्ली पुलिस को जानकारी तब लगी, जब पीड़ित पिता ने फिरौती की 50 लाख की रकम जमा कर अपने बेटे को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया था. इसके बाद पीड़ित विकास दिल्ली पुलिस के पास पहुंचे. उन्होंने दिल्ली पुलिस में शिकायत की कि 17 दिसम्बर की सुबह साढ़े सात बजे गाजीपुर फूल मंडी से उनके बेटे किनसुक और उनके बैंक्वेट में फ्लॉवर डेकोरेटर का काम करने वाली महिला रिचा और उनके ड्राइवर का अपहरण कर लिया गया था.

इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने किनसुक के ही मोबाइल से उनके पिता विकास को वाट्सएप कॉल किया और तुरंत एक करोड़ रुपये फिरौती देने के लिए कहा. विकास घबरा गए, उन्होंने किसी तरीके से 50 लाख रुपये का इंतजाम किया और अपहरणकर्ताओं से बात की. बात 50 लाख रुपये में तय हो गई. इस बीच अपहरणकर्ता सुबह 7:30 बजे से लगातार किनसुक की कार में ही पिस्टल लगाकर किनसुक, उसकी मैनेजर रिचा और उसके ड्राइवर को लेकर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घूमते रहे.

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किनसुक के पिता से बात हो जाने के बाद अपहरणकर्ताओं ने उन्हें अशोक विहार इलाके में बुलाया और उनसे मिठाई की दुकान से दो थैलियां खरीदने को कहा. विकास ने जाकर उन दो थैलियों को खरीदा. इसके बाद आरोपियों ने कहा कि वह सारे पैसों को उन दो थैलियों में रख दें.

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करीब 11:30 बजे विकास कार लेकर अशोक विहार पहुंचे और वहां पर विकास की ही कार में दो आरोपी आकर बैठ गए, उन्होंने भी पिस्टल ले रखी थी. विकास के आने के बाद आरोपियों ने विकास का अपहरण कर लिया और विकास के बेटे किनसुक, उनकी मैनेजर रिचा और उनके ड्राइवर को छोड़ दिया. फिर करीब आधे घंटे घुमाने के बाद आरोपी पश्चिम विहार इलाके में विकास की कार से उतर गए और फिर स्कूटी पर बैठकर पैसे लेकर फरार हो गए.

70 किमी के दायरे में खंगाले सीसीटीवी फुटेज

शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत ही एफ आईआरदर्ज कर ली और मामले की जांच में जुट गई. पूर्वी दिल्ली की डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए 3 टीमें बनाई गईं. इसमें से एक टीम का काम 70 किलोमीटर लंबे रास्ते में मौजूद तमाम सीसीटीवी फुटेज के कैमरों की फुटेज को जुटाना था. उनको खंगालना था और आरोपियों की पहचान करनी थी. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने 70 किलोमीटर लंबी रेंज के 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की. उस कार के पूरे रूट को जांचा. इस दौरान टेक्निकल सबूत भी जुटाए और फिर पुलिस को एक आरोपी गुरमीत के बारे में जानकारी मिली.

फ्लॉवर डेकोरेटर रिचा निकली मास्टरमाइंड

सुराग मिलने के बाद पुलिस ने गुरमीत को पकड़ लिया. गुरमीत ने पुलिस को बताया कि दरअसल इस पूरी साजिश की मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि विकास की फ्लॉवर डेकोरेटर रिचा है. पुलिस ने रिचा को भी गिरफ्तार कर लिया. पता लगा कि साजिश में दो और लोग शामिल थे, जिसमें एक रिचा की मां और दूसरा रिचा का दोस्त कमल. पुलिस ने दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया. खास बात ये थी कि जांच के दौरान रिचा पीड़ित बनी रही और पुलिस को उस पर जरा सा भी संदेह नहीं हुआ.

विदेश में सेटल होना चाहती थी रिचा

इसके बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की. इस पूरी साजिश की मुख्य कर्ताधर्ता और सूत्रधार कोई और नहीं, बल्कि विकास के बैंक्वेट हॉल की फ्लावर डेकोरेटर रिचा ही थी. करीब 6 महीने पहले विकास के यहां काम शुरू किया था. रिचा ने पति का काम कोविड के दौरान बंद हो गया था. इसलिए पूरा परिवार आर्थिक तंगी में आ गया था और उनके ऊपर काफी कर्जे भी हो गए थे. इन्हीं कर्ज से छुटकारा पाने के लिए और कहीं विदेश में सेटल होने के लिए रिचा ने इस पूरी साजिश को रचा. रिचा को इस बात का अच्छी तरीके से अंदाजा था कि विकास के दो-दो बैंक्वेट हॉल हैं और वह आसानी से फिरौती की रकम दे सकते हैं.

अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए रिचा ने अपने बॉयफ्रेंड गुरमीत से बात की और गुरमीत को अपनी साजिश में शामिल किया. इसके बाद रिचा ने अपनी मां और अपने दोस्त कमल को भी तैयार कर लिया. इस मामले में आरोपियों के पास से 36 लाख रुपये कैश बरामद कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ में पता लगा है कि बाकी की रकम ऋचा ने उन लोगों को दे दी है, जिनके उस पर उधार बाकी थे.

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