चलती ट्रेन में सीट के नीचे खून से लथपथ मिली महिला कांस्टेबल, शरीर पर केवल शर्ट थी और पैंट गायब
UP Crime News: सरयू एक्सप्रेस में एक महिला हेड कांस्टेबल गंभीर हालत में मिली, महिला कांस्टेबल सीट के नीचे खून से लथपथ थी
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बनबीर सिंह की रिपोर्ट
UP Crime News: सरयू एक्सप्रेस में एक महिला हेड कांस्टेबल गंभीर हालत में मिली, महिला कांस्टेबल सीट के नीचे खून से लथपथ थी. महिला की पैंट भी गायब थी. साथ ही महिला का चेहरा और गर्दन बुरी तरह से कट गया. अभी तक की जानकारी में बताया जा रहा है कि महिला का इलाज चल रहा है.
खून से लथपथ मिली महिला सिपाही
Ayodhya Junction Saryu Express: सरयू एक्सप्रेस में एक महिला हेड कांस्टेबल गंभीर हालत में मिली है. उनके कपड़े कई जगह फटे हुए थे और शरीर पर कई जगह चोट के निशान दिखे. गंभीर हालत में उसे जीआरपी सिपाहियों ने अयोध्या रेलवे स्टेशन पर उतारकर जिला अस्पताल लाया, जहां से उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है.
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महिला की पैंट भी गायब थी
यह महिला कांस्टेबल सुल्तानपुर में तैनात है और अयोध्या मेला ड्यूटी पर थी. वह सरयू एक्सप्रेस से सुल्तानपुर से अयोध्या आ रही थी लेकिन वह अयोध्या से आगे गोंडा जिले के मनकापुर तक कैसे पहुंच गई. वह इस स्थिति में कैसे पहुंचे, वास्तव में उनके साथ क्या हुआ यह अभी भी एक सवाल है. महिला हेड कांस्टेबल अभी भी बेहोश है, इसलिए इन सवालों का जवाब उसके होश में आने के बाद ही मिलने की उम्मीद है.
हेड कांस्टेबल सुमित्रा पटेल की ड्यूटी सुल्तानपुर कोतवाली में है और वह 1998 बैच की कांस्टेबल हैं. उनकी ड्यूटी अयोध्या सावन मेले में थी. बताया जाता है कि वह साकेत एक्सप्रेस से सुल्तानपुर से अयोध्या के लिए निकली थीं. यह ट्रेन मंगलवार रात करीब 11 बजे अयोध्या पहुंची. अब चौंकाने वाली बात जानिए, अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के जीआरपी प्रभारी पप्पू यादव साफ तौर पर बताते हैं कि हेड कांस्टेबल के साथ घटना गोंडा जिले के मनकापुर रेलवे स्टेशन और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच हुई. उनकी मानें तो मनकापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने तक वह सुरक्षित थी.
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जीआरपी प्रभारी पप्पू यादव का कहना है कि मंगलवार की रात ट्रेन अयोध्या के बाद मनकापुर रेलवे स्टेशन पहुंची. वह आगे बताते हैं कि बुधवार सुबह करीब 3.03 बजे साकेत एक्सप्रेस मनकापुर से अयोध्या होते हुए प्रयागराज के लिए रवाना हुई. उनके बारे में ट्रेन में तैनात सुरक्षाकर्मियों को दोपहर 3.43 बजे जानकारी मिली. उस वक्त साकेत एक्सप्रेस अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी. सुबह 3.45 बजे उन्हें स्टेशन पर ट्रेन से उतारकर अस्पताल भेजा गया. जहां से उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। यानी 40 मिनट में मनकापुर और अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच यह घटना घटी.
अब ये अहम सवाल उठता है, जिस पर जांच केंद्रित है...
सबसे अहम सवाल यह है कि वह सुल्तानपुर से ट्रेन में चढ़ने के बाद अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन पर क्यों नहीं उतरीं. जबकि उनकी ड्यूटी सुल्तानपुर कोतवाली में तैनाती स्थल से ही अयोध्या मेले में थी. वह अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के बाद कटरा रेलवे स्टेशन, जहां ट्रेन का आखिरी पड़ाव था, होते हुए मनकापुर क्यों गई? करीब 3 घंटे तक वह मनकापुर में क्या कर रही थी? मनकापुर और कटरा स्टेशन के बीच जंगल का इलाका है. ट्रेन को मनकापुर से अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन ले जाने के 40 मिनट बाद जब यह घटना घटी तो उसमें तैनात सुरक्षाकर्मी क्या कर रहे थे? उसकी चीख उन तक कैसे नहीं पहुंची? इससे भी अहम सवाल यह है कि वह ट्रेन की बर्थ के नीचे कैसे पहुंची और उसके कपड़े कैसे फटकर अलग हो गए.
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पहले भी हो चुकी है जान लेने की कोशिश
हमारी जांच में यह भी पता चला है कि सुमित्रा पटेल की जान लेने की कोशिश की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी उनकी जान लेने की कोशिश की गई थी जिसमें वह किसी तरह बच गईं थीं. जीआरपी कैंट थाने के प्रभारी पप्पू यादव का कहना है कि यह भी जांच का विषय है कि उनके साथ बार-बार ऐसी घटना क्यों हो रही है. हालांकि उनका कहना है कि पहली प्राथमिकता ट्रेन में हुई घटना की जांच है, लेकिन हम इन बिंदुओं पर भी नजर रख रहे हैं. ये घटनाएँ एक-दूसरे से संबंधित हो सकती हैं.
एएसपी जीआरपी पूजा यादव ने बताया आज अयोध्या आ रही सरयू एक्सप्रेस में एक महिला हेड कांस्टेबल घायल अवस्था में मिली. इसकी सूचना मिलने पर जीआरपी द्वारा उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया है. सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है, शीघ्र ही घटना का अनावरण किया जाएगा. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है. इलाज के बाद जांच से पता चलेगा कि वास्तव में क्या हुआ था. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. अभी तक कोई प्रत्यक्षदर्शी सामने नहीं आया है. वह सुल्तानपुर जिले में तैनात हैं और उनकी ड्यूटी अयोध्या मेले में लगी थी. वह ड्यूटी के लिए अयोध्या आ रही थी.
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