महंत नरेंद्र गिरी का मामूली गनर कैसे बना करोड़पति, 40 लाख की कार-2 फ्लैट, जानिए इसकी पूरी कहानी
Up Crime News: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात गनर अजय कुमार सिंह को आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रारंभिक जांच में दोषी पाया गया है.
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Up Crime News: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात गनर अजय कुमार सिंह को आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रारंभिक जांच में दोषी पाया गया है. कर्नलगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है. भ्रष्टाचार निवारण संगठन के इंस्पेक्टर की ओर से कर्नलगंज में अजय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
दरअसल, बलिया के रहने वाले अजय कुमार 10 जुलाई 2005 को कौशांबी पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात हुए थे और 2012 में उनकी तैनाती प्रयागराज में हुई थी. इसके बाद अजय को महंत नरेंद्र गिरि के संरक्षण में रखा गया. अजय का अंदाज और व्यक्तित्व अलग था और कुछ ही दिनों में वह महंत नरेंद्र गिरि के खास बन गये. लेकिन 20 सितंबर 2021 को नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद अजय को कौशांबी में तैनात कर दिया गया. इतना समय बीत जाने के बाद तमाम पुलिस अधिकारी आये और चले गये, कई सिपाहियों का तबादला हो गया लेकिन अजय को कोई हिला नहीं सका.
लग्जरी लाइफ स्टाइल, गले में मोटी चेन, ब्रांडेड कपड़े
अजय को गले में सोने की मोटी चेन, महंगी घड़ियां, ब्रांडेड कपड़े और जूते पहनने का शौक था, जिसकी चर्चा विभाग और लोगों के बीच होती थी. कहा जाता है कि महंत नरेंद्र गिरि के दम पर अजय को तमाम बड़े अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग मिलने लगी. महंत भी अजय पर मेहरबान थे. उस पर वह काफी पैसे भी खर्च करते थे, जिसके चलते अजय अपनी अलग लाइफस्टाइल जीने लगे. लोगों की मानें तो महज 18 साल की नौकरी में अजय करोड़पति बन गए थे.
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