Ayushi Murder: घर से बिना बताए गई घूमने तो बाप ने सीने में मार दी गोली, इस तरह आधी रात में ठिकाने लगाई लाश!
Ayushi Murder Case: दो दिन पहले ही मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर एक लाल सूटकेस मिला था, सूटकेस में एक लड़की की लहूलुहान लाश मिली थी, पुलिस ने खुलासा किया है कि लाश दिल्ली की आयुषि की थी Crime Tak
ADVERTISEMENT
Ayushi Murder Case:18 नवंबर की दोपहर मथुरा (Mathura) की सीमा में यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) माइलस्टोन 108 के किनारे मिली लाश (Deadbody) दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली 22 साल की आयुषी की थी। आयुषि के सीने की लेफ्ट साइड में गोली मारी गई थी। जांच में पता चला था कि शव के सिर, हाथ व पैरों में भी चोटें पाई गईं थीं।
हत्या के इस मामले में मथुरा पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक आयुषि की हत्या एक हॉरर किलिंग है और झूठी शान के लिए आयुषि के पिता ने उसे गोली मार दी। हत्या करने के बाद आयुषी के शव को यमुना एक्प्रेसवे पर फेंक दिया था।
दरअसल शव मिलने का बाद मथुरा पुलिस की 8 टीमें हत्या की जांच में जुटी थीं। जांच के दौरान पुलिस की सबसे बड़ी मुश्किल थी कि शव की शिनाख्त कैसे की जाए। लिहाजा पुलिस ने सर्विलांस की टीम की मदद से इलाके के करीब 20 हजार मोबाइल फोन का डंप डाटा ट्रेस किया।
ADVERTISEMENT
इसके अलावा पुलिस ने जेवर, टप्पल, जाबरा, खंदौली टोल के अलावा हाथरस, अलीगढ़ और मथुरा आने जाने वाले रास्तों के 250 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। युवती की शिनाख्त के लिए पुलिस ने दिल्ली एनसीआर, अलीगढ़ और हाथरस में जगह-जगह मृतका के पोस्टर भी लगवाए थे।
शिनाख्त की कोशिशो में जुटी पुलिस को खबर मिली कि फरीदाबाद के मोडबंद थाना बदरपुर से एक 22-23 साल की लड़की कहीं गायब है। जिसके बाद मथुरा पुलिस की टीमों ने दिल्ली के बदरपुर की रुख किया। यहां पता चला कि 18 तारीख से नीतेश यादव की बेटी आयुषी कहीं गायब है। पुलिस को नीतेश यादव के घर आयुषी की मां ब्रजबाला और भाई आयुष मिले जिन्हे अपने साथ लेकर मथुरा पोस्टमार्टम हाउस पहुंची।
ADVERTISEMENT
शव की शिनाख्त कराई गई तो पता चला कि शव उनकी बेटी आयुषि का ही है। यह परिवार मूल रूप से यूपी के देवरिया का रहने वाला है। शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने आयुषी के पिता नितेश यादव और मां बृजबाला को हिरासत में ले लिया है।
ADVERTISEMENT
शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि आयुषी एक दिन पहले घर से कहीं घूमने चली गई थी और उसने यह बात परिजनों से छुपाए रखी। घर वापस आने पर पिता नितेश यादव ने लड़की से पूछताछ शुरु की और आवेश में आकर उसके सीने में गोली मार दी। हत्या के बाद आयुषी के शव को एक लाल साड़ी व कंबल में लपेटकर लाल रंग के सूटकेस में भर दिया। आधी रात के सन्नाटे में नितेश ने बेटी की लाश कार में रखी और यमुना एक्सप्रेस वे के माइलस्टोन नंबर 108 के पास फेंक दिया।
ADVERTISEMENT