कार बनी देवर भाभी की कब्र, क्वारी नदी का डैम खुला तो निकली कार, 5 महीने बाद कार में मिले देवर भाभी के कंकाल
पुलिस अफसरों ने क्रेन की मदद से इस सफेद रंग की कार को नदी से बाहर निकाला और कार के गेट जैसे ही खोले तो उसमे दो नर कंकाल दिखाई दिए। ये दोनों कंकाल कार की पिछली सीट पर पड़े थे। पुलिस ने फावड़े की मदद से दोनों कंकालों को कार के अंदर से खुरच कर बाहर निकाला।
ADVERTISEMENT
MP News: मुरैना में क्वारी नदी यूं तो खामोशी से बह रही थी। पानी बढ़ रहा था लिहाजा सिंचाई विभाग के अफसरों ने डैम को खोलने का फैसला किया। सिहोनिया इलाके के गोपी गाँव के पास कुंवारी नदी के बांध को जैसे ही खोला गया नदी में डूबी एक कार नजर आई। कार को चारों तरफ से काई और खर पतवार मे ढक रखा था। नदी में कार मिलने की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। नदी पर गांव वालों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस की टीमें भी खबर मिलते ही मौका ए वारदात पर पहुंच गईं।
महीनों से तालाब में डूबी थी कार
पुलिस अफसरों ने क्रेन की मदद से इस सफेद रंग की कार को नदी से बाहर निकाला और कार के जैसे ही गेट खोले तो उसमे दो नर कंकाल दिखाई दिए। ये दोनों कंकाल कार की पिछली सीट पर पड़े थे। पुलिस ने फावड़े की मदद से दोनों कंकालों को कार के अंदर से खुरच के बाहर निकाला। अब चूंकि ये कंकाल थे लिहाजा इनकी शिनाख्त करना मुश्किल हो रहा था। पुलिस टीम ने आस पास के थानों में गुमशुदा लोगों की जानकारी इकट्ठा करना शुरु कर दी। पुलिस ने पता करने की कोशिश की तो पता चला कि अंबाह थाने में फरवरी माह में एक महिला की गुमशुदी दर्ज है। पुलिस टीम ने महिला के पति को बुलवाया तो उसने कपड़ों के आधार पर अपनी पत्नी होने का शक जाहिर किया।
देवर-भाभी का मिला कंकाल
दरअसल मुकेश ने शक जताया कि ये कंकाल उसकी गुमशुदा बीवी मिथिलेश सखवार का हो सकता है। 40 साल की मिथलेश मुकेश के भाई नीरज सखवार यानि अपने देवर के साथ 5 महीने पहले भाग गई थी। परिवार के नाते रिश्ते में देवर भाभी लगते थे। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था। मिथिलेश सखवार को नीरज फरवरी महीने में भगाकर ले गया था। मिथलेश के पति मुकेश ने पत्नी की काफी तलाश की लेकिन जब कहीं कोई अता-पता नहीं चला तो अंबाह पुलिस थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। मुकेश सखवार पेशे से शिक्षक है और वह बाहर नौकरी करता है।
ADVERTISEMENT
देवर भाभी के नाजायज रिश्ते
पुलिस अफसरों का कहना है कि कंकालों की पहचान के लिए दोनों कंकालों को डीएनए परीक्षण के लिए अंबाह समुदाय स्वास्थ केंद्र भेजा गया है। डीएनए के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी कि आखिर ये दोनों कंकाल किसके हैं। चूंकि दोनों की लाश पिछली सीट पर मिली है और देवर भाभी को लेकर भागा था लिहाजा पुलिस इस मामले को कत्ल के एंगल से भी देख रही है। ये हो सकता है कि किसी ने कत्ल के बाद लाश समेत कार को नदी में बहा दिया हो। या फिर ये कार किसी हादसे का शिकार हो गई।
और पढ़ें...
ADVERTISEMENT