NIA एक्शन में, पाकिस्तानियों के साथ मिलकर हथियारों और ड्रग्स की खेप ला रहे हैं श्रीलंकाई
NIA in Action: श्रीलंका के रास्ते भारत में नशे और हथियारों की खेप पहुँचने के सिलसिले में सबसे बड़ी जांच एजेंसी एक्शन में आई और नौ श्रीलंकाई नागरिकों को गिरफ्तार करके बड़े सिंडीकेट का पर्दाफाश किया।
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NIA in Action: भारत में ड्रग्स (Drugs) और हथियारों (Weapon) की खेप का एक और रास्ता सामने आ गया है। भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी (NIA) की तफ्तीश का ताज़ा खुलासा है कि श्रीलंका (Srilanka) के रास्ता शरणार्थियों की शक्ल में छुपे हथियारों और नशे के सौदागर भारत में बड़ी तादाद में खेप को खपाने में लगे हुए हैं। इस सिलसिले में पुलिस ने जब कड़ियों से कड़ियां जोड़ी तो इस जांच एजेंसी के हाथ श्रीलंकाई नागरिक लग गए।
तमिलनाडु में तमिल शरणार्थियों के एक विशेष शिविर से सोमवार को नौ श्रीलंकाई लोगों गिरफ्तार किया गया। इन पर आतंकवादी समूह लिट्टे को पुनर्जीवित करने के लिए अवैध मादक पदार्थों व हथियारों के व्यापार में संलिप्त होने का आरोप है। एनआईए के सूत्रों की तरफ से यह जानकारी दी गई।
Action against Smugglers: एजेंसी के एक प्रवक्ता का कहना है कि श्रीलंका के तस्कर पाकिस्तानी नागरिक के साथ मिलकर श्रीलंका के रास्ते हिन्दुस्तान ड्रग्स की सप्लाई के साथ साथ हथियारों की खेप पहुँचाने में लगे हुए हैं। लेकिन इससे भी खतरनाक बात ये है कि ये लोग श्रीलंका में लगभग खत्म हो चुके LTTE को फिर से ज़िंदा करने में जुटे हैं।
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NIA in News: एनआईए के मुताबिक ये गिरफ्तारियां आठ जुलाई को एजेंसी की तरफ से किए गए स्वत: दर्ज एक मामले के सिलसिले में की गईं। असल में केंद्रीय जांच एजेंसी को खबर मिल गई थी कि दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु में इन दिनों कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखी जा रही है। और सबसे गौर करने वाली बात ये है कि ये तमाम गतिविधियां उन तमाम शिविरों की आड़ में होती दिखाई दी जहां शरणार्थी रह रहे थे।
लिहाजा केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामला दर्ज होने के बाद राज्य के चेन्नई, तिरुपुर, चेंगलपट्टू और तिरुचिरापल्ली जिलों में आरोपियों और संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की गई थी।
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Crime against India: एनआईए अधिकारी ने कहा कि सभी नौ लोगों की गिरफ्तारी त्रिची विशेष शिविर से की गई है, जहां श्रीलंकाई तमिल शरणार्थी रह रहे हैं।
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