खाकी पर रिश्वत भारी : 10 लाख मिलते ही नशे के सौदागर को खुद ही बस में बैठाया इस महिला SHO ने, ऐसे सामने आया सच...
10 लाख की रिश्वत मिलते ही नशे के सौदागर को खुद ही बस में बैठाया इस महिला SHO ने, थानाधिकारी सीमा जाखड़ (SHO Seema Jakhar) सहित चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया, Read crime news Hindi on Crime Tak
ADVERTISEMENT
Rajasthan Crime News: सिरोही जिले की Dashing महिला इंस्पेकटर आज कल अपने कारनामो के चलते काफी चर्चा में चल रही है. कारनामा भी ऐसा जिसे सुनकर आपकी हंसी छूट जाएगी. पुलिस ने एक मामले में मोटी मलाई देखकर अपनी ड्यूटी भुला दी.
डोडा-पोस्त के तस्कर के खिलाफ की गई कार्रवाई में अब पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है. इस कार्रवाई के दौरान बरलूट थानाधिकारी सीमा जाखड़ (SHO Seema Jakhar) और तीन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. आरोप है कि चारों पुलिसकर्मियों ने 10 लाख रुपयों की मोटी रिश्वत राशि लेकर तस्कर को गिरफ्तार नहीं कर फरार दिखाने का सौदा कर लिया.
ऐसे खुली पुलिस की पोल
ADVERTISEMENT
पुलिस की सौदेबाजी का पूरा घटनाक्रम होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया. फुटेज सामने आने पर रिश्वत लेकर तस्कर को भगाने के आरोप में एसपी धर्मेंद्र सिंह ने महिला थानाधिकारी सीमा जाखड़ सहित चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
ADVERTISEMENT
जानकारी के अनुसार घटना बरलूट थाना इलाके में दो दिन पहले सोमवार रात की है. बरलूट पुलिस ने ऊड गांव के पास एक होटल के समीप डोडा पोस्त तस्कर को पकड़ा था. तस्कर के पास दो क्विंटल 10 किलो डोडा पोस्त से भरी गाड़ी पाई थी. लेकिन बाद में तस्कर ने पुलिस के साथ सौदेबाजी की कर ली. पुलिस ने भी मामले में मोटी मलाई देखकर अपनी ड्यूटी भुला दी.
ADVERTISEMENT
सरपंच के जरिये भिजवाई गई दस लाख की रकम
दस लाख रुपये की रकम जालोर जिले के सांचौर इलाके के एक गांव के सरपंच के माध्यम से पुलिस को भिजवाई गई. पुलिस और तस्कर के बीच हुई इस सौदेबाजी का पूरा घटनाक्रम होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. वहीं तस्कर को बस में बिठाकर भागने के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं.
एसपी ने तुरंत लिया कड़ा एक्शन
पूरे घटनाक्रम का जब पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव को पता चला तो उन्होंने तुरंत एक्शन लिया. एसपी यादव खुद तत्काल बरलूट थाना पहुंचे और होटल के सीसीटीवी फुटेज सहित प्रत्यक्षदर्शियों से मामले की जानकारी जुटाई. मामले में थानाधिकारी सीमा जाखड़ और कांस्टेबल ओमप्रकाश, सुरेश और हनुमान की संदिग्ध भूमिका को देखते हुये मंगलवार को चारों को सस्पेंड कर दिया.
तस्कर को बस से फरार कराया और बरामदगी कम दिखाई
जांच पड़ताल में सामने आया है कि पुलिस ने सौदेबाजी करने के बाद तस्कर से बरामद किये गये डोडा-पोस्त की बरामदगी कम दिखाई. इसे दो क्विंटल 10 किलो के मुकाबले केवल 1 क्विंटल 41 किलो दर्शाया गया. बाद में तस्कर को वहां से फरार करा दिया गया. कांस्टेबल ओमप्रकाश थानाधिकारी का खास आदमी बताया जा रहा है. उसी के जरिये ये पूरी डील हुई.
ADVERTISEMENT