ज़मीन की खुदाई में निकली भगवान विष्णु की अतिप्राचीन मूर्ति, वेंकटेश्वर के रूप में प्रकट हुए भगवान विष्णु
MP BIG NEWS: कोलुआ गांव में जमीन से भगवान विष्णु की अतिप्राचीन मूर्ति प्रकट हुई है। भगवान विष्णु की मूर्ति वेंकटेश्वर के रूप में है।
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![ज़मीन की खुदाई में निकली भगवान विष्णु की अतिप्राचीन मूर्ति, वेंकटेश्वर के रूप में प्रकट हुए भगवान विष्णु गाँव में शोर](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/crtak/images/story/202311/1698901831899_photo-output_converted_16x9.jpg?size=948:533)
MP BIG NEWS: एमपी के गुना ज़िले के आरोन तहसील के कोलुआ गांव में मूर्ति प्रकट होने की खबर जैसी ही गांव में फैली वैसे ही लोग दर्शन के लिए खेत की तरफ दौड़ पड़े।
जिस खेत में भगवान विष्णु की दुर्लभ मूर्ति मिली उस खेत के मालिक जसरथ सिंह ने बताया कि जब वो ट्रैक्टर से जुताई कर रहे थे उसी वक्त मूर्ति ट्रैक्टर के पंजे में फंस गई। अचानक तेज आवाज आने से ट्रैक्टर बंद किया और नीचे उतरकर देखा तो बड़ी चट्टान जैसी चीज देखने को मिली। मिट्टी को हटाकर देखा तो अतिप्राचीन पत्थर की मूर्ति प्रकट हुई। मूर्ति को पानी से साफ किया तो भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर अवतार का साक्षात्कार हुआ।
भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर अवतार का साक्षात्कार
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भगवान विष्णु की दुर्लभ मूर्ति लगभग 2 हजार वर्ष पुरानी बताई जा रही है। मूर्ति का आकार लगभग 3 फीट है। भगवान विष्णु वेंकटेश्वर के रूप में हाथ में सुदर्शन चक्र ,पांचजन्य शंख, कौमोदकी गदा और पद्म कमल धारण किये हुए हैं। मूर्ति के चारों ओर देवी देवता विराजमान हैं। मूर्ति के बारे में जब ग्रामीणों को पता चला तो भीड़ उमड़ पड़ी। जयवर्द्धन सिंह भी मूर्ति को देखने कोलुआ गांव पहुंच गए। मूर्ति देखकर जयवर्द्धन सिंह सवाल करने लगे कि आखिरकार प्राचीन होते हुए भी मूर्ति इतनी चमकदार कैसे है !
प्राचीन होते हुए भी मूर्ति इतनी चमकदार
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इतिहासकार व रिटायर्ड प्रोफेसर सतीश चतुर्वेदी बताते हैं कि मूर्ति काले पत्थर से निर्मित है,जो हजारों वर्ष पुराने इतिहास को दर्शाती है। कुछ स्थान पर पत्थर में क्षरण भी हुआ है जो प्राचीनता की झलक दिखाता है। ऐसी प्रतिमाएं ज्यादातर प्राचीन किलों में देखी जाती हैं। ये अपने आप में दुर्लभ प्रतिमा है जिसे संरक्षित करना चाहिए।
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