मुंबई मर्डर का आरोपी बोला- महिला ने आत्महत्या की, मीरा रोड हत्याकांड के अनसुलझे सवाल
Mumbai Murder Case: दिल्ली के श्रद्धा वॉकर मर्डर केस की तरह ही मुंबई के मीरा रोड कांड ने शहर को झकझोर कर रख दिया है.
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Mumbai Murder Case: दिल्ली के श्रद्धा वॉकर मर्डर केस की तरह ही मुंबई के मीरा रोड कांड ने शहर को झकझोर कर रख दिया है. यहां एक 36 वर्षीय महिला की उसके लिव-इन पार्टनर ने कथित तौर पर हत्या कर दी और शव के कई टुकड़े कर दिए. मनोज साने ने जो राज फाश किया उसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई. मुंबई पुलिस कल अहमदनगर के जानकीबाई आप्टे स्कूल में मीरा भायंदर में सरस्वती की हत्या की जांच करने आई थी और स्कूल के प्रिंसिपल किशोर अहिरे और स्कूल के कर्मचारियों से जानकारी ली है.
जानकीबाई आप्टे स्कूल के प्रिंसिपल किशोर अहिरे ने बताया कि सरस्वती अनाथ थी, वह यहां 10वीं तक पढ़ी, इसके बाद उन्होंने कहा, 'हमें नहीं पता, कल जब हमें पता चला कि सरस्वती की हत्या कर दी गई, तो हमें बहुत दुख हुआ. उसे फांसी की सजा होनी चाहिए...
साथ ही स्कूल स्टाफ ने बताया है कि मनोज साने कई बार सरस्वती के साथ स्कूल में दाखिला लेने यहां आया था, जब हमने सरस्वती से पूछा तो वह बताती थी कि मनोज साने उसका मामा है.
अहमदनगर के बालिकाश्रम रोड पर जानकीबाई आप्टे स्कूल है, जहां गरीब और अनाथ बच्चों को मुफ्त में पढ़ाया जाता है. 1995 में सरस्वती ने पढ़ने के लिए इसी स्कूल में दाखिला लिया। यहाँ के शिक्षक उसे बहुत प्यार करते थे। 10वीं पास करने के बाद सरस्वती स्कूल छोड़कर मौसी के यहां चली गई, लेकिन वहां कुछ दिन रहने के बाद वह मुंबई चली गई और वहां तीन साल पहले सरस्वती माने से उसकी जान पहचान हो गई। जानकी बाई आप्टे बालिश्राम स्कूल, अहमदनगर में 10वीं कक्षा में प्रवेश के लिए स्कूल के स्टाफ अनु साल्वे ने माने के साथ ही यह जानकारी दी है.
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आरोपी मनोज साने और मृतका सरस्वती वैद्य की मुलाकात 10 साल पहले बोरीवली की राशन की दुकान में हुई थी, जहां मनोज काम किया करता था. मनोज ने आईटीआई की पढ़ाई की थी. सरस्वती अनाथ थी, तो वहीं मनोज अपने घरवालों से अलग रह रहा था.
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