विधवा से 7 लोगों ने किया गैंगरेप, बारी-बारी से छह घंटों तक बलात्कारियों ने की हैवानियत

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 विधवा से 7 लोगों ने किया गैंगरेप, बारी-बारी से छह घंटों तक बलात्कारियों ने की हैवानियत
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Beed Gang Rape Case: महाराष्ट्र के बीड में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक विधवा के साथ सात लोगों ने आठ साल से अधिक समय तक गैंगरेप किया. इतने लंबे समय तक मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेलने वाली महिला का ये सनसनीखेज मामला जब महाराष्ट्र पुलिस के संज्ञान में आया तो थाने में मौजूद पूरा स्टाफ हैरान रह गया. इसकी एक वजह ये भी थी कि गैंगरेप पीड़िता बदमाशों से इतनी डरी हुई थी कि उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत जुटाने में उसे आठ साल लग गए.

बीड पुलिस ने सात व्यक्तियों के खिलाफ जांच शुरू की है जो जिले में अलग-अलग स्थानों पर बार-बार अकेले या समूहों में अप्राकृतिक कृत्यों में शामिल थे. एक जांच अधिकारी ने कहा कि उन्हें जल्द ही सात को गिरफ्तार करने की उम्मीद है.

7 लोगों ने 8 साल तक विधवा से किया दुष्कर्म

पुलिस के अनुसार, घटना 2014 की है, जब एक 24 वर्षीय विधवा शाम को एक ऑटोरिक्शा में घर जा रही थी, लेकिन बाद में फोन किया तो पता चला कि वह अपना पर्स अपने तिपहिया वाहन में भूल गई है. ड्राइवर ने महिला को अपने घर बुलाया, उसके साथ जबरदस्ती की और इस हरकत को वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया. लेकिन विधवा होने के कारण वह सामाजिक अभिशाप के डर से चुप रही. संदीप पिंगले, एक ऑटोरिक्शा चालक, जिसने बाद में सोशल मीडिया पर उसके एमएमएस को वायरल करने की धमकी दी, बार-बार उसे विभिन्न स्थानों पर बुलाया और उसके साथ बलात्कार किया, उसकी दलीलों और विरोधों को अनदेखा किया.

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कहा जाता है कि पिंगले ने कथित तौर पर 2015 में अपने रिश्तेदार गोरख इंगोले और उसके भाई बालाजी इंगोले को एक वीडियो क्लिप दिखाई थी और दोनों ने विधवा को बार-बार धमकाया, ब्लैकमेल किया और बलात्कार किया. जांच अधिकारी ने कहा कि लगभग 2020 में, गोरख इंगोले उसे अपनी मोटरसाइकिल पर हिवरा की पहाड़ियों में एक धूप वाली जगह पर ले गया, जहां उसके चार अन्य दोस्तों ने बारी-बारी से छह घंटे से अधिक समय तक उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया.

पीड़िता की शिकायत पर माजलगांव पुलिस स्टेशन में केस दर्ज

पुलिस के मुताबिक, यौन उत्पीड़न के बाद महिला के प्राइवेट पार्ट से काफी खून बह रहा था, लेकिन उन्होंने उसकी चीख को अनसुना कर दिया और अपनी हरकत जारी रखी. 2021 में एक बार विधवा गर्भवती हो गई थी और जब उसने यह बात अपने दोषियों को बताई तो गोरख इंगोले उसे जबरदस्ती गर्भपात कराने के लिए क्लिनिक ले गए.
नियमित प्रताड़ना से तंग आकर विधवा ने बीड शहर छोड़ दिया और माजलगाँव में एक रेस्तरां प्रबंधक के रूप में काम करना शुरू कर दिया, लेकिन प्रताड़ना देने वालों ने उसका पीछा करना जारी रखा और अपने शैतानी व्यवहार को जारी रखा. उसने आखिरकार हिम्मत जुटाई और गुरुवार को माजलगांव पुलिस स्टेशन में अपने चौंकाने वाले कष्टों, मानसिक, शारीरिक और यौन हमलों, चोटों और दर्द के बारे में शिकायत दर्ज कराई, जो उसने इतने सालों तक चुपचाप सहा.

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