लखनऊ में Retd IAS अफसर की पत्नी मर्डर केस में घर का भेदी? करीबियों पर गहराया शक, कत्ल के पीछे 90 लाख का फ्लैट
ताज्जुब की बात ये भी है कि लूटपाट के इरादे से आए बदमाशों ने मोहनी दूबे के शरीर पर पहने कीमती जेवरात को हाथ तक नहीं लगाया। जिस ज्वेलरी बैग से जेवरात निकालने की बात कही गई उसे बदमाशों ने पानी से भरे टब में डाल दिया। इतना ही नहीं मोहनी दूबे के शरीर को भी पानी से पोछा ताकि कोई फिंगरप्रिंट ना मिले।
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लखनऊ से संतोष शर्मा की रिपोर्ट
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डी एन दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की लूट के बाद हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। 24 घंटे की तस्वीर के बाद पुलिस का परिवार के नजदीकी पर शक गहराता जा रहा है। बदमाशों के घर में फोर्स एंट्री का भी कोई सुराग नहीं मिला है। हैरानी की बात ये है कि बदमाश सीसीटीवी के DVR को निकाल कर जिस कमरे से ले गए उसकी जानकारी भी घरवालों के अलावा किसी को नहीं थी। अमूमन मास्टर बेडरूम में लगी रहने वाली डीवीआर मोहनी दूबे के घर में दूसरे कमरे के टीवी से अटैच थी।
रिटायर्ड IAS की पत्नी का कत्ल
यही वजह है कि पुलिस को शक हो रहा है कि किसी अपने ने विश्वासघात कर हत्या की और फिर गुमराह करने के लिए वारदात को लूट का रूप दिया।ताज्जुब की बात ये भी है कि लूटपाट के इरादे से आए बदमाशों ने मोहनी दूबे के शरीर पर पहने कीमती जेवरात को हाथ तक नहीं लगाया। जिस ज्वेलरी बैग से जेवरात निकालने की बात कही गई उसे बदमाशों ने पानी से भरे टब में डाल दिया। इतना ही नहीं मोहनी दूबे के शरीर को भी पानी से पोछा ताकि कोई फिंगरप्रिंट ना मिले।
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पानी किसने पोछे पंजों के निशान
लखनऊ पुलिस का किसी अपने का वारदात में शामिल होने की आशंका की कई वजह हैं। बदमाशों को अच्छे से पता था कि देवेंद्र दुबे सुबह करीब 7:00 बजे गोल्फ खेलने जाते हैं। 7 से 7:15 के बीच दूध वाला दूध देकर चला जाता है और घरेलू काम के लिए आने वाली नौकरानी 8 से 8.30 के बीच आ जाती है। शायद यही वजह थी कि जैसे ही दूध वाला दूध देकर घर से बाहर निकला नीली स्कूटी से आए दो लड़के घर के अंदर घुसे दोनों ने हेलमेट लगा रखा था क्योंकि वह जानते थे कि कॉलोनी में सीसीटीवी है और घर के गेट और अंदर एंट्री के बाद भी सीसीटीवी है।
रकम देना नहीं चाहती थीं मोहिनी
फर्स्ट फ्लोर पर रहने वाली मोहनी दूबे किसी के आने पर ही लोहे के चैनल का ताला खोलती थी और वह वापस ताला लगा कर बंद करने की उनकी आदत थी। पुलिस को घर के गेट से लेकर फर्स्ट फ्लोर के चैनल गेट तक फोर्स एंट्री का कोई निशान नहीं मिला है। यानी जो भी आया उसे मोहिनी जानती थी। घर में घुसने के लिए बदमाशों को कोई मशक्कत नहीं करनी पड़ी। एक महीने पहले ही देवेंद्र नाथ दुबे ने मोहिनी दुबे के नाम पर खरीदे गए गोमती नगर में एलडीए की सोसाइटी में छठवें फ्लोर के कीमती फ्लैट को 90 लाख रुपए में बेचा था।
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कहीं 90 लाख तो नहीं हत्या की वजह
इस फ्लैट को बेचने के बाद देवेंद्र नाथ दुबे दूसरा फ्लैट गोमती नगर विस्तार की प्राइवेट सोसाइटी में खरीदने वाले थे। देवेंद्र दुबे उस सोसाइटी में फ्लैट को देख भी आए थे। 90 लाख का फ्लैट बिका है घर में कैश होने की आशंका भी इस वरदात की वजह हो सकती है लेकिन यह जानकारी भी किसी अपने को रही होगी। हालांकि 90 लाख का यह पूरा ट्रांजैक्शन बैंक अकाउंट में हुआ। देवेंद्र नाथ दुबे ने पुलिस को बताया की 90 लाख का पूरा ट्रांजैक्शन तो बैंक अकाउंट में हुआ था घर में कैश रखने की कोई जरूरत नहीं थी। जिस स्कूटी से कथित बदमाश आए थे उसको ट्रेस करने में पुलिस की टीमें काम कर रही हैं। रास्ते के सीसीटीवी से रूट मैप निकाला गया है। इन सबके बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं।
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