Jammu kashmir: जम्मू में मुठभेड़ के बाद MHA अलर्ट, अमित शाह करेंगे हाई लेवल बैठक

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Jammu kashmir: जम्मू में मुठभेड़ के बाद MHA अलर्ट, अमित शाह करेंगे हाई लेवल बैठक
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Jammu kashmir: जम्मू के सिधरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच बुधवार को हुई मुठभेड़ ने गृह मंत्रालय को अलर्ट कर दिया है. आज शाम 4 बजे MHA ने एक अहम बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता खुद गृहमंत्री अमित शाह करेंगे. मीटिंग में CRPF, BSF के अधिकारी  जम्मू कश्मीर के पुलिस अधिकारी, IB चीफ और रॉ चीफ के साथ ही MHA के अधिकारी भी शामिल होंगे.

उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू में आतंकियों के खिलाफ हुए ऑपरेशन के साथ आतंकी गतिविधियों पर बात होगी. इसके अलावा सीमा पर बढ़ती ड्रोन एक्टिविटी, टारगेटेड किलिंग और कश्मीरी पंडितों पर हमले के मामले पर भी चर्चा हो सकती है.

बीते 15 दिन में इंटेलिजेंस एजेंसी ने एक के बाद एक 2 अलर्ट जारी कर जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए तैयबा की साजिश का खुलासा किया है. एजेंसी ने लश्कर के पाकिस्तानी मूल के आतंकियों की जम्मू कश्मीर में मौजूदगी का खुलासा करते हुए आने वाले दिनों में आतंकी हमले की बात कही है.

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बता दें कि बुधवार को जम्मू शहर के बाहरी इलाके सिधरा में आतंकियों और सुरक्षाबल में मुठभेड़ हुई. एडीजीपी जम्मू , मुकेश सिंह ने बताया कि इलाके में 2 से 3 आतंकियों के छिपे होने की खबर थी, जिसके बाद तीन आतंकियों को मार गिराया गया. जब गोलीबारी हुई तब आतंकवादी एक ट्रक में थे. दोनों ओर से गोलीबारी सुबह 8 बजकर 35 मिनट पर पूरी तरह से रुक गई.

मारे गए आतंकवादी का शव बरामद किए गए . मुकेश सिंह ने आगे बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी. इस बीच इलाके में आज सुबह एक संदिग्ध ट्रक दिखाई पड़ा. आम तौर पर ट्रक की मूवमेंट 12 बजे रात के बाद होती है, लेकिन इसे सुबह में देखा गया तो संदेह होने पर ट्रक को रोक कर ड्राइवर को नीचे बुलाया.

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ड्राइवर टॉयलेट जाने के बहाने भाग निकला. इसके बाद ट्रक की चेकिंग के दौरान फायरिंग होने लगी तो सुरक्षाबलों ने इसका जवाब दिया. उनके पास काफी हथियार थे. अभी यह नहीं कहा जा सकता कि वे किस आंतकी संगठन से थे. 

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बता दें कि जम्मू कश्मीर में बीते माह से आतंकियों का सफाया करने के लिए सुरक्षाबल 'ऑपरेशन ऑल आउट' चला रहे हैं. सुरक्षाबलों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर में लोकल रिक्रूटमेंट अब केवल कुछ ही जिलों में हो रहा है वो भी न के बराबर. जम्मू-कश्मीर में जो विदेशी आतंकी मौजूद हैं, उनकी जिंदगी कुछ महीनों की मेहमान है. यही वजह है कि लोकल युवाओं और युवतियों को बड़े आतंकी कमांडर सूचना देने, मदद पहुंचाने के बदले पैसे दे रहे हैं.

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