मां मणिकेश्वर को प्रसन्न करने के लिए बकरों व मुर्गियों की बलि, ओडिशा के कालाहांडी में छतर यात्रा के दौरान दी गई सैकड़ों पशुओं की बलि

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ODISHA BIG NEWS: प्रशासन द्वारा पशु बलि न देने की बार-बार अपील किए जाने के बावजूद, रविवार को यहां वार्षिक ‘छत्तर यात्रा’ के दौरान मां मणिकेश्वर को ‘प्रसन्न’ करने के लिए सैकड़ों बकरों और मुर्गियों की बलि दी गयी ।

वार्षिक दुर्गा पूजा के 8 वें दिन, हर साल प्रत्येक महाअष्टमी को ओडिशा के आदिवासी बहुल कालाहांडी जिला मुख्यालय शहर भवानीपटना में आदिवासी और गैर-आदिवासी दोनों समुदाय के लोग परंपरागत तौर पर पशुओं की बलि देते हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रविवार की सुबह मां मणिकेश्वर की छत्तर यात्रा नामक शोभायात्रा निकलते ही बड़ी संख्या में पशुओं की बलि दी गयी । उन्होंने बताया कि लोगों ने इस अवसर को यादगार बनाने के लिए सैकड़ों कबूतर भी छोड़े।

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कालाहांडी के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट तन्मय कुमार दरवान ने बताया, ‘‘लोगों की धार्मिक भावना सदियों पुरानी है और प्रशासन उन्हें जागरूक करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि बलि दिए जाने वाले जानवरों की संख्या में कमी आई है, लेकिन लोग अब भी इस परंपरा में विश्वास करते हैं। यह धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।’’

भवानीपटना के उप-कलेक्टर विश्वजीत दास ने लोगों से त्यौहार के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है।

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(PTI)

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