सुल्तानपुरी केस में इसलिए उठे पुलिस की थ्योरी पर सवाल, CCTV और चश्मदीद ने बताया आंखों देखा हाल
Kanjhawala Case: वो कातिल बलेनो कार का खौफनाक यूटर्न, एक कुत्ते का इंसानी गोश्त के लिए लपकना और एक चश्मदीद का रात के अंधेरे पर रोशनी डालना सचमुच दिल्ली पुलिस के बेरहम बंदोबस्त का कच्चा चिट्ठा है।
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Delhi Girl Death: बलोने कार (Baleno Car) के अगले पहिए में लड़की फंसी है। यू टर्न लेती बलेनो कार जैसे ही धीमी होती है तो इंसानी गोश्त की गंध एक आवारा कुत्ते को अपनी ओर खींचती है और वो कुत्ता पहिये में फंसी लाश को अपना निवाला बनाने की गरज से कार का पीछा करता है, लेकिन कार यू टर्न लेकर आगे बढ़ जाती है और कुत्ता वहीं खड़ा रहता है।
ये मंज़र उस सीसीटीवी का अहम हिस्सा है जिस सीसीटीवी को देखकर पुलिस अब पूरे वाकये का सच पता लगाने की कोशिश कर रही है।
बलेनो कार के अगले पहिए को गौर से देखने पर उसके पहिये में फंसी लड़की साफ दिख जाती है...
पहला सीसीटीवी फुटेज तड़के 3 बजकर 28 मिनट का है। दूसरा 3 बजकर 34 मिनट का।...ऐसे में ये बात साफ हो जाती हैै कि वो लडकी न जाने कब चीखते चिल्लाते बेजान जिस्म में तब्दील हो गई और कार में सवार हैवानों अपनी कार के पहियों तले उसे दिल्ली के एक इलाके की सड़कों पर घसीटते रहे।
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Delhi Kanjhawala Case: अब इस केस में एक नया ट्विस्ट आ गया है। परिवार ने आरोप लगाया है कि ये निर्भया जैसा कांड है, और लड़की के साथ रेप या गैंगरेप हुआ है।
क्या है सुल्तानपुरी केस का सच? क्यों पुलिस ने जांच से पहले रेप के आरोपों को खारिज कर दिया? क्या पुलिस किसी को बचाना चाहती है? ये तमाम सवाल इस वजह से उठ रहे हैं क्योंकि परिवार के दावे और पुलिस की थ्योरी में कोई मेल नहीं है।
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पहियों में फंसकर मौत के घाट उतरी लड़की का परिवार बेहद गरीब है। घर में मां और चार बहनें हैं, दो छोटे भाई हैं, पिता की मौत हो चुकी है और कमाने वाली अकेली वही लड़की है जिसे 5 हैवानों ने बेरहमी से मार डाला। मां की दोनों किडनी खराब हो चुकी है। ऐसे परिवार की लड़की के साथ दिल दहलाने वाली घटना होती है। लेकिन पुलिस और परिवार के बयान अलग-अलग हैं।
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लड़की की मां ने बताया कि बेटी से आखिरी बार उनकी बात रात 9 बजे हुई। और फिर रात 10 बजे उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
पुलिस अब हरकत में आई है। मगर जब तक केस का पूरा सच सामने नहीं आएगा तब तक उस लड़को इंसाफ नहीं मिलेगा जिसके साथ हुई दरिंदगी ने निर्भया केस की याद दिला दी है।
सीसीटीवी फुटेज इस बात का गवाह है कि देश की राजधानी में ऐसे दरिंदे भी रहते हैं जो कहने को इंसान हैं, मगर उनकी रग-रग में हैवानियत भरी है। जो किसी लड़की की स्कूटी को टक्कर मारने के बाद रुकते नहीं।
यही नहीं जो अपनी कार के नीचे फंसी एक लड़की को 10 से 12 किलोमीटर तक घसीट सकते हैं। उसके शरीर को घसीट-घसीट कर, कुचल-कुचल कर मांस के लोथड़े में बदल सकते हैं।
इतना ही नहीं, जब उसके कपड़े फट जाते हैं, चमड़ी उतर जाती है, शरीर मांस का ढेर रह जाता है तो उसे छोड़कर भाग निकलते हैं।
Delhi Kanjhawala Case: मगर उनकी हैवानियत का गवाह सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरा नहीं था। दीपक नाम का एक शख्स भी था जिसने पुलिस को इस वीभत्स घटना के बारे में बताया।
बलेनो कार जिसमें वो 5 लड़के सवार थे। DL 8C AY 6414 नंबर की ये कार सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। कमरे में समय तड़के 3 बजकर 28 मिनट का है और तारीख 1 जनवरी 2023...यानी नए साल के पहले ही दिन दिल्ली की सड़कों पर हैविनयत हो रही थी।
चश्मदीद दीपक की मानें तो उसने न केवल पुलिस को फोन किया बल्कि कार के पीछे बेगमपुर तक गया लेकिन पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस वाले होश में नहीं थे।
दीपक के मुताबिक कार सवार लड़के लड़के शव को कार के साथ घसीटते रहे और जब बॉडी कार से अलग हो गई तब उसे छोड़कर भाग निकले।
वहीं दिल्ली आउटर जिले के डीसीपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक करीब 3 बजे पुलिस को इस घटना की पीसीआर कॉल मिली थी। वो स्कूटी जिसे बलेनो कार ने टक्कर मारी और फिर इस पर सवार लड़की जब सड़क पर गिरी तो उसे 12 किलोमीटर तक घसीटते रहे और जब लाश कार से अलग हुई तो उसे छोड़कर भाग निकले।
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