Delhi crime: बच्चों की तस्करी का गैंग चला रहा था डॉक्टर, तीन महिलाओं समेत गिरफ्तार
Delhi News: दिल्ली पुलिस ने बच्चों की तस्करी करने वाले गैंग का खुलासा किया है, पुलिस ने अस्पताल के मालिक और तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है, डॉ संजय मलिक बाल तस्करी का रैकेट चला रहा था।
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Delhi Child Trafficking Racket: दिल्ली पुलिस ने मासूम बच्चों की तस्करी (Child Trafficking) करने वाले गैंग (Gang) के सरगना एक अस्पताल (Hospital) के मालिक और उसके साथ तीन महिलाओं (Women) को गिरफ्तार (Arrest) किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने एक बच्ची (Child) को भी रेस्क्यू किया है। ये गैंग बच्चे को बेचने के लिए सौदेबादी कर रहा था। गैंग का सरगना और आरोपी जहांगीरपुरी के संजय ग्लोबल अस्पताल का मालिक है।
पुलिस को इलाके मे बच्चों के खरीद फरोख्त की खबर मिली थी जिसके बाद एक पुलिसकर्मी प्रदीप को बच्चा खरीदने के लिए नि:संतान पिता के रूप में तैनात किया गया। प्रदीप ने बच्चे की खरीद फरोख्त के लिए मधु और सीमा नाम की महिलाओं से संपर्क किया।
जिसके बाद इसके बाद नवजात शिशु को लेकर रुखसाना नाम की एक महिला और एक व्यक्ति जो कि जहांगीरपुरी स्थित संजय ग्लोबल अस्पातल का मालिक डॉ संजय मलिक है वो भी वहां आ गया। फर्जी ग्राहक हेड कांस्टेबल प्रदीप ने बातचीत करते हुए बच्ची का सौदा 1,10,000 रुपये में किया और 10,000 रुपये एडवांस के तौर पर डॉ. संजय मलिक को दे दिए। साथ ही बचे हुए पैसे डिलीवरी पर देने की बात हुई।
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पुलिस को पूछताछ में पता चला कि बच्ची रुखसाना की ही थी। रुखसाना अविवाहित है और करीब 7 महीने की गर्भवती रुखसाना प्रेमी के छोड़ने पर गर्भपात के लिए संजय ग्लोबल अस्पताल, जहांगीर पुरी आई थी। पुलिस अफसरों के मुताबिक डॉ. संजय मलिक ने रुखसाना को बच्चे को बेचने की लिए तैयार किया था और ग्राहक की तलाश शुरु कर दी थी।
आरोपी डॉ संजय मलिक, मधु सैनी और सीमा कुमारी बाल तस्करी का बड़ा रैकेट चला रहे थे। ये विभिन्न अस्पतालों और पैथ लैब्स के जरिए ऐसी लड़कियों की तलाश करते थे, जो गर्भवती हो जाती थीं और बच्चा बैदा नहीं करना चाहती थीं। यह गैंग उन्हें बच्चा पैदा करने के लिए राजी कर लेता था और फिर उन बच्चों को ऐसे विवाहित जोड़ों को बेच दिया जाता था जिन्हें बच्चे की जरुरत होती थी।
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