टेरर टोली पर टिकी नज़र, पुलिस ने की PFI की प्लानिंग डीकोड, जेहादी दस्ते के निशाने पर थे ये लोग

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टेरर टोली पर टिकी नज़र, पुलिस ने की PFI की प्लानिंग डीकोड, जेहादी दस्ते के निशाने पर थे ये लोग
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Patna PFI Planning: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) से सटे फुलवारी में राष्ट्रविरोधी (Anti National) गतिविधियों को अंजाम देने वालों की नजर पूरे देश के इस्लाम विरोधियों पर थी. ताजा खुलासे के बाद खुफिया विभाग (Intelligence) में हड़कंप मचा हुआ है. पटना के संगठन का मकसद इतना बड़ा था, जिससे पूरे देश में बवाल हो सकता था.

PFI की प्लानिंग डिकोड होने के बाद पुलिस महकमा चौकस हो गया है. संगठन का मकसद इस्लाम का विरोध करने वालों से बदला लेना था. इसी मकसद से SDPI और PFI की आड़ में गुप्त जिहादी दस्ता तैयार करने के लिए बाकायदा ट्रेनिंग दी जा रही थी.

संगठन की ओर से देशभर के विशेष समुदाय के गुस्सैल और आक्रोशित युवाओं के ब्रेनवाशिंग की पुरी प्लानिंग थी. उन्हें ब्रेनवॉश करके संगठन से जोड़ने का सिलसिला जारी था. इसके लिए सोशल मीडिया के एकाउंट भी संगठन की ओर से खंगाले जा रहे थे. हेट स्पीच और इसके समर्थक विशेष संप्रदाय के युवाओं को कटेगराइज किया जा रहा था. उनसे संपर्क साधा जा रहा था. इन युवाओं को सबसे पहले सोशल मीडिया यानी फेसबुक टि्वटर समेत दूसरे माध्यमों से इस्लाम पर कमेंट या फिर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों को निशाना बनाकर उन पर हमला करना था.

Patna PFI Planning: पटना में गिरफ्तार आरोपी जलालुद्दीन और अतहर के पास से जो सामग्री बरामद हुई है. उससे साफ है कि संगठन का मुख्य उद्देश 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का था. आपको बता दें कि एसडीपीआई और पीएफआई की आड़ में देश विरोधी साजिश का पर्दाफाश बुधवार को हुआ था.

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इन दोनों से पूछताछ के बाद अरमान मलिक को भी गिरफ्तार किया गया है. जो फुलवारी शरीफ इलाके का ही रहने वाला है. जो भी बैठक होती थी उसके लिए फंड का इंतजाम अरमान मलिक ही करता था. पुलिस इन तीनों के संपर्क में रहने वाले 23 दूसरे लोगों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.

पुलिस के मुताबिक इसमें पटना और दरभंगा के अलावा दूसरे राज्यों के लोग शामिल हैं. गिरफ्तार तीनों संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं. फुलवारी थाने में जो केस दर्ज किया गया है.

Patna PFI Planning: पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी का गहन अवलोकन के बाद पता चल रहा है कि संगठन बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ और उसके समर्थन में आए लोगों की लिस्ट तैयार कर रहा था. बदला लेने की मुहिम चलाई जा रही थी. दो जगहों महाराष्ट्र के अमरावती और उदयपुर में इस पर अमल भी किया गया था.

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मुहिम में सक्रिय 23 दूसरे लोगों का नाम भी सामने आया है. पुलिस उनकी गिरफ्तारी में जुटी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन के 1 दिन पहले दिल्ली से इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट पर चार थानों की पुलिस ने फुलवारी शरीफ को नया टोला में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालय में छापेमारी की थी. जांच में यह भी पता चला कि फुलवारी शरीफ स्थित इस कार्यालय में केरल तमिलनाडु जैसे दक्षिण भारत से आकर लोग प्रशिक्षण ले रहे थे.

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