Atiq Ahmed: अतीक के भाई अशरफ के साले सद्दाम पर पुलिस ने कसा शिकंजा, इनाम हुआ घोषित, तलाश में जुटी STF
Atiq Ahmed News: उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उनसे जुड़े लोगों की मुसीबतें खत्म नहीं हो रही हैं.
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Atiq Ahmed News: उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उनसे जुड़े लोगों की मुसीबतें खत्म नहीं हो रही हैं. उत्तर प्रदेश के बरेली सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ से गैर कानूनी ढंग से मुलाकात कराने के मामले में उसके साले सद्दाम पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया है. अशरफ के साले सद्दाम और लल्लागद्दी ने शूटरों समेत कई गुर्गों को गैर कानूनी ढंग से अशरफ से मुलाकात कराई थीं. यहाँ उमेश पाल की हत्या की पूरी कहानी लिखी गई थी.
उमेश पाल की हत्या की साजिश प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई थी और उसके लिए बरेली सेंट्रल जेल से ही ये लोग जिम्मेदार थे. 11 फरवरी को इन सभी लोगों ने जेल में प्रवेश किया था, और अतीक के भाई अशरफ से मुलाकात की थी.
जब उमेश पाल की हत्या हो गई तो पुलिस ने जांच शुरू की और तार बरेली जेल से जुड़े अशरफ के भाई को गिरफ्तार किया. बाद में पुलिस ने मामले में तफ्तीश बढ़ाई और पता चला कि यहां ही उमेश की हत्या की साजिश रची गई थी. उसके बाद सद्दाम, लल्लागद्दी और जेल के अधिकारियों के साथ जेल में सामान पहुंचाने वाले एक टेंपो चालक समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था जो कि बिथरी चैनपुर में थाने में दर्ज किया गया था.
असद का शव प्रयागराज के कसारी और मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया, जब कि गुलाम का शव मेहंदौरी स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया. उधर, अतीक के मोहल्ले चकिया कसारी मसारी का मातम का माहौल था. यहां सारी दुकानें बंद थी. गुलाम के अंतिम संस्कार में उसके पिता ने हिस्सा लिया. उसकी पत्नी सना भी कब्रिस्तान में मौजूद रहीं, जबकि भाई राहिल हसन और अन्य परिजनों ने जनाजे में हिस्सा नहीं लिया. असद और उसके सहयोगी गुलाम को 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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