अमेरिका में 4 भारतीय जिंदा जले, कारपूलिंग के जरिए कर रहे थे ट्रेवल, पिता की पोस्ट से हुआ खुलासा

ADVERTISEMENT

अमेरिका में 4 भारतीय जिंदा जले, कारपूलिंग के जरिए कर रहे थे ट्रेवल, पिता की पोस्ट से हुआ खुलासा
social share
google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

अमेरिका में 4 भारतीयों की दर्दनाक मौत

point

कई सालों से टेक्सास में रह रहे थे

point

ट्रक ने पीछे से मारी SUV को टक्कर

America: अमेरिका के टेक्सास (Texas) में एक सड़क हादसे में 4 भारतियों ने अपनी जान गंवा दी। एक्सिडेंट इतना जबरदस्त था कि जिस SUV में ये सफर कर रहे थे उसमें आग लग गई और इन चारों को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिला। इस हादसे में पांच गाड़ियां आपस में टकराई थीं मगर बदकिस्मती से जिस गाड़ी में ये चारों मौजूद थे आग उसी गाड़ी में लगी और इन चार भारतीयों समेत कुल पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक ये चारों एक कारपूलिंग ऐप (Car Pooling App) के जरिए एक दूसरे से जुड़े थे और हादसे के वक्त Arkansas के Bentonville जा रहे थे। ये भीषण एक्सीडेंट तब हुआ जब एक तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने इनकी कार को पीछे से टक्कर मारी। जिसके बाद गाड़ी में आग लग गई और कार में मौजूद पांचों मुसाफिर आग से बुरी तरह झुलस गए। भारत में रह रहे इन पांचों के परिवार वालों ने अमेरिकी सरकार से मदद मांगी है। फिलहाल सभी लाशों को DNA फिंगरप्रिटिंग के लिए भेजा गया है। 

कारपूलिंग कर रहे 4 भारतीयों की मौत

एक्सिडेंट में जान गंवाने वालों में 4 लोग शामिल हैं जिनकी पहचान दर्शिनी वासुदेवन, आर्यन रघुनाथ ओरमपति, फारूख शेख और लोकेश पलाचरला के तौर पर हुई है. इनमें से आर्यन और उसका दोस्त हादसे के वक्त अपने चचेरे भाई से मिलने के बाद घर लौट रहे थे। जबकि लोकेश पलाचरला अपनी पत्नी से मिलने जा रहे थे। वहीं दर्शिनी अपने चाचा से मिलने बेंटनविले जा रही थीं। ये सभी लोग एक कारपूलिंग ऐप के जरिए एक दूसरे से जुड़े थे जिस वजह से पुलिस को इनकी पहचान करने में मदद मिली। मरने वालों में कुछ अमेरिका में रह कर पढ़ाई कर रहे थे, तो कुछ नौकरी। मगर इस दर्दनाक हादसे के बाद इनके परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। 

कई सालों से टेक्सास में रह रहे थे

मरने वालों में आर्यन नाम के शख्स के पिता सुभाष चंद्र रेड्डी हैदराबाद में मैक्स एग्री जेनेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड फर्म के मालिक हैं। आर्यन ने कोयंबटूर के अमृता विद्यापीठम से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की। तीन महीने पहले मई में ही आर्यन के मां-बाप अपने बेटे के कॉलेज के कॉन्वोकेशन सेरेमनी में अमेरिका आए थे। तब उनकी आर्यन से भारत लौटने को लेकर भी बात हुई थी पर आर्यन ने बताया कि वो 2 साल तक अमेरिका में ही रुक कर काम करना चाहता है। आज उसका परिवार यही सोच रहा है कि काश उनका बेटा उनकी बात मान कर भारत लौट आता तो शायद ये दिन उन्हें न देखना पड़ता।

ADVERTISEMENT

ट्रक ने पीछे से SUV को मारी टक्कर

तमिलनाडु की रहने वाली दर्शिनी टेक्सास के फ्रिस्को में रहती थी। जबकि आर्यन का दोस्त फारुख शेख हैदराबाद का था जो बेंटनविले में रहता था। शेख के पिता ने बताया कि उनका बेटा तीन साल पहले अमेरिका अपनी MS की डिग्री पूरी करने गया था। शेख का परिवार BHEL हैदराबाद में रहता है। शेख की बहन भी अमेरिका में ही रहती है जिसके जरिये उसके परिवार को हादसे की जानकारी मिली। वहीं दर्शिनी वासुदेवन के पिता ने एक्स पर पोस्ट करके  अमेरिकी सरकार से अपनी बेटी को लेकर मदद मांगी। उन्होंने अपनी पोस्ट में भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर को भी टैग कर भारत सरकार से बेटी का शव भारत लाने को लेकर मदद मांगी है।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜