संजीव जीवा मर्डर केस में पहली बार कैमरे पर बोला आरोपी, जेल में आतिफ की दाढ़ी नोंचने की वजह से उतारा मौत के घाट
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Sanjeev Jeeva Murder : माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के शूटर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की लखनऊ में हुई हत्या मामले में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है.
Sanjeev Jeeva Murder : माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के शूटर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की लखनऊ में हुई हत्या मामले में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है.
Sanjeev Jeeva Murder : माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के शूटर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) की लखनऊ में हुई हत्या मामले में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. संजीव जीवा की हत्या के आरोपी विजय यादव ने कबूलानामे में वो वजह बताई है. जिसकी वजह से इस मर्डर को अंजाम दिया गया.
कबूलनामे में आरोपी विजय यादव ने क्या कहा?
संजीव जीवा की हत्या के आरोपी विजय यादव ने कबूलनामे में बताया है कि नेपाल में संजीव जीवा की हत्या क डील हुई थी. इस हत्या को एक कैदी आतिफ के भाई असलम के कहने पर दिया गया. जीवा को मारने के लिए असलम ने 20 लाख की सुपारी दी थी.
दरअसल संजीव जीवा ने लखनऊ की जेल में बंद असलम के भाई आतिफ की दाढ़ी नोंची थी. इसलिए असलम ने भाई आतिफ की बेइज्जती का बदला लेने के लिए विजय को जीवा की सुपारी दी थी और उसके बदले में 20 लाख रुपए देने की डील की थी.
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Gangster Sanjeev Jeeva History : लखनऊ सिविल कोर्ट के बाहर जिस माफिया गैंगस्टर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva Murder) की हत्या हुई वो कभी एक कंपाउंडर हुआ करता था. संजीव का पूरा नाम संजीव माहेश्वरी था (Sanjeev Maheshwari). ये मूलरूप से वेस्टर्न यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला था. इसकी क्राइम की पाठशाला वहीं से शुरु हुई थी जहां ये कभी नौकरी करता था. यानी जिस मेडिकल में ये कंपाउंडर में था उसी दवाखाना के मालिक का ही इसने अपहरण कर लिया था. उसके बाद फिरौती मांगी थी. यहीं से अपराध की दुनिया में आया संजीव जीवा फिर कभी पीछे नहीं मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद ये किडनैपिंग किंग बन गया और फिर माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का खास बन गया था. साल 2021 में संजीव जीवा की पत्नी पायल ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लेटर लिखकर ये आशंका जताई थी कि उनके पति की जान को खतरा है. पायल 2017 में RLD के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी थी. लेकिन हार गई थी.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गैंगस्टर संजीव जीवा पर 27 मुकदमें दर्ज हैं. इनमें से 17 मामलों में वो बरी हो चुका था. इसके गैंग में 3 दर्जन से ज्यादा मेंबर्स हैं. इस संजीव जीवा पर साल 2017 में एक कारोबारी अमित दीक्षित की हत्या का केस लगा था. उसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. उसी समय से लखनऊ जेल में संजीव जीवा बंद था. लेकिन 7 जून 2023 को उसकी गोली मारकर लखनऊ कोर्ट में हत्या कर दी गई.
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