Himachal: कहीं ढहा पुल तो कहीं मंदिर, मंडी के पंचवक्त्र मंदिर ने दिलाई केदारनाथ की याद

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Himachal Pradesh Flood: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के ऊपर आसमान से जो आफत बरस रही है.

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Himachal Pradesh Flood: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के ऊपर आसमान से जो आफत बरस रही है. वो ठीक वैसी ही है, जैसी 10 साल पहले 15-17 जून 2013 को केदारनाथ हादसे के समय थी. हिमाचल प्रदेश के ऊपर तूफानी संगम हो रहा है. ये जानलेवा और खतरनाक मिश्रण है. जिसमें पश्चिमी विक्षोभ, अरब सागर से उठकर राजस्थान से चलकर आती गर्म हवाएं और मॉनसूनी हवाएं मिल रही हैं. इनका घातक मिलन हो रहा है हिमाचल प्रदेश के ऊपर, जैसा केदारनाथ घाटी में एक दशक पहले हुआ था. 

शिमला कालका रेलवे लाइन पर लैंडस्लाइड

Himachal Pradesh Rain : एक अन्य अभियान में होम गार्ड्स ने सोमवार को मनाली में फंसे 20 लोगों को बचाया. अधिकारियों ने बताया कि यूनेस्को धरोहर स्थल शिमला-कालका रेल मार्ग पर भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर पटरियां अवरुद्ध हो गयीं जिसके चलते रेल परिचालन मंगलवार तक निलंबित कर दिया गया है. वहीं, राज्यभर में शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार और मंगलवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है.

सीएम ने जारी किया वीडियो संदेश

CM Himachal Pradesh Rain : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को सुबह एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से अपील की कि वे भारी बारिश में, खासकर नदियों और नालों के पास जाने से बचें और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए अगले 24 घंटे सतर्क रहें। उन्होंने सभी विधायकों से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में रहने और संकट में लोगों की मदद करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संकट में फंसे लोगों की मदद के लिए तीन नंबर जारी किए हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जानकारी दी कि जल शक्ति विभाग की 4,680 परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं जिससे 323.30 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।

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चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ के कारण अवरुद्ध है। शिमला-किन्नौर सड़क भी भूस्खलन और चट्टानें गिरने के कारण यातायात के लिए बंद है। भारी बारिश के कारण हिमाचल सड़क परिवहन निगम के 876 बस मार्ग प्रभावित हुए हैं और 403 बसें विभिन्न स्थानों पर फंस गई हैं। मौके पर मौजूद पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने बताया कि सभी लोग सुरक्षित हैं और उनके लिए भोजन व जरूरी दवाओं की व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सड़क बहाल होने पर उन्हें स्थिति को देखते हुए गंतव्य तक भेजा जाएगा। हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान एक जून से नौ जुलाई तक सामान्य बारिश 160.6 मिलीमीटर होती है, जबकि वर्तमान में 271.5 मिलीमीटर यानी 69 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।

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