Anand Mohan Exclusive: जेल से रिहा हुए बाहुबली आनंद मोहन ने क्यों कहा “डीएम की मौत पर अफसोस है” देखिए कैमरे पर पहली बार क्या बोला डॉन

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Bihar Anand Mohan Controversy: आनंद मोहन ने कहा है कि जो लोग उनके रिहाई पर सवाल उठा रहे हैं दरअसल वो लोग अदालत के आदेश की अवमानना कर रहे हैं।

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Anand Mohan Exclusive Video: रिहाई के बाद बेबाकी से बात करते हुए आनंद मोहन ने कहा कि 2007 में उन्हें सजा दी गई थी। जबकि 2012 में नया एक्ट आ गया था। जिसके चलते उनको  रिहाई दी गई है। आनंद मोहन कहते हैं कि वैसे भी उम्रकैद का मतलब जिंदगी भर जेल नहीं होता है। 

जेल में आचरण अच्छा होने के चलते सजायाफ्ता कैदी को छोड़ा जाता है। डीएम जी. कृष्णैया की के बारे मे पूछे जाने पर आनंनद मोहन ने कहा कि उन्गे उनकी मौत पर अफसोस है। 

 

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सीएम नीतीश कुमार के साथ आनंद मोहन

 

05 दिसम्बर 1994 को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया की भीड़ ने हत्या कर दी थी। दरअसल 4 दिसंबर 1994 को बिहार में कुख्यात गैंगस्टर छोटन शुक्ला की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद लोग प्रशासन से नाराज थे और मुजफ्फरपुर इलाके में विरोध प्रदर्शन चल रहा था। आनंद मोहन पर इल्जाम था कि उन्होने ही भीड़ को उकसाया जिसके चलते डीएम की हत्या की गई। 

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पुलिस ने इस मामले में आनंद मोहन व उनकी पत्नी लवली आनंद समेत 6 लोगों को आरोपी बनाया था। पटना हाईकोर्ट ने आनंद मोहन को फांसी की सजा सुनाई थी जिसे बाद में सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया था।   

 

फाइल फोटो

 

आनंद मोहन की रिहाई पर बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदीने कहा कि आनंद मोहन को लेकर हमारा विरोध नहीं है। आनंद मोहन के साथ सरकार ने 27 दुर्दांत अपराधियों को छोड़ दिया है। इन अपराधियों पर सरकारी सेवकों की हत्या का आरोप हैं। नीतीश सरकार ने इसके लिए संविधान में संशोधन किया गया। सरकार में बैठे लोगचुनाव मेंइसका फायदा लेना चाहते हैं। कानून में बदलाव से बिहार मेंसरकारी कर्मी डरे हुए हैं।

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