UP ELECTION 2022: 'यूपी में गाड़ियां पलटती रहनी चाहिए'
UP ELECTION 2022: 'यूपी में गाड़ियां पलटती रहनी चाहिए'
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जेवर विधानसभा से मनीषा झा, सुप्रतिम बनर्जी, विनोद शिकारपुरी के साथ प्रिवेश पांडे की रिपोर्ट
UP ELECTION 2022: नोएडा के जेवर विधानसभा में क्राइम तक की टीम जैसे ही पहुंची अपनी मन की भड़ास और मन की बात लोगों ने दिल खोल कर की। जेवर की जनता ने क्राइम तक के कैमरे पर जिस तरह की बाते की उसे सुनकर हम भी चौंक गए। लोगों ने कहा कि नोएडा की इस विधानसभा सीट पर ना कभी किसी गैंगस्टर और गुंडे बदमाशों का साया था ना होगा। लेकिन नोएडा में आए बदलाव का जेवर के विस्थापितों ने स्वागत किया और अपनी बात खुलकर कैमरे पर कही।
यहां के लोगों का ये मानना है कि चाहे किसी की भी सरकार बने गुंडों पर चाबुक चलाने का काम कोई नहीं कर सकता है सिवाय योगी बाबा के। बदमाशों की गाड़ी पलटती है तो पलटे और पलटनी भी चाहिए और जिस मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के राज में गाड़ियां नहीं पलटी वो सीएम किसी काम का नहीं। बदमाशों से त्रस्त, ग्रस्त और पस्त नोएडा के लोगों को बदमाशों का एनकाउंटर, उनकी गाड़ियों का पलटना, टांगों में गोलियां लगना भा रहा है, वजह है एक ज़माने में उन दिनों की कसक जब राह चलते मर्डर के ख़तरे और डर के साये में नोएडा के लोग जीते थे।अब वो बड़े गैंगस्टर जेल की सलाखों के पीछे ख़ुद को महफ़ूज़ समझने लगे हैं और लोग भी उनके वहां रहने से ख़ुद को सुरक्षित मानते हैं। तो ऐसे में ज़ाहिर है कि जनता योगी के कार्यकाल पर मुहर लगाते दिख रही है। योगीराज में पहले के म़ुकाबले लोग बताते हैं कि क्राइम रेट कम हुआ है और वो संतुष्ट हैं।
सुरक्षा के मामले में योगी का कोई तोड़ ना बताते हुए जेवर निवासी कहते हैं कि अखिलेश के राज में हम लुट जाया करते थे लेकिन अब पहले के म़ुकाबले महिलाएं बेटियां सुरक्षित हैं और कभी भी किसी भी वक़्त घर की बेटियां बाहर निकल सकती हैं। यूपी में बाबा जी की माया बताते हुए ये भी कहा गया कि बाबा जी की माया है कि गुंडे बदमाश या तो जेल में है या ऊपर हैं। इस बार के चुनाव में ना तो किसी बाहुबली का हस्तक्षेप है और ना ही छाया।
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नोएडा में विकास के नाम पर कई काम हो रहे हैं। फ़िल्म सिटी बनाने से लेकर जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का काम नोएडा में चल रहा है। एयरपोर्ट बनाने के लिए आसपास के गांवो को विस्थापित कर एक अलग गांव बसाया गया ह। इन गांव के लोगों की विचारधारा योगी की विकास की धारा की दिशा में ही बहती नज़र आई। लेकिन विकास, जुर्म, सुरक्षा से इतर विस्थापित गांव के लोगों की एक बड़ी परेशानी क़ब्रिस्तान और शमशान का ना होना भी है।
यहां के लोग बताते हैं कि कम से कम मरने के बाद आखिरी पड़ाव की सुविधा तो होनी ही चाहिए। जिसे पूरा करने की भी मांग वो कर रहे हैं। बहरहाल जेवर विधानसभा क्षेत्र की जनता से ऑफ़ कैमरा और ऑन कैमरा दोनों तरीकों से क्राइम तक की टीम ने बात की। संतुष्टी भी है तो दिल मांगे मोर की स्थिति में भी लोग दिखे और विकास के साथ-साथ सुरक्षा को और पुख़्ता करने की बात कही।
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