बुर्के में भाग रहा था सपा का नेता, अतीक अहमद का करीबी, UP पुलिस ने धर दबोचा
UP News: बमरौली के एक गेस्ट हाउस में हुई हालिया घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक अपराधी पुलिस से बचने के लिए भेष बदल सकता है.
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UP News: बमरौली के एक गेस्ट हाउस में हुई हालिया घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक अपराधी पुलिस से बचने के लिए भेष बदल सकता है. इस मामले में ब्लॉक प्रमुख मोहम्मद मुजफ्फर को बुर्का पहनकर भागने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था. मुजफ्फर को एक बुर्काधारी महिला के भेष में देखकर विवाह समारोह में आए लोग हैरान रह गए. लेकिन पुलिस वालों के चेहरों पर हंसी थी। मुजफ्फर माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) का बेहद करीबी है और कुख्यात गोतस्कर है. वह वर्तमान में कौड़ियार ब्लॉक का ब्लॉक प्रमुख भी है.
कुख्यात अतीक अहमद से करीबी तौर पर जुड़े और पशु तस्करी में शामिल मुजफ्फर का आपराधिक गतिविधियों का इतिहास रहा है. गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने इलाहाबाद उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय से अग्रिम जमानत ले ली थी. लेकिन उसकी आपराधिक गतिविधियां बंद नहीं हुईं जिसको देखकर पुलिस लगातार घेराबंदी कर रही थी.
बताया जा रहा है कि यह घटना रविवार रात बमरौली स्थित एक गेस्ट हाउस में हुई. मो. सोशल मीडिया पर. मुजफ्फर की बुर्के में फोटो भी वायरल हो चुकी है. देर रात बमरौली पुलिस चौकी पर मो. मुजफ्फर के समर्थन में महिलाओं ने भी प्रदर्शन किया. समस्या यह है कि अब तक किसी भी पुलिस अधिकारी ने मोहम्मद मुजफ्फर की गिरफ्तारी और उस घटना की पुष्टि नहीं की है जिसमें उसने बुर्का पहनकर भागने की कोशिश की थी. लेकिन मो. मुजफ्फर की पत्नी शाहिब बेगम ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर अपनी जान बचाने की गुहार लगाई है.
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मो. मुजफ्फर के अहंकार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने योगी सरकार की कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए जेल के अंदर से ही ब्लॉक प्रमुख कौड़िहार का चुनाव जीत लिया. इतना ही नहीं, अतीक अहमद के बेहद करीबी आर्थिक समर्थक और दर्जनों गंभीर अपराधों में गिरफ्तार मुजफ्फर को भी जमानत दे दी गई. इसके बाद 3 जून को उन्होंने ब्लॉक प्रमुख पद की शपथ भी ली.
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