Sidhu Moosewala के हत्यारोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ऐसे जताई फेक एनकाउंटर की आशंका

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Sidhu Moosewala के हत्यारोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने ऐसे जताई फेक एनकाउंटर की आशंका
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Sidhu Moosewala Today News Update : सिद्धू मूसेवाला मर्डर कांड (Moosewala Murder) के साजिशकर्ता गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने फर्जी एनकाउंटर की आशंका जताई है. लॉरेंस बिश्नोई के वकील ने इस बारे में दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में एक याचिका डाली है.

इसमें कहा गया है कि अगर पंजाब पुलिस की कस्टडी में लॉरेंस बिश्नोई को भेजा गया तो उसका फेक एनकाउंटर (Fake Encounter) किया जा सकता है. इस याचिका पर अभी सुनवाई होनी बाकी है. लॉरेंस बिश्नोई के वकील ने ये भी कहा है कि उसे सुरक्षा के लिहाज से तिहाड़ जेल से दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया जाना चाहिए. क्योंकि अगर उसे एक जेल से दूसरी जगह शिफ्ट भी किया जाता है या फिर पुलिस कस्टडी में कहीं ले जाती है तो उसकी जान को खतरा है.

बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई के नाम से फेसबुक पेज पर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली गई थी. लॉरेंस बिश्नोई ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (siddu moosewala Murder) की हत्या के बाद फेसबुक पेज पर ये लिखा था...

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'राम राम भाई सबको...आज जो सिद्धू मूसेवाला का कत्ल (Sidhu Moosewala Murder) हुआ है, उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरा भाई गोल्डी बरार लेता है. लोग हमें...जो भी कहें लेकिन इसने हमारे भाई विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में मदद की थी. हमने अपने भाई का बदला ले लिया है. मैंने इसे जयपुर से कॉल करके कहा था कि तुमने गलत किया है. इसने मुझे कहा था कि मैं किसी की परवाह नहीं करता. तुम जो कर सकते हो कर लो. मैं भी हथियार लोड करके रखता हूं. और आज हमने अपने भाई विक्की का इंसाफ ले लिया है. ये तो अभी शुरुआत है...जो भी इस कत्ल में शामिल थे, वे तैयार रहें...आज हमने सबके भ्रम दूर कर दिए हैं. जय... बलकारी...

Lawrenece Bishnoi : क्राइम की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई के आने की वजह बनी चंडीगढ़ में कॉलेज के दिनों में हुई लड़ाई. असल में कॉलेज यूनियन को लेकर दो गुटों में लड़ाई हुई. दरअसल, दिखने में स्मार्ट. अच्छे पैसे वाला. शरीर से पूरी तरह फिट. इसे देखकर दोस्तों ने उसे कॉलेज में चुनाव लड़ने के लिए तैयार करा लिया. लेकिन लॉरेंस की बचपन की एक आदत रही.

वो जो कुछ करता था बड़ी शिद्दत और प्लानिंग से करता था. अब चुनाव लड़ना था तो उसने पहले एक ग्रुप बनाया. उसका नाम रखा स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी यानी सोपू (SOPU). ये संगठन आज भी है. भले इसे बनाने वाला आज जेल में है.

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तो लॉरेंस बिश्नोई ने पहले संगठन बनाया. उससे छात्रों को जोड़ा और फिर कॉलेज में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा. जीतने के लिए खूब मेहनत की लेकिन नतीजा कुछ और निकला. वो चुनाव हार गया. लेकिन उसे हारने की आदत नहीं थी. लिहाजा, वो इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. गुस्से में उसने रिवॉल्वर खरीद ली.

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Lawrence Bishnoi Hindi : अब जब हाथ में हथियार आ जाए तो फिर ग़ुनाह की दुनिया कब तक दूर रह सकती है, ये कोई नहीं जानता. लॉरेंस के साथ भी ऐसा ही हुआ. और वक़्त जल्द ही आ गया. फरवरी का महीना और साल 2011. एक दिन लॉरेंस बिश्नोई का सामना उसे चुनाव में हराने वाले विरोधी उदय गुट से हुआ.

फिर क्या था. दोनों एक दूसरे के सामने थे. और फिर दोनों में भिड़ंत हो गई. गुस्से में लॉरेंस ने दूसरे गुट पर फायरिंग कर दी. ये पहली बार था, जब लॉरेंस ने फायरिंग की थी. मामला तूल पकड़ा और इधर पुलिस ने केस दर्ज किया.

फरवरी 2011 में लॉरेंस बिश्नोई पर पहली एफआईआर दर्ज हुई थी. इसके बाद तो इस एफआईआर से बचने और दूसरे गुट को सबक सिखाने के लिए उसने एक गैंगस्टर से हाथ मिला लिया. फिर तो वो टी-20 मैच की तरह क्राइम में खेलने लगा और जुर्म की दुनिया में अर्धशतक भी लगा लिया.

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