Lawrence Bishnoi : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की असली कहानी, जिसने जेल से ही मूसेवाला की हत्या की स्क्रिप्ट लिख डाली

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Lawrence Bishnoi Story in Hindi : पंजाबी सिंगर (Punjab Singer) सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने और इसके एक साथी गोल्डी बरार ( Goldy Barar) ने ली है. मूसेवाला पर हमलावरों ने 30 राउंड फायरिंग की थी. मर्डर (Murder) की इस सनसनीखेज घटना को लेकर लॉरेंस बिश्नोई नाम वाले फेसबुक पर हत्या की जिम्मेदारी ली गई है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आज क्राइम की कहानी (Crime Story in Hindi) आखिर ये गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई कौन है. जेल में रहकर भी ये कैसे चलाता है गैंग.

लॉरेंस बिश्नोई की पूरी कहानी से पहले ये जानते हैं कि आखिर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (siddu moosewala Murder) की हत्या के बाद उसके फेसबुक पेज पर क्या कबूलनामा किया गया है.

'राम राम भाई सबको...आज जो सिद्धू मूसेवाला का कत्ल (Sidhu Moosewala Murder) हुआ है, उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरा भाई गोल्डी बरार लेता है. लोग हमें...जो भी कहें लेकिन इसने हमारे भाई विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में मदद की थी. हमने अपने भाई का बदला ले लिया है. मैंने इसे जयपुर से कॉल करके कहा था कि तुमने गलत किया है. इसने मुझे कहा था कि मैं किसी की परवाह नहीं करता. तुम जो कर सकते हो कर लो. मैं भी हथियार लोड करके रखता हूं. और आज हमने अपने भाई विक्की का इंसाफ ले लिया है. ये तो अभी शुरुआत है...जो भी इस कत्ल में शामिल थे, वे तैयार रहें...आज हमने सबके भ्रम दूर कर दिए हैं. जय... बलकारी...

Lawrence bishnoi wikipedia hindi: जैसा लॉरेंस नाम वैसे ही चेहरे पर चमक. चाहे जेल में रहे. या फ़िर पुलिस कस्टडी में. जन्म 22 फरवरी 1992. शहर पंजाब का फजिल्लका. लॉरेंस विश्नोई नाम उसकी मां ने रखा था. इस नाम के पीछे एक वजह भी थी.

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क्योंकि वो पैदा होने पर बिल्कुल दूध की तरह सफेद चमक रहा था. लॉरेंस.. एक क्रिश्चियन नाम है. जिसका मतलब होता है सफेद चमकने वाला. बचपन में जिस तरह से वो स्मार्ट और खेल में दिलचस्पी लेता था, उसे देखकर तो घरवाले यही सोचते थे कि एक ना दिन ये हमारा नाम ज़रूर रोशन करेगा.

लेकिन उन्हें क्या पता था कि नाम रोशन तो करेगा लेकिन खेल की दुनिया में नहीं, बल्कि जरायम की दुनिया में. वो जुर्म जिसके ख़िलाफ कभी उसके पिता हुए करते थे. मां भी विरोध करती थी. क्योंकि पिता ख़ुद एक पुलिसवाले रहे. मां पढ़ी-लिखी. घर में करोड़ों की संपत्ति. लेकिन बेटा एक दिन भटककर जरायम की दुनिया में एंट्री कर जाएगा. शायद ही मां-बाप ने कभी सोचा हो.

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अब इसका जुर्म की दुनिया में सिर्फ़ नाम ही नहीं बल्कि सिक्का जम चुका है. ऐसा सिक्का जिसे हिलाना अब किसी के बस की बात नहीं. क्योंकि उसकी जुर्म की कहानी उसकी उम्र से कई गुना ज्यादा है. इस लॉरेंस बिश्नोई की उम्र तो सिर्फ़ 28 साल है लेकिन अपराध का ग्राफ 50 पार कर चुका है.

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Lawrence Bishnoi Crime Biography in Hindi : लॉरेंस बिश्नोई के पिता लाविंदर सिंह पुलिस कॉन्स्टेबल थे. करोड़ों की जमीन थी. बचपन में बेटे ने जो मांगा वो सबकुछ मिला. उसके महंगे शौक. महंगे कपड़े पहनना आज भी बरकरार है. स्कूल की पढ़ाई फज्जिलका में की.

इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई करने चंडीगढ़ आया. यहां डीएवी कॉलेज में उसका दाखिला होता है. वैसे तो दाखिला पढ़ाई के लिए कॉलेज में हुआ था लेकिन यहीं से वो जुर्म की दुनिया में भी एंट्री कर गया.

Why Lawrence Bishnoi became Criminial gangster : क्राइम की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई के आने की वजह बनी चंडीगढ़ में कॉलेज के दिनों में हुई लड़ाई. असल में कॉलेज यूनियन को लेकर दो गुटों में लड़ाई हुई. दरअसल, दिखने में स्मार्ट. अच्छे पैसे वाला. शरीर से पूरी तरह फिट. इसे देखकर दोस्तों ने उसे कॉलेज में चुनाव लड़ने के लिए तैयार करा लिया. लेकिन लॉरेंस की बचपन की एक आदत रही.

वो जो कुछ करता था बड़ी शिद्दत और प्लानिंग से करता था. अब चुनाव लड़ना था तो उसने पहले एक ग्रुप बनाया. उसका नाम रखा स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी यानी सोपू (SOPU). ये संगठन आज भी है. भले इसे बनाने वाला आज जेल में है.

तो लॉरेंस बिश्नोई ने पहले संगठन बनाया. उससे छात्रों को जोड़ा और फिर कॉलेज में अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा. जीतने के लिए खूब मेहनत की लेकिन नतीजा कुछ और निकला. वो चुनाव हार गया. लेकिन उसे हारने की आदत नहीं थी. लिहाजा, वो इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. गुस्से में उसने रिवॉल्वर खरीद ली.

Lawrence Bishnoi Hindi : अब जब हाथ में हथियार आ जाए तो फिर ग़ुनाह की दुनिया कब तक दूर रह सकती है, ये कोई नहीं जानता. लॉरेंस के साथ भी ऐसा ही हुआ. और वक़्त जल्द ही आ गया. फरवरी का महीना और साल 2011. एक दिन लॉरेंस बिश्नोई का सामना उसे चुनाव में हराने वाले विरोधी उदय गुट से हुआ.

फिर क्या था. दोनों एक दूसरे के सामने थे. और फिर दोनों में भिड़ंत हो गई. गुस्से में लॉरेंस ने दूसरे गुट पर फायरिंग कर दी. ये पहली बार था, जब लॉरेंस ने फायरिंग की थी. मामला तूल पकड़ा और इधर पुलिस ने केस दर्ज किया.

फरवरी 2011 में लॉरेंस बिश्नोई पर पहली एफआईआर दर्ज हुई थी. इसके बाद तो इस एफआईआर से बचने और दूसरे गुट को सबक सिखाने के लिए उसने एक गैंगस्टर से हाथ मिला लिया. फिर तो वो टी-20 मैच की तरह क्राइम में खेलने लगा और जुर्म की दुनिया में अर्धशतक भी लगा लिया.

International Gangster Lawrenece Bishnoi : कहा जाता है कि कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरी (Jaggu Bhagwanpuriya) असल में जुर्म की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई का गुरु है. इसी गैंगस्टर ने लॉरेंस को क्राइम की दुनिया (Crime) के वो पैतरे सिखाए जिनकी बदौलत आज वो इस काली दुनिया का बेताज बादशाह है. ये जग्गू पंजाब के भगवानपुर का रहने वाला है. इसे देश का सबसे अमीर गैंगस्टर कहा जाता है. अब तो जग्गू भी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है.

लेकिन एक वक़्त ऐसा भी था जब पंजाब की राजनीति और अपराध में जग्गू का ना सिर्फ रुतबा था बल्कि उसके नाम से ही हर काम हो जाता था. उसके धनवान होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ साल पहले जग्गू के पास से 2 करोड़ के तो सिर्फ हथियार बरामद हुए थे.

कई गैंगस्टर को मिला खड़ी की काली दुनिया : पुलिस अधिकारी बताते हैं कि लॉरेंस बिश्नोई भले ही एक शख्स हो लेकिन उसकी परछाई में कई गैंगस्टर के चेहरे छुपे हैं. पैसे से पावर बटोरने की कला उसने जग्गू से सीखी और गैंगस्टर नरेश शेट्टी, संपत नेहरा और मर चुके सुक्खा से मिलकर हथियार के दम पर उगाही करने का देश का सबसे बड़ा नेटवर्क भी बना लिया. इसके नेटवर्क में आकर काला जठेड़ी, रिवॉल्वर रानी के नाम से चर्चित लेडी डॉन अनुराधा चौधरी समेत कई गैंगस्टर ने काली दुनिया का साम्राज्य ही खड़ा कर लिया.

यही वजह है कि आज भले ही लॉरेंस बिश्नोई जेल के भीतर हो लेकिन उसके देश के कई राज्यों में 600 से ज्यादा शार्प शूटर हर वक़्त तैनात रहते हैं. बस वॉट्सऐप से एक इशारा और पल भर में किसी का कहीं भी क़त्ल.

ये लॉरेंस बिश्नोई का शातिर दिमाग और तेवर ही है जिसकी बदौलत उसका नेटवर्क कई राज्यों में चल रहा है. वैसे जन्मस्थली और गैंगस्टर के पैतरे तो उसने पंजाब में सीखे लेकिन उसकी हनक ना सिर्फ पंजाब बल्कि राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली- एनसीआर में भी है. आज वो जेल में रहते हुए भी पुलिस के लिए उतना ही सिरदर्द बना है जितना बाहर रहते हुए था.

Lawrence Bishnoi News Hindi : कहा जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई ना सिर्फ देखने में देश का सबसे स्मार्ट गैंगस्टर है बल्कि उसके इरादे भी तेज-तर्रार हैं. यही वज़ह है कि 17 जनवरी 2015 को जब पंजाब पुलिस उसे कोर्ट में पेशी करने जा रही थी तभी वो चकमा देकर भाग निकला.

कहा जाता है कि यहां से भागने के बाद वो नेपाल गया और वहां से आधुनिक हथियार लेकर पंजाब लौटा. लेकिन उसी दौरान 4 मार्च 2015 को वो फिर से पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़ गया. भले ही वो पुलिस की गिरफ्त में आ गया. भले ही वो जेल चला गया लेकिन उसे सुपारी मांगने, गैंग को ऑपरेट करने और क़त्ल कराने से कोई नहीं रोक सका.

वो जेल में ही फोन के ज़रिए अपने गैंग को चलाता रहा. और आज भी ये काम उसका बदस्तूर जारी है. सिर्फ यही नहीं...वो जेल से ही फेसबुक पर फोटो अपलोड करता है. जेल में जिम भी करता है तो तस्वीर फेसबुक पर आ जाती है.

वॉट्सऐप के जरिए जेल से ही सुपारी लेता है. रंगदारी मांगता है. और ये सबकुछ गुपचुप तरीके से नहीं. बल्कि इसका कबूलनामा वो ख़ुद फेसबुक पर करता है. अगर कोई बदमाश लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर किसी से रंगदारी मांगता है तो वो ख़ुद फेसबुक पर मैसेज भेज इसका खंडन भी करता है.

Lawrence Bishnoi Facebook & Instagram Page : अपराध की दुनिया का एकमात्र ये गैंगस्टर है जिसके नाम पर फेसबुक पर 150 से ज्यादा अकाउंट हैं. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई नाम से तो दर्जनों फेसबुक पेज हैं. यही नहीं, कॉलेज के दिनों में बनाए हुए इसके सोपू संगठन नाम से भी कई फेसबुक पेज हैं.

इन फेसबुक पेज को देखने से एक बात तो साफ होती है कि भले ही ये क्राइम की दुनिया में रंगदारी से लेकर कई क़त्ल किए हों लेकिन लड़कियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ या किसी भी तरह की घटना का ये खुलकर विरोध करता है.

ये कहता है कि अगर किसी ने ऐसा किया तो वो उसे छोड़ेगा नहीं. शहीद भगत सिंह का भक्त बताने वाला ये गैंगस्टर हमेशा ख़ुद को क्रांतिकारी बताता है. हालांकि, पुलिस अधिकारी कहते हैं एक या दो फेसबुक अकाउंट ख़ुद लॉरेंस बिश्नोई चलाता है और बाकी फेसबुक पेज व अकाउंट उसके फॉलोवर चलाते हैं.

फिल्म अभिनेता सलमान ख़ान को धमकी देकर आया था चर्चा में : 5 जनवरी 2018 को राजस्थान के जोधपुर में लॉरेंस बिश्नोई की पेशी थी. उसी दौरान उसने फिल्म अभिनेता सलमान खान (Lawrence Bishnoi Salman Khan) को जान से मारने की धमकी दी थी.

उसने सिर्फ धमकी ही नहीं दी थी बल्कि अपने साथी कुख्यात संपत नेहरा को सलमान खान को मारने के लिए भी भेज दिया था. हालांकि, चाक-चौबंद सुरक्षा होने के कारण संपत नेहरा सफल नहीं हो पाया था.

दरअसल, ये बताया जाता है कि गैंगस्टर बिश्नोई समाज से है. उसका बिश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है. और सलमान खान ने काले हिरण का शिकार किया था. बस इसी वजह से लॉरेंस ने सलमान खान को मारने की ही सुपारी ले ली थी.

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