राजस्थान से सुरेश फौजदार की रिपोर्ट
Rajasthan BharatPur Crime News : राजस्थान के भरतपुर में खाप पंचायत (Khap Panchayat) के तुगलकी फरमान से एक परिवार की जीना मुश्किल हो गया. अब इस फरमान से परिवार को ना कोई दुकान वाला राशन दे रहा है और ना कोई खेती के लिए पानी दे रहा है. यही नहीं, इस परिवार के बाल को कोई नाई काटेगा नहीं और ना ही कोई इनसे बात करेगा. इस फरमान की वजह ये है कि बेटे की शादी तय होने के बाद कुछ लोगों के चलते रिश्ता टूट गया. इसे लेकर ही परिवार ने विरोध किया तो झगड़ा हो गया. बस इसी वजह से खाप पंचायत बुलाई गई और जिस परिवार के बेटे का रिश्ता टूटा था उसके खिलाफ ही ये फरमान जारी कर दिया गया.
अब इस मामले में पीड़ित पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज करातेई है. मामला भरतपुर के रुदावल थाना इलाके के गांव रतुआ का है. जहां के रहने वाले 58 वर्षीय अशोक गुर्जर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए 17 ग्रामीणों के खिलाफ झगड़ा करने और खाप पचायत का आयोजन कर परिवार का हुक्का पानी बंद करने का आरोप लगाया है. शिकायत में अशोक गुर्जर ने लिखा है कि मेरे बेटे हंसराम की धौलपुर के गांव फूलपुरा से शादी तय हुई थी. लेकिन गांव के कुछ लोगों ने मेरे बेटे की शादी तुड़वा दी. हमारे साथ झगड़ा किया और खाप पंचायत का आयोजन कर मेरे परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया.
Khap Panchayat Order News : आरोप लगाया गया है कि खाप पंचायत ने फैसला सुनाया की गांव का कोई भी व्यक्ति अशोक गुर्जर के परिवार से कोई संबंध नहीं रहेगा. कोई ग्रामीण इस परिवार को फसल के लिए सिंचाई का पानी नहीं देगा. कोई नाई बाल नहीं काटेगा. गांव का कोई दुकानदार इस परिवार को सामान नहीं देगा. खाप पंचायत के आदेश को नहीं मानने वाले पर 11000 रुपये का दंड लगाया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, गुर्जर समुदाय में अक्सर ऐसा होता है कि जिस परिवार में लड़के की शादी होती है. उस परिवार को लड़की वाले के घर में भी शादी करवानी होती है. यानी दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे के परिवार में शादी करवानी होती है. लेकिन अशोक गुर्जर के लड़के का विवाह तय हो गया था मगर वह लड़की पक्ष के परिवार में शादी नहीं करवा रहा था. इस वजह से विवाद खड़ा हो गया था. यही कारण था कि अशोक गुर्जर के पुत्र का विवाह टूट गया. इसी वजह से विवाद हुआ था और पंचायत का आयोजन हुआ था .
रुदावल थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि रतुआ गांव के परिवादी अशोक गुर्जर ने शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि मेरे बेटे की शादी तोड़ दी गई थी. कुछ लोगों ने झगड़ा किया. पुलिस की प्राथमिक जांच में खाप पंचायत जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है. शादी तोड़ने को लेकर विवाद हुआ था. पुलिस ने 17 लोगों को पाबंद कर जांच शुरू कर दी है.