Delhi Crime: नार्को टेरर मॉड्यूल का खुलासा, दो हजार करोड़ की हेरोइन बरामद

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Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Special Cell) ने मुंबई (Mumbai) के नवशेरा पोर्ट से एक कंटेनर (Container) को जब्त किया है। ये कंटेनर जून 2021 से मुंबई के पोर्ट (Port) पर पड़ा हुआ था। इसके अंदर 1725 करोड़ की हीरोइन (Heroin) रखी है। इसकी भनक किसी को नहीं थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने कुछ वक्त पहले दो अफगान नागरिकों को गिरफ्तार किया था उसी लिंक के जरिए दिल्ली पुलिस की टीम मुंबई पोर्ट पर रखे इस कंटेनर तक पहुंच गई।

कंटेनर तक जब दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची तो उसे अंदर मुलेठी नजर आई जिन्हें अलग-अलग भागों के अंदर भर के रखा गया था। मुलेठी का वजन तकरीबन 20 टन था। पुलिस को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर तस्करों ने इस कंटेनर में ड्रग्स कहां और कैसे छुपा के रखा है।

इसके बाद पुलिस ने मुलेठी की जब जांच की तो उन्होंने देखा कुछ बैग के अंदर जो मुलेठी है उसमें हेरोइन की कुछ इस तरीके से कोटिंग की गई है कि उसे पकड़ा ना जा सके। ड्रग्स की पुष्टि हो जाने के बाद पुलिस ने कंटेनर को जब्त किया और फिर उसे दिल्ली लोधी स्टेट लेकर पहुंची। पुलिस के मुताबिक इस कंटेनर में मुलेठी पर कोटिंग करके तकरीबन 345 किलो हेरोइन छिपाई गई थी।

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मुलेठी का वजन करीब 20 किलो है जबकि ड्रग्स यानी हेरोइन 345 किलो। पिछले सवा साल से मुंबई के पोर्ट पर पड़े इस कंटेनर तक दिल्ली पुलिस यूं ही नहीं पहुंच गई। दरअसल छह सितंबर को स्पेशल सेल ने दिल्ली से 1200 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त किया था। इस ड्र्ग्स से होने वाली कमाई का इस्तेमाल हिंदुस्तान के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में किया जाना था।

पुलिस ने 312.5 किलो मेथाफेटामाइन और 10kg फाइन क्वालिटी की हेरोइन जब्त किया था और दो अफगान नागरिकों को गिरफ्तार किया था। पकड़ में आए अफगान नागरिकों के नाम मुस्तफा और रहीमुल्ला था।

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इस वक्त ये मामला इसलिए बेहद संवेदनशील बताया जा रहा है इंटरनेशनल फोरम पर, क्योकि दो दिन पहले ही अफगानिस्तान का वर्ल्ड का सबसे बड़ा ड्रग्स माफिया नूरजही जो लंबे वक्त से अमेरिका की जेल में बन्द था उसे एक अमेरिकी नागरिक जो अफगानिस्तान की जेल में बन्द था कि बदले छोड़ा गया है।

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89 के दशक में नूर पूरे अफगानिस्तान की तमाम तंजीमो से लेकर विश्व के कई देशों तक ड्रग्स कारोबार का आका बताया जाता था। जिसने अमेरिका के लिए भी ड्रग्स एजेंट बनकर सालों काम किया पर फिर अमेरिका एजेंटों से कुछ अनबन के चलते नूर को अमेरिका में ही जेल में डाल दिया गया है। अब नूर की रिहाई एक बार अफगानिस्तान की तनजीमो से लेकर पूरे विश्व मे ड्रग्स कारोबार में बड़े खतरे का संकेत बताई जा रही है।

तालिबान के बड़े नेताओं ने नूर की रिहाई की मांग अमेरिका से की थी, नूर उम्र कैद की सजा काट रहा था अमेरिका में इंटरनेशनल ड्रग्स ट्रैफिकिंग के मामले में,  नूर बेहद करीबी बताया जाता है तालिबान के फाउंडर मुल्ला उमर का, 2009 में अमेरिका में सजा हुई थी नूर को तब से वो जेल में बंद था।

पिछले कुछ समय में स्पेशल सेल ने जिस तरह से अफगान नागरिकों को गिरफ्तार किया है और नार्को टेरर के लिंक को जुड़ा हुआ पाया है ये बेहद चिंताजनक है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ड्रग्स से कमाई अथाह पैसों का इस्तेमाल देश के खिलाफ आतंक फैलाने के लिए किया जाता है। इनसे हथियार खरीदे जाते है, फंड किया जाता है।

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