आरओ-एआरओ पेपर लीक केस में पुलिस का सिपाही गिरफ्तार, बर्खास्तगी के बाद से चला रहा है पेपर लीक गिरोह
Lucknow: 11 फरवरी को हुए आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले गैंग की सबसे अहम कड़ी यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह ही है।
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![आरओ-एआरओ पेपर लीक केस में पुलिस का सिपाही गिरफ्तार, बर्खास्तगी के बाद से चला रहा है पेपर लीक गिरोह जांच में जुटी पुलिस](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/crtak/images/story/202403/1710488326639_sunil_thumb_file_-_2024-03-15t130259.887_converted_16x9.jpg?size=948:533)
लखनऊ से संतोष शर्मा की रिपोर्ट
Lucknow News: यूपी की आरओ और एआरओ परीक्षा पेपर लीक केस में एसटीएफ ने यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि 11 फरवरी को हुई आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी। आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा के लिए 1076004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। इस परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद यूपी सरकार ने परीक्षा निरस्त कर दी थी। तब से लगातार यूपी एसटीएफ इस मामले की जांच में जुटी है।
पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही गिरफ्तार
आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह को गिरफ्तार किया गया है। यूपी एसटीएफ ने कौशांबी के मंझनपुर थाना क्षेत्र से बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि टीईटी पेपर लीक में अरुण सिंह मास्टरमाइंड था तभी वो यूपी पुलिस से बर्खास्त हुआ था। हैरानी की बात ये है कि अरुण सिंह पुलिस से बर्खास्त होने के बाद से पेपर लीक करने वाले गैंग को चलाने लगा था।
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पेपर लीक करने वाले गैंग की सबसे अहम कड़ी
बीते 11 फरवरी को हुए आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने वाले गैंग की सबसे अहम कड़ी यूपी पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह ही है। आपको बता दें कि बीती 11 फरवरी को हुई आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा के लिए 1076004 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। ऐसा माना जा रहा है कि छह महीने के अंदर दोबारा ये परीक्षा कराई जाएगी। इस पूरे मामले की जांच के लिए आयोग ने कमेटी गठित की थी जो जांच कर रही है।
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