एक होनहार फुटबॉलर की मर्डर मिस्ट्री, जिसके टैटू ने ही ब्लाइंड केस में कातिल का पता दे दिया

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Murder Mystery Story : शक और भरोसे में वाकई एक बारीक अंतर है. भरोसा टूटकर फिर से जुड़ सकता है. लेकिन शक ऐसी चीज है जिसका शायद ही कोई इलाज हो. शक में ना जाने कितने क्राइम हुए.

क्राइम की ये रियल कहानी भी उसी शक से जुड़ी है. जिसमें ना सिर्फ एक होनहार फुटबॉल खिलाड़ी की हत्या होती है बल्कि एक उभरते हुए फुटबॉलर को जेल की सलाखों में भी जाना पड़ता है. आखिर क्या है वो मर्डर मिस्ट्री. एक टैटू ने इस क़त्ल के राज का कैसे करा दिया था खुलासा. कातिल कैसे अपने को बचाने के लिए खुद ही मरने वाले की तलाश करने का करता रहा नाटक. जानेंगे आज की क्राइम की कहानी (Crime Story in hindi) में.

प्रयागराज के कैंट पोलो ग्राउंड में मिली लड़की की लाश

अजीब कत्ल की ये कहानी है यूपी के प्रयागराज की. जिसे पहले हम इलाहाबाद के नाम से जानते थे. यहां के रेलवे स्टेशन के पास में ही कैंट एरिया है. अंग्रेजों के जमाने में सेना के लिए बनाया गया ये कैंट एरिया करीब 4500 एकड़ में फैला है.

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यहां पर कई ग्राउंड हैं. उनमें से एक ग्राउंड है पोलो ग्राउंड. इसी पोलो ग्राउंड में एक कुआं है. जो अब सूख चुका है. इसी सूखे कुएं में 20 फरवरी को काफी बदबू आ रही थी. इसकी सूचना मिलते ही प्रयागराज के सिविल लाइंस थाने की पुलिस मौके पर आती है.

इसके बाद कुएं से एक बोरी निकाली जाती है. बोरी को बाकायदा सिला गया था. उसे खोलने पर एक लड़की की लाश मिलती है. शव कुछ दिन पुरानी हो चुकी थी. इसलिए सड़कर उसमें से दुर्गंध आ रही थी.

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उस लाश ने टैटू से दिया था एक सुराग, पर फेसबुक ने उलझाया

Crime Ki kahani : पुलिस ने शव की शिनाख्त करने की कोशिश की लेकिन कोई जानकारी नहीं हुई. उसका पोस्टमॉर्टम कराया गया तो पता चला कि गला घोंटकर लड़की की हत्या की गई थी. लेकिन ये लड़की कौन थी ये पता नहीं चल पाया.

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लेकिन पुलिस को उस लाश ने बड़ा सुराग दिया. क्योंकि जिस लड़की की लाश मिली था उसके हाथ पर एक टैटू बना था. उस टैटू पर लिखा था रवि. अब पुलिस उस रवि के नाम की तलाश कर रही थी. लेकिन कुछ पता नहीं चला.

इसके बाद पुलिस ने अखबारों में एक विज्ञापन निकाला. जैसा पुलिस शव की शिनाख्त कराने को लेकर अक्सर ऐसा करती है. पुलिस ने शव के साथ ये भी लिखा था कि लड़की के हाथ पर टैटू से रवि लिखा हुआ है. अब शव पर टैटू की जानकारी मिलते ही राजेंद्र प्रसाद धुरिया नामक एक व्यक्ति सिविल लाइंस पुलिस से संपर्क करते हैं. वो बताते हैं कि 22 साल की जिस लड़की का शव मिला है वो हमारी बेटी है. उसी के हाथ पर टैटू गुदा था.

Pryagraj Shanlini Dhuriya Murder Mystery : उसका नाम शालिनी धुरिया है. पिता ने ये भी बताया कि बेटी काफी अच्छी फुटबॉल प्लेयर थी. उसकी कुछ महीने पहले ही दिल्ली में नौकरी लगी थी.

इसलिए वो दिल्ली चली गई थी. उससे फोन पर रोजाना बात हो जाती थी. लेकिन 14 फरवरी के बाद से कोई बात नहीं हो पाई. हमने इस बारे में नजदीकी पुलिस को बताया तो उन्होंने दिल्ली में जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट कराने की बात कही थी.

ये जानकारी मिलने पर पुलिस राजेंद्र प्रसाद से और डिटेल में बात करती है. ये पूछती है कि लड़की के हाथ पर जो टैटू बना है. उस पर रवि क्यों लिखा है. ये रवि कौन है. इस पर राजेंद्र प्रसाद बताते हैं कि वो रवि मेरी बेटी एक दोस्त है.

बहुत अच्छा फुटबॉल प्लेयर है. उससे कुछ दिन पहले ही बात हुई थी जब शालिनी नहीं मिल रही थी. उसके साथ हमलोग दूसरे थाने में भी शालिनी के लापता होने की रिपोर्ट कराने गए थे. लेकिन वहां से पुलिस ने लौटा दिया था.

फिर प्रयागराज पुलिस हत्यारे का पता लगाने के लिए शालिनी का पूरा बैकग्राउंड और कॉल डिटेल निकालने लगती है. इसी दौरान पुलिस की एक टीम उसका फेसबुक भी चेक करती है. तो उसकी फ्रेंडलिस्ट में रवि नाम के 7 दोस्त मिलते हैं.

इनमें जो नाम थे वे रवि राज, रवि पाल, रवि सरोज, रवि कुश, रवि कुमार धरकार, रवि राम और रवि मौर्या. लेकिन इनमें से वो रवि कौन है जो शक के दायरे में हो सकता है. पुलिस इसका भी पता लगाने में जुट गई. फिर पुलिस ने सबसे पहले उस रवि से पूछताछ की जिसके बारे में लड़की के पिता ने बताया था.

4 साल पहले फुटबॉल ग्राउंड में ही दोनों की हुई थी मुलाकात

Crime Stories in hindi : उस रवि ने बताया कि शालिनी से उसकी बात होती थी. लेकिन उसके कई और भी अच्छे दोस्त हैं. हो सकता है कि उनसे मिलने गई हो. साथ ही उसने ये भी बताया कि वो तो शालिनी को बहुत पसंद करता था. बल्कि चार साल पहले जब वो उसके ग्राउंड में फुटबॉल खेलने आई थी तब उसके पिता के ई-रिक्शा चालक होने का पता चला तो उसकी मदद करता था. इस बारे में शालिनी के घरवालों को भी जानकारी है.

फिर पुलिस ने पूछा कि 14-15 फरवरी को वो कहां था. इस पर वो बताता है कि एक दोस्त के पिता की मौत हो गई थी. उसी दोस्त के घर वो गया था. पुलिस ने जब उस बात का पता लगाया तो वाकई वो सच बात थी. इस तरह पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगता है. इसलिए पुलिस ने उसका कॉल डिटेल और लोकेशन की डिटेल निकाली.

इसमें ये पता चला कि 14 फरवरी को कई बार उसी रवि से बात हुई थी. फिर दोनों के मोबाइल फोन की लोकेशन भी एक साथ ही थी. इसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि फेसबुक पर शक के दायरे में आए जिन 7 रवि में से एक कातिल की तलाश कर रहे हैं वो यही रवि कुमार ठाकुर हो सकता है. इसलिए पुलिस उसके कमरे में जाकर अच्छे से तलाशी लेती है तो शालिनी का बैग और उसके कई सामान मिल जाते हैं. जिसे वो अपने कपड़ों के बीच छुपाकर रखा था.

इसके बाद पुलिस के सामने जब उस रवि ने घटना की परतें खोलीं तो वो हैरान कर देने वाली थी. दरअसल, आरोपी रवि कुमार ठाकुर ने एक शक की वजह से 4 साल पुरानी दोस्ती को 13 फरवरी की रात में ही हमेशा के लिए खत्म कर दिया था.

क़त्ल के बाद रोजाना अखबार में शव मिलने को चेक करता था

Crime Story Murder Mystery : आरोपी से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने खुलासा किया कि रवि ठाकुर मूलरूप से बिहार के जहानाबाद का रहने वाला है. उसके पिता उमेश ठाकुर रेलवे से रिटायर्ड थे. रवि के बडे भाई को भी रेलवे में नौकरी मिल गई थी.

रेलवे कर्मचारी होने की वजह से पिता को प्रयागराज के सिविल लाइंस साइड के पास ही लोको कॉलोनी में क्वॉर्टर मिला था. इसी आवास में रवि ठाकुर भी रहता था. लेकिन घटना वाले समय घर के लोग बिहार चले गए थे. इसका शालिनी से 4 साल पुरानी दोस्ती थी. शालिनी का परिवार तेलियरगंज के शिवकुटी इलाके में किराए पर रहता था. उसके पिता राजेंद्र धुरिया ई-रिक्शा चलाते हैं.

रवि ठाकुर बचपन से ही होनहार फुटबॉल खिलाड़ी रहा. वो कैंट के गड्ढा ग्राउंड में फुटबाल खेलता था. उसी ग्राउंड पर फुटबाल सीखने के लिए शालिनी भी आती थी. यहीं से दोनों की दोस्ती हो गई थी. क्योंकि शालिनी उसी रवि से खेल के टिप्स लेती थी. फिर पैसे नहीं होने पर शालिनी की मदद भी रवि करता था.

उसे फुटबॉल किट भी खरीद कर दिए थे. इस तरह दोनों में प्यार हो गया था. इस बारे में शालिनी के घरवालों को भी जानकारी थी. लेकिन प्लेयर होने की वजह से शालिनी की दूसरे फुटबॉल प्लेयर से भी दोस्ती थी. तीन साल तक लगातार खेलने की वजह से स्पोर्ट्स कोटे के तहत शालिनी को दिल्ली में नौकरी लग गई थी. इसलिए 17 नवंबर 2021 को शालिनी नौकरी करने दिल्ली चली गई.

एक शक ने ऐसे बना दिया होनहार खिलाड़ी को कातिल

शालिनी के दिल्ली आने के बाद भी उसकी रवि से खूब बात होती थी. लेकिन शालिनी अक्सर फेसबुक पर दूसरे लड़कों से भी अच्छी दोस्ती रखती थी. और उनसे फोन पर भी बात करती थी. इसी बीच, रवि जब कई बार रात में फोन करता था तो शालिनी का फोन बिजी आता था. इस वजह से रवि को शक होने लगा था.

इसी बात का पता लगाने के लिए उसने जानबूझकर वेलंटाइन डे पर मिलने का प्लान बनाया. इसके लिए 14 फरवरी 2022 से एक दिन पहले ही मिलने के लिए शालिनी को प्रयागराज में बुलाया. इस बारे में शालिने से ये भी कहा था कि वो अपने घरवालों को कोई जानकारी नहीं दे. ताकी एक दिन उसके साथ शालिनी रुक भी लेगी और फिर बाद में घरवालों को बताकर उनके पास चली जाएगी.

कई बार दबाव डालने की वजह से शालिनी ने 13 फरवरी को ही ट्रेन से प्रयागराज आना चाहती थी लेकिन वो ट्रेन छूट गई. इसके बाद वो 14 फरवरी की शाम करीब 7 बजे प्रयागराज रेलवे स्टेशन पहुंची थी. उसे रिसीव करने के लिए खुद रवि स्टेशन भी आया था. इससे पहले भी ट्रेन में रहते हुए भी दोनों में फोन पर बात हुई थी.

फोन में फोटो और वीडियो में ऐसे क्या देखा की शालिनी को मार डाला?

Crime ki Kahani : प्रयागराज रेलवे स्टेशन से दोनों एक साथ ही रेलवे कॉलोनी में रवि के घर पहुंचे थे. घर पर पहुंचने के बाद करीब आधे घंटे तक एक दूसरे से बात करते रहे. इसके बाद रवि ने शालिनी को फ्रेश होने के लिए वॉशरूम भेज दिया.

शालिनी जब वॉशरूम में गई तभी रवि शक करते हुए उसके मोबाइल फोन को चेक करने लगा. शालिनी के फोन में कुछ ऐसे वीडियो और फोटो को देखा तो रवि बौखला गया. क्योंकि उस फोटो और वीडियो में शालिनी दूसरे लड़के के साथ थी.

इसे देखकर रवि का शक यकीन में बदल गया और वो गुस्से को काबू नहीं कर पाया. इसके बाद जैसे ही शालिनी वॉशरूम से आई तो वो उस पर टूट पड़ा. गुस्से में रवि ने शालिनी का गला दबाकर वहीं पर उसे मार डाला. यानी वैलंटाइन डे पर ही दोनों की प्रेम कहानी का अंत हो गया.

हत्या के बाद रवि ने एक बोरी निकाला और उसी में शालिनी के शव को डाल दिया. इसके बाद बोरी को धागे से मजबूती से सिल भी दिया. शव को बोरी में डालने के बाद आधी रात होने पर बाइक पर उसे बांध दिया और उसे चलाते हुए कैंट के पोलो ग्राउंड में पहुंचा.

वहां सूखे कुएं में उसने शव को डाल दिया. ऐसा उसने इसलिए किया क्योंकि अब उस ग्राउंड के आसपास कम लोग ही आते-जाते थे. इसके बाद अगले ही दिन अपने दोस्त के पिता की मौत भी शामिल हो गया ताकी किसी को कोई शक ना हो सके. फिर वो रोजाना अखबार में ये जरूर चेक करता था कहीं शालिनी की लाश पुलिस को तो नहीं मिली.

जब दो दिनों तक उसकी कोई खबर नहीं मिली और शालिनी के पिता ने उससे संपर्क किया तो वो उनके साथ खोजबीन में भी जुट गया. इसके अलावा वो शालिनी के पिता के साथ पुलिस थाने तक भी गया था कि कोई उस पर शक ना करें. वो चाहता था कि अगर शालिनी का शव नहीं मिला तो उसकी पोल खुल नहीं पाएगी. लेकिन शव मिलने के बाद पुलिस उस तक पहुंच ही गई. फिर 23 फरवरी 2022 को आरोपी रवि ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

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