Moose wala murder: मूसेवाला हत्याकांड का सोनीपत कनेक्शन, पुलिस के रडार पर नया गुर्गा

Sidhu Moose wala murder: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस के रडार (radar) में लॉरेंस (Lawrence) का दोस्त सोनीपत (Sonipat) का बदमाश आया है जिसके ज़रिए पुलिस इस शूटआउट (Shootout) की गुत्थी सुलझाएगी

CrimeTak

08 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:19 PM)

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Gangster in Police Radar: पंजाबी गायक (Punjabi Singer) सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) की हत्या के सिलसिले में जांच (Investigation) के दौरान अब एक और गैंगस्टर (Gangster) पुलिस के रडार (radar) पर आ गया है। सोनीपत के गांव गढ़ी सिसाना के रहने वाला मनजीत उर्फ भोला की कुंडली को पंजाब पुलिस खंगालने में जुट गई है।

पंजाब के मानसा में 29 मई को गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गई थी। सिद्धू मुसेवाला को गोलियों से छलनी करने के मामले में पुलिस के सामने सबसे पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आया था। उसके बाद से ही इस हत्याकांड के तार सोनीपत से जुड़ने शुरू हो गए।

पंजाब पुलिस जांच में ये बात सामने आई थी कि वारदात में इस्तेमाल हुई बोलेरो गाड़ी फतेहाबाद में देखी गई थी। बीसला के पेट्रोल पंप पर गाड़ी में तेल डलवाने के दौरान उसमें से उतरे दोनों बदमाश सोनीपत के बताए गए। उन्हीं बदमाशों में से एक है गढ़ी सिसाना का नामी बदमाश प्रियवर्त फौजी था।

Moose wala Murder Case: असल में गढ़ी सिसाना का प्रियवर्त एक दूसरे नामी बदमाश बिटटू बरोणा के पिता कृष्ण की हत्या में नामजद रह चुका है। प्रियवर्त पर सोनीपत पुलिस ने 25 हजार का इनाम रखा है। लिहाजा अब सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस के रडार पर प्रियवर्त के गांव का ही मनजीत उर्फ भोला आ गया है। मनजीत उर्फ भोला प्रियवर्त का दोस्त है। और कहा जा रहा है कि प्रियवर्त के मोबाइल की डिटेल खंगालते खंगालते मनजीत पंजाब पुलिस के निशाने पर आ गया।

पुलिस के सूत्रों से पता चला है कि पंजाब पुलिस ने इस मामले में प्रियवर्त और मनजीत के दोस्त सोनीपत के गांव रेवली के मोनू को प्रॉडक्शन वारंट पर हिरासत में लिया है। इल्ज़ाम यही है कि मोनू ने कनाडा में छिपे बैठे गोल्डी बराड़ के कहने पर दो शार्प शूटर का इंतज़ाम किया था। हालांकि सोनीपत पुलिस इस बारे में इनकार कर रही है।

Shootout Investigation: मनजीत के गांव से मिली जानकारी के मुताबिक जिस रोज सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई उस रोज़ मनजीत गांव में ही था। जबकि पुलिस ने मोनू को प्रॉडक्शन वॉरंट में लिया था क्योंकि वो मोगा की एक घटना के बाद से ही जेल में बंद था। लेकिन पुलिस का कहना है कि मोनू ने ही गोल्डी बराड़ के कहने पर दो शूटरों का इंतज़ाम किया था और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए क़ातिलों की टीम तैयार करने में गैंगस्टर्स की मदद की थी।

पुलिस के रडार पर आ गए मनजीत उर्फ भोला का जरायम से पुराना नाता है। असल में मनजीत को पुलिस ने रूखी गांव के मंजीत उर्फ चिंकी की हत्या के इल्ज़ाम में प्रियवर्त के साथ गिरफ़्तार किया था। उसके बाद 2017 और 2018 में पुलिस ने मनजीत को अवैध हथियारों के साथ गिरफ़्तार किया था।

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