Crime News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनसीपी के अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल और उनके भतीजे समीर भुजबल के खिलाफ दायर अपनी याचिकाएं वापस ले ली हैं. इन याचिकाओं में ईडी ने भुजबल के पक्ष में 2018 में दिए गए एक आदेश को रद्द करने की मांग की थी. हालाँकि, इस पूरे मामले में अजीब बात यह है कि ईडी ने भुजबल और उनके भतीजे समीर के खिलाफ याचिका वापस ले ली है, लेकिन उनके बेटे पंकज भुजबल के खिलाफ ऐसा नहीं किया है. छगन भुजबल फिलहाल महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी सरकार में कैबिनेट का हिस्सा हैं.
ED ने छगन भुजबल के खिलाफ केस लिया वापस, ED बोली- भुजबल के खिलाफ दायर की हुई अपनी ही याचिका नहीं मिल रही है
छगन भुजबल और उनके भतीजे समीर भुजबल के खिलाफ दायर अपनी याचिकाएं वापस ले ली हैं.
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Crime Tak
12 Dec 2023 (अपडेटेड: Dec 12 2023 7:35 PM)
क्या कहकर केस वापस ले लिया?
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इंडिया टुडे से जुड़ी विद्या के मुताबिक, भुजबल और उनके परिवार के कुछ सदस्यों को 2016 में महाराष्ट्र सदन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था. तब वह विपक्ष के नेता थे. इसके बाद मई 2018 में भुजबल को बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी। जमानत मिलने के तुरंत बाद 16 अक्टूबर 2018 को ट्रायल कोर्ट ने भुजबल को अपना पासपोर्ट रिन्यू कराने की इजाजत दे दी थी और उन्हें विदेश यात्रा की भी इजाजत दे दी थी.
ईडी ने 2018 में ही भुजबल के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी और भुजबल को दी गई छूट को चुनौती दी थी. 2018 में दायर की गई यह याचिका जब इस साल सितंबर और अक्टूबर में सुनवाई के लिए आई, तो ईडी ने तुरंत अदालत को बताया कि उसे अपनी ही याचिका नहीं मिल रही है, जो उसने भुजबल और उनके भतीजे के खिलाफ दायर की थी.
29 नवंबर 2023 को ईडी की ओर से वकील हर्ष देधिया हाई कोर्ट पहुंचे और याचिकाएं वापस लेने की अपील की. जस्टिस आरएन लड्ढा ने इसकी इजाजत दे दी और फिर कोर्ट ने याचिकाओं को वापस लिया हुआ मानते हुए खारिज कर दिया.
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