कतर में 8 भारतीयों की मौत की सजा के पीछे पाकिस्तान की ISI का हाथ? देखेिए ये स्पेशल रिपोर्ट

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कतर में 8 भारतीयों की मौत की सजा के पीछे पाकिस्तान की ISI का हाथ? देखेिए ये स्पेशल रिपोर्ट
जांच जारी
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World Qatar News: कतर में 8 भारतीयों को सजा सुनाए जाने से पाकिस्तान और कतर के पाकिस्तान के सैन्य अफसरों की मुलाकात हुई थी. हालांकि अभी तक कतर सरकार ने भारतीयों पर लगाए गए आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया है. दरअसल, जून 2022 में  कतर एयरफोर्स के Commander Major General जसीम मोहम्मद और पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख Admiral मोहम्मद अमजद नियाजी हैं. 7 जून 2022 को पाकिस्तान के इस्लामाबाद में, नौसेना हेडक्वार्टर में इन दोनों की मुलाकात हुई थी. इसके दो महीने बाद, यानी 30 अगस्त को कतर में भारतीय नौसैनिकों को गिरफ्तार कर लिया गया था. 

मौत की सजा के पीछे पाकिस्तान का हाथ

माना जा रहा है कि पाकिस्तान और ISI के कहने पर ही भारतीय नौसैनिकों पर झूठे आरोप लगाए गए थे. जिसके बाद इस साल मार्च महीने में इनकी मुलाकात हुई थी. इन तस्वीरों में कतर के रक्षा मंत्री अल-अत्तियाह भी नजर आ रहे हैं. इस मुलाकात के बाद ही, कतर ने भारतीय नौसैनिकों पर कोर्ट में सुनवाई शुरू की और बंद कमरों में हुई 7 सुनवाइयों में मौत की सजा का ऐलान कर दिया. यानी भारतीय नौसैनिकों के मामले में कतर ने जो भी कदम उठाए हैं, उससे कुछ दिन पहले पाकिस्तानी सेना और ISI से जुड़े लोगों ने कतर के अधिकारियों के साथ मुलाकातें कीं.

भारत सरकार के पास है विभिन्न विकल्प

27 अक्टूबर को कतर की एक अदालत की ओर से भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को मौत की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद, भारत फैसले के खिलाफ अदालत में अपील करने समेत विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहा है. सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि मुद्दे का समाधान खोजने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. पता चला है कि भारत को कतर की अदालत के फैसले की प्रति अभी तक नहीं मिली है. अदालत के फैसले पर कतर की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है.

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कूटनीतिक और राजनीतिक तौर पर विचार करेगा भारत

मामले से वाकिफ लोगों ने कहा कि फैसले की गहन जांच के बाद नई दिल्ली अपने विकल्पों पर आगे बढ़ेगी. सूत्रों ने बताया कि भारत मामले को कूटनीतिक या राजनीतिक तौर पर भी सुलझाने पर विचार कर सकता है. भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की अदालत की ओर से बृहस्पतिवार को मौत की सजा सुनाए जाने पर भारत ने कहा था कि वह इस फैसले से बेहद हैरान है और इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है. ये सभी आठ भारतीय नागरिक अल दाहरा कंपनी के कर्मचारी हैं जिन्हें पिछले साल जासूसी के कथित मामले में हिरासत में ले लिया गया था.

Note : ये खबर क्राइम तक में internship कर रही निधी शर्मा ने लिखी हैं.

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