वाइफ स्वैपिंग के बाद अब स्विंगिंग पार्टनर! सच जानकर हैरान रह जाएंगे आप
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मेरी पत्नी तेरी और तेरी पत्नी मेरी के बाद, अब मेरा पति तेरा और तेरा पति मेरा चलन में है, बेहद खुले ख्यालातों वाले वेस्टर्न वर्ल्ड में रिश्तों के मायने लगातार कम हो रहे हैं, प्यार की पब्लिकली नुमाइश से शुरू हुआ ये सिलसिला अब वाइफ या हस्बैंड स्वैपिंग तक पहुंच गया है जिसका मतलब है शारीरिक संबंधों के लिए किसी दूसरे जोड़े के साथ अपने पति-पत्नी की अदला-बदली। ऐसे वैवाहिक जोड़े स्विंगर्स के नाम से जाने जाते हैं, लेकिन क्या अपने निजी स्वार्थ के लिए रिश्तों की एहमियत ताक पर रखने वाले लोगों की ज़िंदगी कभी खुशहाल रह सकती है? अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसे लोग आंतरिक तौर पर कभी एक-दूसरे के साथ खुश नहीं रह सकते या उन्हें आत्मिक संतुष्टि नहीं मिलती तो आप बिलकुल गलत सोच रहे हैं।
ज़्यादातर स्विंगर्स ये दलील देते हैं कि स्वैप करने से उनका वैवाहिक जीवन स्पाइसी और खुशहाल रहता है, इतना ही नहीं वो एक-दूसरे के साथ काफी सुरक्षित महसूस करते हैं और ईमानदार भी रहते हैं। पार्टनर स्वैपिंग के बारे में ऐसा माना जाता है कि वो शादी के कई साल एक-दूसरे के साथ बिताने के बाद बोर हो जाते हैं और जीवन में कुछ नया चाहते हैं। पार्टनर की अदला-बदली करने से उन्हें नयापन मिलता है। ऐसे जोड़ों का मानना है कि एक से ज़्यादा लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाने में उन्हें कोई बुराई नजर नहीं आती, बल्कि ये बहुत रोचक और दिलचस्प है।
वेस्टर्न कंट्रीज़ की देखा-देखी भारत में भी अब स्विंगर्स या ऐसे दंपत्ति जो यौन-संबंधों के लिए आपस में पति या पत्नी की अदला-बदली करते हैं कि तादाद लगातार बढ़ती जा रही है, आकर्षण और सुंदरता पर निर्भर ये फूहड़ व्यवस्था दिनोंदिन अपने पैर पसारती जा रही है। भारतीय परिवेश में विवाह एक ऐसी सम्मानजनक व्यवस्था है जो महिला और पुरुष को आजीवन एक-दूसरे से जोड़कर रखती है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि निजी संबंध होने के बावजूद इसे समाज, परिवार और धर्म सभी का संरक्षण प्राप्त होता है। ऐसे हालातों में सिर्फ अपनी शारीरिक फैंटेसी को पूरा करने के लिए अपने जीवन साथी की अदला-बदली करना बेहद गलत ही माना जाएगा।
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