SRIDEVI BIRTH ANNIVERSARY : दुबई में हुई सुपर एक्ट्रेस की मौत का खुलासा!

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SRIDEVI BIRTH ANNIVERSARY : दुबई में हुई सुपर एक्ट्रेस की मौत का खुलासा!
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एक्ट्रेस श्रीदेवी (Sridevi Death) की जब मौत हुई तो उसे लेकर कई सवाल उठे, काफी तहकीकात हुई। दुबई के जुमैरा एमिरेट्स टावर होटल में जिस कमरा नंबर 2201में वो रुकी हुईं थी और जहां उनकी मौत हुई उससे कोई भी ऐसा खुलासा नहीं हो पाया जो उनकी मौत का सच सामने ला सके। लेकिन बाद में ये खुलासा हुआ जो शायद आपको नहीं पता होगा।

दरअसल, एक्ट्रेस के नाम पर जीवनी लिखने वाले लेखक सत्यार्थ नायक ने 'श्रीदेवी : द एटर्नल गॉडेस' (SRIDEVI THE ETERNAL GODDESS) में खुलासा किया है कि श्रीदेवी को लो ब्लड प्रेशर की प्रोबलम थी और वो अक्सर बेहोश हो जाती थीं। इस पर श्रीदेवी (Sridevi) के कई करीबी लोगों के बयान भी शामिल हैं।

सूत्रों के मुताबिक, सत्यार्थ नायक ने कहा है- मैं पंकज पाराशर (जिन्होंने फिल्म चालबाज में श्रीदेवी को निर्देशित किया था) और नागार्जुन से मिला। उन दोनों ने मुझे श्रीदेवी के लो-ब्लडप्रेशर की प्रोबलम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि काम करने के दौरान वो कई बार बाथरूम में बेहोश हो गई थीं। फिर मैंने इस मामले में श्रीदेवी की भतीजी माहेश्वरी से मुलाकात की। उन्होंने आगे कहा कि बोनी सर ने बताया था कि श्रीजी बाथरूम की फर्श पर गिरी हुईं थीं और उनके चेहरे से खून बह रहा था।

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बता दें कि 24 फरवरी, 2018 को श्रीदेवी (Sridevi) की अचानक मौत से बॉलीवुड के साथ-साथ पूरा देश गम में डूब गया था। ये खबर सुनकर सब हैरान थे। जानकारी के मुताबिक, श्रीदेवी को दुबई में उनके होटल के कमरे के बाथटब में उनके पति बोनी कपूर ने बेहोशी की हालत में पाया था। उसके बाद डेथ सर्टिफिकेट में बताया गया कि उनकी मौत दुर्घटनावश डूबने के कारण हुई। कई जगह ये भी खबरे आईं कि श्रीदेवी की कार्डियक अरेस्ट की वजह से मौत हुई। हालांकि अब लेखक द्वारा श्रीदेवी की रहस्यमयी मौत से पर्दा उठ गया है।

बाथटब में डूबने से श्रीदेवी की मौत ने लोगों को नये सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या कोई बाथटब में डूब सकता है? और क्या बाथटब में डूबने से उसकी मौत भी हो सकती है? एक रिसर्च के मुताबिक अकेले अमेरिका जैसे तरक्कीशुदा मुल्क में पिछले पांच सालों में बाथटब में डूबने से 1676 लोगों की जान जा चुकी है? यानी हर साल औसतन 335 लोगों की मौत। और इनमें बच्चों की तादाद सबसे ज़्यादा है, क्योंकि जानकार बताते हैं कि किसी छोटे बच्चे के डूबने के लिए महज़ दो इंच पानी भी काफ़ी होता है, तो फिर सवाल ये है कि कोई बालिग या समझदार इंसान आख़िर किन हालात में और कैसे बाथटब में डूब सकता है? मोटे तौर पर इस सवाल के कुछेक जवाब हो सकते हैं। मसलन,

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अगर इंसान गहरे नशे में हो

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तेज़ नशे में होनेवाला इंसान अक्सर अपना ख्याल नहीं रख पाता। कहने का मतलब ये कि वो खुद को ठीक से संभाल नहीं सकता। ऐसे में अगर वो पानी से भरे बाथटब में भी गिरता है, तो कई बार खुद को बचा नहीं पाता और उसकी जान चली जाती है। ये नशा शराब का भी हो सकता है और किसी दूसरे ड्रग का भी। नशे की हालत में गिरने की वजह से कई बार घातक चोट भी लगती है और ऐसे में बाथटब डूबने की वजह बन सकता है।

कार्डियक अरेस्ट की हालत में

विज्ञान ने चाहे लाख तरक्की कर ली हो, लेकिन अब भी कोई दावे से नहीं कह सकता कि किसी को हार्ट अटैक कब आयेगा? ऐसे में अगर किसी को बाथरूम में ही कार्डियक अरेस्ट हो जाए और वो बाथटब में गिरे या फिर बाथटब में नहाते हुए इसका शिकार हो, उसकी डूबने से मौत हो सकती है।

नहाते-नहाते सो जाने पर

आम तौर पर ऐसा किसी बालिग और समझदार इंसान के साथ मुमकिन नहीं, लेकिन अगर इंसान नशे में तो ये भी मुमकिन है। वैसे दुनिया में नहाते-नहाते सो जाने और मौत के आगोश में चले जाने के भी ढेरों उदाहरण हैं, मगर इनमें ज़्यादातर छोटे बच्चे और बुजुर्ग हैं।

ज़ाहिर है, बाथटब आधुनिक जीवन शैली का एक शानदार आविष्कार है। जिसमें अक्सर नहाने के साथ-साथ इंसान खुद को रिलैक्स भी कर लेता है। लेकिन कई बार बदकिस्मती और लापरवाही से यही मौत की वजह भी बन जाती है।

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