बेचारे बुलडोजर की कहानी : कही जाति देखकर बुलडोजर के पहियों में ब्रेक न लग जाए ? क्या बुलडोजर का पहिया इंसाफ करेगा ?

ADVERTISEMENT

बेचारे बुलडोजर की कहानी : कही जाति देखकर बुलडोजर के पहियों में ब्रेक न लग जाए ?क्या बुलडोजर का पह...
social share
google news

बुलडोजर की कहानी

JAHANGIRPURI UPDATE : जहांगीरपुरी में इतनी फोर्स कभी नहीं देखी। पर दिखेगी भी कैसे यहां इतना बड़ा दंगा थोड़ी हुआ था। हालांकि जो काम पहले किया जाना था वो अब हो रहा है तो तारीफ तो बनती ही। साथ साथ लोग ये भी कह सकते है कि जब अच्छा काम हो रहा है तो फिर सवाल कैसे और क्यों ? बात ठीक है, लेकिन सवाल तो फिर भी उठता है। इतने दिनों तक एमसीडी सो क्यों रही थी ? क्या पहले अवैध निर्माण नहीं था ? उस वक्त एमसीडी के अधिकारियों और दूसरे विभागों की आंखों पर पट्टी क्यों बंधी थी ? क्या पैसा का चढ़ावा था या फिर कोई और वजह ? क्या लोगों को और मीडियो को दिखाने के लिए कार्रवाई हो रही है ?

बुलडोजर के सामने सवाल 'बुल यानी सांड' बन कर खड़ा है!

ADVERTISEMENT

Bulldozer Drive : दिल्ला का जहांगीर पुरी इलाका पहले से ही बदनाम है। इसकी वजह है यहां के ज्यादातार लोग क्राइम करते है और जीवन यापन करते है, लेकिन अब बुलडोजर की बारी है। वो बुलडोजर जो कहा जाता है कि इंसाफ करता है। जिसके पहिए समाज की बुराइयों को दबा देते है। वो बुलडोजर जो गैर कानूनी इमारतों को जमींदोज करता है, लेकिन अब इस सरकारी बुलडोजर के सामने वो सवाल 'बुल यानी सांड' बन कर खड़ा हो गया है।

अब सरकारी चश्में से सब कुछ दिख रहा है !

ADVERTISEMENT

Delhi News Hindi: दरअसल, सब TIMING का खेल है। TIMING का खेल ऐसे, क्योंकि जब दंगे हुए तो बुलडोजर चल रहा है। तो अचानक अवैध निर्माण सरकारी चश्में से दिखाई देने लगा है। इसलिए ये कार्रवाई हो रही है। अब बुलडोजर के ड्राइवर पर भी सवाल है। कही ऐसा तो नहीं कि 'ड्राइवर' एक पक्ष पर ये सरकारी मशीन चढ़ा दी, दूसरे पक्ष को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दे। उम्मीद करते है कि दो पक्षों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चढ़ेगा और आगे भी इसी तरह सरकारी चश्मे से अवैध निर्माण नजर आएगा और कार्रवाई लगातार होती रहेगी।

ADVERTISEMENT

पुलिस की बात

Delhi Police News: जब अवैध निर्माण की बात होगी तो सबके साथ सबके लिए वाली दिल्ली पुलिस को कोई कैसे भूल सकता है। जब ये निर्माण होते है, जब पुलिस वाला या यूं कहे की बीट वाले को सारी जानकारी होती है। तब वो कुछ कार्रवाई नहीं करता है, उसके पीछे उसकी वो 'मजबूरी' होती है, जो उसकी महत्वकांक्षाओं से जुड़ी होती है। यहां ये बात भी किसी से छिपी नहीं है कि अगर इलाके में यानी जहांगीरपुरी में सट्टा, शराब या दूसरा क्राइम फला तो इसके पीछे दिल्ली पुलिस ही रही, क्यों कि अगर पुलिस एक्शन लेती तो मजाल है कि अपराध पैर पसार पाता।

क्या बुलडोजर का तेल खत्म तो नहीं होगा ?

Bulldozer in Jahangirpuri: लेकिन अब अच्छी चीज हो रही है। अब बुलडोजर चल रहा है। जिसने क्राइम किया या नहीं किया, लेकिन जिसका अवैध निर्माण है, उसको अब बुलडोजर नहीं छोड़ेगा। उम्मीद करते है कि बुलडोजर का पहिया इंसाफ करेगा।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    यह भी पढ़ें...

    ऐप खोलें ➜