पहले भी टूटकर गिरे हैं कई पुल, पुर्तगाल में हुआ था अब तक का सबसे बड़ा हादसा, 4400 लोग समा गए थे नदी में

ADVERTISEMENT

पहले भी टूटकर गिरे हैं कई पुल, पुर्तगाल में हुआ था अब तक का सबसे बड़ा हादसा, 4400 लोग समा गए थे नदी...
social share
google news

Bridge Accident: अलबत्ता पुल टूटने के ऐसे कई हादसे दुनिया भर ने देखे हैं जिसमें सैकड़ों लोगों की जान पलक झपकते ही चली गई। इंटरनेशनल रोड फैडरेशन के मुताबिक पूरी दुनिया में 70 फीसदी से ज़्यादा पुल ऐसे हैं जिनका रखरखाव इतना खराब है या क़ायदे कानूनी की ऐसी अनदेखी की जाती है जिसकी वजह से हर दम ऐसे किसी भी हादसे की आशंका बनी ही रहती है।

रखरखाव में बरती जा रही कोताई की वजह से दुनिया भर में कई पुल पहले भी गिरे हैं और आने वाले समय में ऐसे किसी बड़े हादसे का न्योता देते दिखाई देते हैं।

Gujarat Bridge: बताया जा रहा है कि दुनिया के कई देशों में जैसे ब्रिज मैनेजमेंट सिस्टम ही काम नहीं कर रहा है। ऐसे में उन पुलों का इस्तेमाल करने वाले हमेशा ही खतरे के साये में ही होते हैं।

ADVERTISEMENT

भारत में इससे पहले पुल गिरने के कई ऐसे हादसे देखे गए जिनमें कई लोगों को बेवजह बेवक्त मौत के घाट उतरना पड़ा।

1)- 22 अक्टूबर 2011 को दार्जिलिंग के विजनबाड़ी में लकड़ी के एक पुल का पैदल पार पथ टूटकर गिर गया था जिससे 32 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

ADVERTISEMENT

2)- 29 अक्टूबर 2011 को ही दार्जिलिंग हादसे से महज एक हफ्ते बाद ही अरुणाचल प्रदेश की कामेंग नदी पर बने पुल का पैदल मार्ग ध्वस्त हो गया था जिससे 30 लोग मौत के घाट उतर गए थे।

ADVERTISEMENT

3)- 2016 में कोलकाता का विवेकानंद फ्लाइओवर खराब मैटिरियल और निर्माण की ग़लतियों की वजह से ढह गया था जिसमें करीब 26 लोगों की मौत हो गई थी।

4)-4  सितंबर 2018 को दक्षिण कोलकाता के माजेरहाट में मौजूद पुल का एक हिस्सा अचानक भरभराकर टूट गया जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग जख्मी हुए थे।

5)- 14 मार्च 2019 को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन के पास पैदल यात्रियों के लिए तैयार किया गया पुलि अचानक ढह गया जिसकी वजह से 6 लोगों की मौत हो गई थी।

Bridge Accident: ये तो थी हिन्दुस्तान के वो हादसे जो हाल की वक़्त में पुल ढहने की वजह से सामने आए। लेकिन बात यहीं नहीं थमती। दुनिया के कई मुल्क ऐसे भयानक हादसों के दौर से गुज़र चुके हैं।

जापान – साल 1807 जापान की राजधानी टोक्यो में एक समारोह के दौरान एतियाई बाशी ब्रिज पर अचानक उमड़ी भीड़ की वजह से पुल बीच से टूट गया। देखते ही देखते क़रीब 1400 लोग तेज बहाव वाली सुमिदा नदी में बह गए।

इस घटना का सबसे दुखद पहलू ये है कि हादसे के बाद एक भी शख्स का शव बरामद नहीं हो सका था। ये पुल 200 मीटर लंबा 6 मीटर चौड़ा था। और पुल को संभालने के लिए 30 पोल भी लगाए गए थे। लेकिन वो सब के सब धरे रह गए।

Bridge Accident: पुर्तगाल – पुल हादसे के इस सिलसिले में शायद पुर्तगाल की घटना अब तक की सबसे बड़ी घटना मानी जा सकती है क्योंकि 1806 में सैलानियों की खातिर पोर्टो में छह पुल बनाए जा रहे थे। लेकिन 1809 में जब फ्रांस ने पुर्तगाल पर हमला किया तो लोग एक शहर से बचने के लिए दूसरे शहर की तरफ पलायन कर रहे थे।

उसी वक्त एक निर्माणाधीन ब्रिज ही उन सभी के लिए नदी पार करने का जरिया बना। क्षमता से ज़्यादा वजन बढ़ने की वजह से वो ब्रिज अचानक भरभराकर बैठ गया और देखते ही देखते 4400 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई।

हादसे कितना भयानक था इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पुल का बीच का हिस्सा क़रीब 100 मीटर लंबा वो दाउरो नदी में समा गया था। ये हादसा इतना भयानक था कि हादसे के बाद कई सौ लोगों के शव तक का पता नहीं चल सका।

Bridge Accident: अमेरिका – दुनिया के सबसे विकसित देशों की कतार में सबसे आगे खड़े देशों में अमेरिका भी पुल हादसे से बच नहीं सका। बात 1967 की है। तब ओहियो नदी पर बना उस वक़्त का सबसे महंगा और आलीशान पुल सिल्वर ब्रिज असल में अमेरिका के 35 इलाक़ों को आपस में जोड़ता था।

मगर 15 दिसंबर को अचानक पुल पर यातायात बढ़ गया। क्षमता से ज्यादा वजन होने पर पुल भरभराकर टूट गया और ओहियो नदी में समा गया जिससे 46 लोगों की मौत हो गई।

इस पुल हादसे के बाद पहली बार ये बात सामने आई थी कि पुल का रखरखाव ठीक ढंग से न होने की वजह से पुल हादसे का शिकार हुआ है। उसके बाद से ही पुल के रखरखाव के लिए बाकायदा एक इंटरनेशनल मानक तय किया गया है।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜