तालिबान के गढ़ में हुई बॉलीवुड की इन फिल्मों की शूटिंग
अफगानिस्तान में अशांति और तालिबान के अधिग्रहण के बीच, उन सभी पिछली बॉलीवुड फिल्मों पर एक नज़र डालें, जिन्हें देश के सुन्दर स्थानों में शूट किया गया था।
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एक वक्त था जब अफगानिस्तान (Afghanistan) की धरती पर रौनक हुआ करती थी, वहां के खूबसूरत इलाके देश-दुनिया के पर्यटकों को अपनी तरफ खींचते थे। यही वजह है कि बॉलीवुड (Bollywood) के कई फिल्म मेकर्स अपनी फिल्मों की शूटिंग (Shooting) के लिए वहां जाया करते थे, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। अब यहां हर तरफ खौफ का माहौल है।
बॉलीवुड और पॉलीवुड के बीच बहुत गहरा रिश्ता रहा है, अफगान सिनेमा 'पॉलीवुड' (Pollywood) के नाम से जाना जाता रहा है। पश्तो ज़ुबान में बनी फिल्मों को 'पॉलीवुड' कहा जाता है। अफगानिस्तान में बॉलीवुड फिल्मों को बहुत पसंद किया जाता है, सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसे कई वीडियोज़ देखने को मिल जाएंगे, जिनमें अफगानी लोग बॉलीवुड की फिल्मों की तारीफ करते हुए नजर आ जाएंगे। यही वजह है कि अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), धर्मेंद्र (Dharmendra), हेमा मालिनी (Hema Malini), श्रीदेवी (Sridevi) के बाद शाहरुख खान (Shahrukh Khan), सलमान खान (Salman Khan) और आमिर खान (Amir Khan) जैसे सितारे वहां बहुत मशहूर हैं। वहां के सिनेमाघरों में कई हिंदी फिल्में रिलीज होती रही हैं, लेकिन जो नहीं हो पातीं उनकी पाइरेटेड सीडी और कैसेट तक खूब बिकते हैं।
अफगानिस्तान में आज भी ज्यादातर लोगों ने बॉलीवुड फिल्में देखकर ही हिंदी सीखी है, अफगानिस्तान में सिर्फ फिल्में ही नहीं बल्कि टीवी सीरियल भी मशहूर रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि वो कौन कौन सी बॉलीवुड की हिंदी फिल्में हैं, जिन्हें अफगानिस्तान की धरती पर फिल्माया गया है।
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धर्मात्मा (Dharmatma)
1975 में अफगानिस्तान में शूट हुई बॉलीवुड की पहली फिल्म 'धर्मात्मा' थी। इस फिल्म में फिरोज खान, रेखा, हेमा मालिनी, फरीदा जलाल, प्रेमनाथ, डैनी डेन्जोंगपा, इम्तियाज खान मुख्य भूमिका में थे। एस फिल्म के निर्माता और निर्देशक फिरोज खान ही थे। फिल्म के गाने 'क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो' को अफगानिस्तान के 'बामिया बुद्धा' में शूट किया गया था। अब इस जगह को तालिबानियों द्वारा नष्ट कर दिया गया है।
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खुदा गवाह (Khuda Gawah)
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1992 में रिलीज हुई 'खुदा गवाह' फिल्म में अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी थे। इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग अफगानिस्तान में की गई थी। शूटिंग के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद नजीब्बुल्लाह ने अमिताभ बच्चन की सुरक्षा में देश की आधी एयरफोर्स लगा दी थी। इसके साथ ही बिग बी को वहां शाही सम्मान भी मिला था।
जानशीन (Janasheen)
2003 में फरदीन खान और सलीना जेटली की रोमांटिक थ्रिलर फिल्म 'जानशीन' की 20 फीसदी शूटिंग अफगानिस्तान में की गई थी। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान तालिबानियों की वजह से तनाव का माहौल था। इसका निर्देशन फिरोज खान ने किया था, जो कि फरदीन के पिता भी हैं।
काबुल एक्सप्रेस (Kabul Express)
2006 में यश राज बैनर के तले बनी फिल्म 'काबुल एक्सप्रेस' में जॉन अब्राहम और अरशद वारसी भारतीय पत्रकार की भूमिका में दिखाई दिए थे। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान तालिबान ने पूरी फिल्म की टीम को बम से उड़ाने की धमकी दी थी हालांकि फिल्म की शूटिंग जारी रही थी। ये पूरी फिल्म अफगानिस्तान पर आधारित थी।
एजेंट विनोद (Agent Vinod)
2012 में रिलीज हुई एजेंट विनोद पर्दे पर कुछ खास कमाल तो नहीं दिखा पाई थी। लेकिन इस फिल्म के शुरुआती दृश्यों को अफगानिस्तान के रेगिस्तान में फिल्माया गया था। फिल्म में सैफ अली खान और करीना मुख्य भूमिका में थे।
तोरबाज (Torbaaz)
2020 में आई फिल्म तोरबाज रिफ्यूजी कैंप में रह रहे बच्चों पर आधारित थी। इसमें संजय दत्त और नरगिस फाखरी मुख्य भूमिका में थे। ये पूरी फिल्म अफगानिस्तान में शूट की गई थी।हालांकि ये फिल्म लोगों के दिल में जगह बनाने में नाकामयाब रही।
इसके अलावा साल 2001 में अमेरिकी और नाटो सेना के अफगानिस्तान आने और तालिबान शासन के खात्मे के बाद जब सिनेमा पर से पाबंदी हटी तो यहां एकता कपूर के टीवी सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' और 'कहानी घर घर की' काफी मशहूर हो गए थे। इन सीरियल्स की पॉपुलैरिटी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वहां के बाजारों में स्मृति ईरानी और साक्षी तंवर के किरदारों 'तुलसी' और 'पार्वती' के पोस्टर बाजारों में खूब बिका करते थे।
तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद कला, संस्कृति, सिनेमा और संगीत पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, अपने पहले शासन काल में भी तालिबान ने सिनेमा और संगीत पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी थी। हालांकि फिर भी अफगानिस्तान के लोगों के दिलों में बॉलीवुड के लिए प्यार जिंदा रहा, 20 साल पहले तालिबान पर अमेरिका के हमले के बाद अफगानिस्तान में एक बार फिर खुला माहौल नजर आने लगा। इसके बाद लोग एक बार फिर बॉलीवुड फिल्मों की तरफ आकर्षित होने लगे, तालिबान का शासन लौटने पर एक बार फिर पुराने हालात वापस आ सकते हैं।
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