तंत्र-मंत्र, श्रंगार और एक क़त्ल, घर से स्कूल के लिए निकले छात्र की बोरे में मिली लाश, 14 दिन पुलिस के चक्कर काटता रहा परिवार, जिंदा बरामद नहीं कर सकी पुलिस

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Rajasthan Crime: बेटे की लाश मिलने के बाद पीड़ित के पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उन्होने कहा कि पुलिस मदद करती को आज उनका बच्चा जिंदा होता।

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नागौर से केशराम गढ़वार की रिपोर्ट

Rajasthan Crime News: तारीख 19 जनवरी। ये वही दिन था जिस रोज़ नागौर के रहने वाले पुखराज का 16 साल का बेटा बाइक से घर से स्कूल जाने को निकला था। पुखराज का बेटा यश ग्यारहवी कक्षा में पढ़ता था। पुखराज मेहनत मजदूरी करके बच्चे को पढ़ा लिखा कर बड़ा अफसर बनाना चाहता था। पुखराज 19 जनवरी को भी काम पर गया था कि तभी उसके मोबाइल पर यश के स्कूल से टीचर का कॉल आया। अभी पुखराज कुछ समझ पाता कि स्कूल से कई फोन कॉल आ गए। पुखराज ने घर में फोन कर पत्नी से पूछा तो पता चला कि यश तो स्कूल के लिए निकला है। सवाल ये था कि यश स्कूल नहीं गया तो कहां गया। पुखराज समेत पूरा परिवार परेशान था कि बच्चा कहां चला गया। थक हारकर देर रात पुखराज नें कोतवाली थाने में यश की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा दी।

परिवार परेशान था कि बच्चा कहां चला गया

पुखराज और उसके रिश्तेदार यश की तलाश में जुटे थे लेकिन असली काम तो पुलिस को करना था। पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी रही। एक दिन गुजरा दो दिन गुजरा तीन दिन गुजरा इसी तरह 10 दिन गुजर गए और यश का कोई सुराग नहीं मिला। पुखराज रोज खुद अपने स्तर से खोजबीन कर रहा था। जब उसने अपने घर से लेकर जिस रास्ते से वह स्कूल जा रहा था वहां तक के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक वीडियो में यश नजर आ गया। अब पुखराज की उम्मीदें जाग उठीं कि उसका बेटा उसे मिल जाएगा। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि यश संत बलराम दास शास्त्री राजकीय विद्यालय के पीछे स्थित पानी की टंकी के पास एक घर तक जाता हुआ दिखाई दे रहा था।  

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सीसीटीवी फुटेज में यश नजर आया

इसके बाद वो नही तो आगे के सीसीटीवी फुटेज में कहीं दिखाई दिया। यानि पानी की टंकी के पास से ही यश कहीं गायब हो गया। पीड़ित पिता पुखराज खुद ये सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस थाने पहुंचा। इस उम्मीद में कि पुलिस यश को सही सलामत तलाश लेगी। खैर पुलिस तो पुलिस छहरी अफसरों ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। पीड़ित के पिता पुखराज ने कि लोगों से बातचीत की फिर भी कोई उसके बेटे का सुराग नहीं बताया। आखिर हताश होकर है पुखराज अपने पूरे परिवार के साथ रोता बिलखता जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस के पास पहुंचा और पूरी घटनाक्रम बयान किया। जिला पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले को समझा और तुरंत प्रभाव से कार्यवाई करवाने के निर्देश दिए।

पिता पुखराज खुद ये सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस थाने पहुंचा

अभी पुलिस जांच कर रही थी कि गुमशुदगी के 14वें दिन पानी की टंकी के पास से कॉलोनी के लोगों ने भयंकर दुर्गंध आने की शिकायत की। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो गोबर के ढेर के नीचे पुलिस को एक बोरा नजर आया। पुलिस टीम ने बोरा खोला तो सबके होश उड़ गए। बोरे में बच्चे की लाश थी। पुलिस ने शिनाख्त कराई तो पता चला कि ये लाश यश की ही है जो कि 14 दिनों से लापता था। पुलिस ने एंबुलेंस को मौके पर बुलाकर शव को राजकीय पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय की मोर्चरी में भेज दिया। पुलिस ने यश की हत्या के शक में एक आरोपी को हिरासत में लिया है।

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14 दिन से लापता छात्र यश का मिला शव

जांच में यश के साथ पढ़ने वाले दो बच्चों ने बताया की वह रोज बबलू घोसी के साथ बैठता था। जब बबलू घोसी के बारे में इधर-उधर पूछताछ की तब पता चला कि वह किन्नर स्वभाव का है वो पहले महिला का श्रृंगार और उनके वस्त्र धारण कर तंत्र विद्या करता है। पुलिस बबलू घोसी से पूछताछ कर रही है फिलहाल कत्ल की वजहों का पता नहीं चल सका है। परिजनों का आरोप है कि जब भी वह जांच अधिकारी से बात करते थे उसे दौरान कोई उनको संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता था। जो पुलिस का काम था वह पीड़ित पिता पुखराज ने पूरा किया लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी में कोई जांच नहीं की और उनके बेटे का कत्ल कर दिया गया।

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