
दाग़दार उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई पीछे नहीं
स्केच- राजकुमार पूनिया, ग्राफिक्स- प्रिवेश पांडेय
सियासत भी अजब चीज़ है. लोग बातचीत में आपराधिक क़िस्म के लोगों को सियासत से दूर रखने की लाख बातें करते हों, लेकिन जब नेता चुनने की बारी आती है, तो अक्सर अपराधियों और बाहुबलियों को दिल दे बैठते हैं. अगर ऐसा नहीं होता, तो ना तो चुनाव में आपराधिक लोग अपनी क़िस्मत आज़मा रहे होते, ना पार्टियां ऐसे लोगों को टिकट देती.
चौथे चरण में 42 फ़ीसदी उम्मीदवार हैं दाग़ी
अब यूपी विधान सभा चुनाव के चौथे चरण में अपनी क़िस्मत आज़मा रहे नेताओं को ही देखिए. चुनाव लड़ रहे औसतन 42 फ़ीसदी प्रत्याशी आपराधिक क़िस्म के हैं और इस मामले में सभी पार्टियां बराबर हैं। कोई थोड़ा कम और कोई थोड़ा ज़्यादा.
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022
अपराधियों को टिकट देने में कांग्रेस और सपा सबसे आगे
एक अध्ययन के मुताबिक चौथे चरण में सबसे ज़्यादा 53 फ़ीसदी क्रिमिनल कैंडिडेट्स सपा और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के 58 प्रत्याशियों में से 31 पर आपराधिक मामले हैं, जबकि सपा के 57 में से 30 प्रत्याशी क़ानून की नज़र में मुल्ज़िम हैं. इसके बाद बसपा का नंबर आता है, जिसके 44 फ़ीसदी उम्मीदवार दाग़दार हैं. बसपा के 59 प्रत्याशियों में से 26 के ख़िलाफ़ क्रिमिनल केसेज़ हैं. भाजपा 40 फ़ीसदी आपराधिक क़िस्म के उम्मीदवारों के साथ इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है. उसके 57 में से 23 उम्मीदवारों पर मुक़दमे दर्ज हैं. जबकि आम आदमी पार्टी इस मामले में बाकी पार्टियों से कम है. उसके 44 में से 11 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केसेज़ दर्ज हैं यानी उसके 24 फ़ीसदी उम्मीदवार दाग़दार हैं.
करोड़पतियों को चाहिए बस 'सेवा' का एक मौक़ा
ज़ाहिर है.. चुनाव में बाहुबल के साथ-साथ धनबल का भी बड़ा ज़ोर है. चौथे चरण के 621 उम्मीदवारों में से 231 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो करोड़पति हैं. यानी 37 फ़ीसदी करोड़पति उम्मीदवार इस बार आपकी सेवा करने के लिए लालायित हैं. (बाकी आप समझदार हैं) इनमें टॉप थ्री अमीर उम्मीदवारों में लखनऊ पश्चिम से राजीव बक्शी हैं, जिनके पास 56 करोड़ की दौलत है. इसके बाद सीतापुर के सपा प्रत्याशी अनूप कुमार हैं, जिनके पास 52 करोड़ की प्रॉप्रर्टी है. जबकि हरदोई से बसपा प्रत्याशी शोभित कुमार तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जिनके पास 34 करोड़ की संपत्ति है.
अमीर उम्मीदवारों में बीजेपी और सपा 88 और 84 फ़ीसदी करोड़पति उम्मीदवारों के साथ सबसे ऊपर हैं. जबकि बसपा के 75 फ़ीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं. इस मामले में कांग्रेस ज़रा पीछे है. जबकि आम आदमी पार्टी सबसे पीछे. कांग्रेस के 48 फ़ीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं और आम आदमी पार्टी के 36 फ़ीसदी.