Uttar Pradesh News: स्कूल बिल्डिंग से छात्र ने लगाई छलांग, पहले भी की आत्महत्या की बात,12 दिन बाद हुई मौत
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के इंग्राहम स्कूल (Ingraham School) के बच्चे ने दूसरी मंजिल से छलांग लगा (Suicide Case) ली. हादसे के 12 दिन बाद लड़के की मौत हो गई.
ADVERTISEMENT
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) के इंग्राहम स्कूल (Ingraham School) में पढ़ रहे एक बच्चे ने अपनी जान दे दी. बच्चा 8वीं क्साल में पढ़ता था और स्कूल के दूसरे माले की बिल्डिंग से छलांग लगा ली (Suicide Case). जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ के त्रीमूर्ति के रहने वाले संजीव कुमार का बेटा मयंक प्रताप सिंह ने कूद कर जान दे दी. मयंक 8वीं कक्षा में पढ़ता था.
मयंक के पिता संजीव अपने बेटे को सुबह स्कूल छोड़ने गए थे. रोज की तरह स्कूल टीचर ने सबका होमवर्क मांगा लेकिन मयंक का काम पूरा नहीं था. वो क्लास में फोन भी लेकर जाता था और उसका इस्तेमाल भी करता था. इतना ही नहीं,मयंक ने स्कूल में सोशल मीड़िया के लिए रील भी बनाई थी. रील बनाने पर उसे डाट भी पडी और उसे उसकी सजा भी दी गई थी. फिर मयंक की उर्दू की क्लास चल रही थी जब उसने अचानक क्लास से बाहर जाकर छलांग लगा ली.
प्रबंधक ने लगाए पिता पर आरोप
ADVERTISEMENT
स्कूल के दूसरी मंजिल से छलांग लगाने के बाद लोग घबराए हुए है. स्कूल के प्रबंधक का कहना है कि मयंक अपने पिता से डरता है इसलिए उसने ऐसा किया. पिछले कई दिनों से मयंक आत्महत्या की बातें कर रहा था. वहीं मयंक के पिता का आरोप है कि क्लास में मयंक के टीचर और सीनियर उसे परेशान करते थे. मयंक का मजाक उड़ाते थे और बुरा भला बोलते थे. पर सवाल ये भी है कि अगर स्कूल प्रबंधक को ये पता था कि मयंक आत्महत्या की बातें कर रहा था, तो उसे रोका क्यों नहीं गया, उसे समझा कर भी इस हादसे को टाला जा सकता था और मयंक की जान बच सकती थी.
इलाज के दौरान हुई छात्र की मौत
ADVERTISEMENT
छलांग लगाने के 12 दिन तक मयंक को आईसीयू में रखा गया. लेकिल इलाज के 12 दिन बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस ने अपनी मौजुदगी में मयंक का अंतिम संस्कार कराया. मौके पर पुलिस फोर्स भी मौजूद रही क्योंकि मामला बेहद संवेदनशील था. छात्र की मौत के बाद इस मुकदमें में गैर इरादतन हत्या की धारा लगाई गई है. परिवार के लोगों का मानना है कि स्कूल प्रबंधक पर कार्रवाई की जाए. इस मामले में तीन लोगों के नाम शामिल है और अब छात्र की मौत के बाद धाराओं में बदलाव लाया जाएगा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT