7 साल पहले बाइक चोरी, 3 बार बेची गई, चौथी बार में ऐसे खुली पोल, इधर बाइक मालिक को FIR के लिए दौड़ाती रही पुलिस

ADVERTISEMENT

7 साल पहले बाइक चोरी, 3 बार बेची गई, चौथी बार में ऐसे खुली पोल, इधर बाइक मालिक को FIR के लिए दौड़ात...
up crime news
social share
google news

ग्रेटर नोएडा से अरुण त्यागी की रिपोर्ट

UP Greater Noida News : नोएडा में पुलिस लापरवाही का एक ऐसा मामला आया है जिसे सुनकर आप भी सुन कर दंग रह जाएंगे. मामला ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 का जहाँ एक व्यक्ति की मोटरसाइकिल 7 साल पहले चोरी हुई. इन 7 सालो में पीड़ित थाने का चक्कर लगाता रहा लेकिन उसकी एफआईआर रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई. लेकिन चोरों ने उस चोरी की बाइक को 3 बार जरूर बेच दिया. अब चोर उस बाइक को चौथी बार बेच रहे थे. लेकिन एक कबाड़ी को शक हुआ तो बाइक की असली रजिस्ट्रेशन वाले कागज पर लिखे नंबर पर कॉल कर लिया. जिससे बाइक के असली मालिक का पता चल गया. इससे पहले, चोरों ने पीड़ित की चोरी की मोटरसाइकिल को 3 बार फर्जी नोटरी के सहारे बेच दिया था. चौथी बार जिस कबाड़ी से बेचा गया उसके एक फोन कॉल ने इस पूरे मामले की परत खोल दी है.


2014 में खरीदी थी नई बाइक, 2016 में हो गई चोरी

UP Viral News :  जिनकी बाइक चोरी हुई उनका नाम सुशील कुमार है. वो ग्रेटर नोएडा के बीटा 2 इलाके में रहते हैं. और बुटीक सेंटर का संचालन करते हैं. सुशील ने किसी तरह पैसे इकठ्ठा कर 2014 में एक होंडा शाइन मोटरसाइकिल खरीदी  थी. मोटरसाइकिल के दो साल बाद यानी जून 2016 में ही सुशील के घर पर चोरों ने धावा बोल सुशील के मोटरसाइकिल को चुरा कर ले गए. सुशील ने घटना की सूचना तब थाना बीटा 2 पुलिस को दी. पुलिस सुशील को बहुत दिनों तक घुमाती रही लेकिन मामला दर्ज नहीं किया. चोरी के दौरान बाइक की आरसी बाइक की डिकी में थी. इसलिए चोरों ने सुशील के फर्जी दस्तखत के सहारे नोटरी तैयार कर के बाइक का तीन बार सौदा कर दिया. चौथी बार चोर फिर शामली में एक कबाड़ी के पास बेचने गए थे. कबाड़ी ने आरसी पर नंबर देखने के बाद सुशील को कॉल किया जिसके बाद सुशील को पता चला कि उसकी बाइक शामली के कैराना में बिक गयी है. सुशील ने एक बार फिर से सीनियर पुलिस अफसरों को शिकायत दी है जिसके आधार पर बीटा 2 पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए है.
 

कई बार थाने गए, कई बार शिकायत दी, लेकिन नहीं हुई FIR

पीड़ित सुशील ने बताया कि साल 2014 में उसने होंडा शाइन बाइक खरीदी थी. साल 2016 के जून में बाइक उसके घर के सामने से ही चोरी कर ली गई थी. जिसके बाद उसने बीटा 2 थाने जाकर तहरीर दी ,इसके बाद उसको रिसीविंग दे दी गई लेकिन उसको यह नहीं पता था कि अभी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है. क्योंकि उसको मुकदमा दर्ज होने की जानकारी नहीं दी गई. नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में जहां भी बाइक चोरों का गिरोह पकड़ा जाता , वो वह वहां पर जाकर जरूर देखता था. बरामद हुई बाइक में उसकी बाइक तो नहीं है. लेकिन उसकी बाइक नहीं मिली. अब अगस्त 2023 में जाकर उसको शामली के कैराना के एक कबाड़ी का फोन आया और मेरी बाइक के बारे में पूरी जानकारी दी और उसने कबाड़ी ने बताया कि यह बाइक पहले तीन बार बिक चुकी है और अब चौथी बार मेरे पास बिकने आई है । 1 कबाड़ी को थोड़ा शक हुआ तो उसने आरसी पर लिखा मेरा नंबर डायल किया तो मुझे सारी जानकारी दी जिसके बाद पूरी पोल खुल गई. वहीं, मामले की जानकारी देते हुए ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि घटना 7 साल पुरानी है. प्रार्थी के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उनके संज्ञान में यह मामला आया है. इस मामले में पुलिस द्वारा हर संभव मदद की जाएगी.

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜