मां बेटी ने चेरिटी के नाम पर किया Cheat, बीमारी के नाम पर बड़े बड़े सेलेब्रिटीज से लिया चंदा, फिर किया World Tour, मौत ने खोल दी पोल
Fake Brain Tumer: BBC के पॉडकास्ट से ब्रिटेन की एक मां बेटी के फरेब का ऐसा किस्सा उजागर हुआ जिसके झांसे में न सिर्फ बड़े बड़े सेलेब्रिटी आए बल्कि उस वक़्त के ब्रिटेन के पीएम भी नहीं बच सके।
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Fake Brain Tumer: सोशल मीडिया (Social Media) पर अक्सर ऐसे इश्तेहार या वीडियो (Video) आपके सामने भी पड़े होंगे, जिसमें कोई बुरी तरह से बीमार है, और उसके पास इलाज करवाने के पैसे तक नहीं है, और उसका इलाज भी महंगा है, ऐसे में अगर लोग मदद का हाथ बढ़ाएं तो उसका महंगा इलाज आसान हो सकता है और मौत की तरफ बढ़ रहे बीमार की नई जिंदगी मिल सकती है। लेकिन क्या कोई सोच सकता है कि जिंदगी की दुहाई देकर कोई फरेब करके करोड़ों रुपये इकट्ठा करे और फिर उन पैसों से ऐश करे। दूसरों का तो पता नहीं लेकिन ब्रिटेन (Britain) से एक किस्सा सामने आया जिसमें एक मां और बेटी ने कुछ ऐसा ही फरेब का फंडा निकाला था। ये सच बीबीसी (BBC) की एक पॉडकास्ट (Podcast) सीरीज के जरिए सामने आया जो इनवेस्टिगेटर जेमी बार्टलेट की प्रस्तुति है।
लग्जरी लाइफ स्टाइल की लत
ब्रिटेन की एक मां बेटी को लग्जरी लाइफ स्टाइल (Luxury Lifestyle) का चस्का कुछ इस कदर लगा कि उन्होंने पूरी दुनिया से ही फ्रॉड (Conned) कर डाला। उनके इस फरेब पर पर्दा पड़ा भी रह सकता था अगर बेटी की मौत न हुई होती। और जब उनके झूठ का भांडा फूटा तो पूरी दुनिया हैरान रह गई। असल में ब्रिटेन में फर्जी तरीके से लोगों से पैसा वसूल करके उस पैसे से अय्याशी करने और मौज मस्ती करने का ऐसा किस्सा सामने आया जिसे पढ़कर और सुनकर हर कोई सोच में पड़ गया है।
झूठी बीमारी का फैलाया स्वांग
हुआ यूं कि ब्रिटेन में एक मां बेटी ने अपनी बीमारी की झूठी खबर कुछ इस तरह फैलाई कि लोग उसे सच मान बैठे। दरअसल मां ने अपनी बेटी के ब्रेन ट्यूमर की बीमारी का जो इश्तेहार निकाला उसे देखकर हर किसी का दिल पसीज उठा, क्योंकि उस इश्तेहार के मुताबिक बेटी चंद रोज की मेहमान थी। लिहाजा इश्तेहार में इलाज करवाने के लिए फंड देने की अपील की गई थी जिस पर ताबड़तोड़ तरीके से मां बेटी की मदद करने के लिए लोगों ने लिए लोगों ने जेब और दिल खोलकर मदद करने की होड़ लग गई। इश्तेहार के मुताबिक बीमार बेटी का इलाज अमेरिका में ही हो सकता था और जिसके लिए करोड़ों रुपये की दरकार थी। इस इश्तेहार को देखते ही लोगों ने अपने जेब के मुंह खोल दिए और मां बेटी की तिजोरी भर दी।
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ब्रिटेन भर में चली फंडिंग की मुहिम
देखते ही देखते करोड़ों रुपये की फंडिंग हो गई। मां और बेटी ने इसी तरह मदद की कई बार अपील की। कभी अस्पताल के ICU में होने का दावा किया गया तो कभी वेंटिलेटर चले जाने की तस्वीरों को वायरल करवाया गया। उन तस्वीरों को देखकर कुछ लोग इंसानियत के नाते आगे आए और फिर उस 16 साल की लड़की के लिए पूरे ब्रिटेन से फंडिंग करने की मुहिम चलाई गई। यहां तक कि इस इश्तेहार और फिर उसके बाद चली मुहिम का असर ये हुआ कि इंग्लैंड के अनगिनत सेलिब्रिटी भी मदद का हाथ बढ़ाते हुए आगे आ गए।
400000 पाउंड की रकम हुई इकट्ठा
इनमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भी शामिल थे। दोनों की मदद के लिए मीडिया में भी मुहिम चल निकली और देखते ही देखते मां बेटी के पास करोड़ों रुपये का फंड जमा हो गया। एक अनुमान के मुताबिक 400000 पाउंड यानी भारतीय रुपयों में ये रकम करीब 41313158.96 रुपये बैठती है। और शोहरत मिली वो अलग। ये सिलसिला टुकड़ों टुकड़ों में कई बार चला और हर बार दोनों को बेहिसाब रकम मिली।
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अय्याशी के चक्कर में हुई दूसरी बीमारी
मगर हैरानी की बात ये है कि उस लड़की को कभी ब्रेन ट्यूमर था ही नहीं। बल्कि इलाज के नाम पर क्राउंड फंडिंग के तौर पर उनके पास जो रकम इकट्ठा हुई उसे दोनों ने अपनी अय्याशियों में खर्च करना शुरू कर दिया। दोनों मां बेटी इलाज के नाम पर अमेरिका के डिज्नीलैंड जैसी मौज मस्ती की जगहों पर घूमते और लग्जरी होटलों में रुकते थे। उनकी अय्याशियों का आलम ये था कि दोनों प्राइवेट जेट से सफर करते दिखे और दान में मिली रकम से जमकर आलीशान जिंदगी जीने लगे थे। लेकिन लोगों के साथ फरेब का ये किस्सा उस वक़्त तमाम हो गया जब अय्याशी के दौरान लड़की दूसरी बीमारियों की चपेट में आ गई और साल 2018 में मेगन की मौत हो गई। लोगों को लगा कि ब्रेन ट्यूमर से ही लड़की की मौत हुई लेकिन जब डॉक्टरों ने उसकी जांच की तो जो सच सामने आया उसे जानकर पूरी दुनिया के होश फाख्ता हो गए...क्योंकि वो सच मां बेटी के फरेब की सारी पोल खोलकर रख दी।
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चैरिटी ग्रुप के नाम पर चंदे का धंधा
उन दोनों मां बेटी की पहचान ब्रिटेन के मीडिया में 17 साल की मेगन बेहरी और जीन ओ ब्रायन के तौर पर की गई है। और ये दोनों असल में कैंसर और दूसरी बीमारियों से जूझ रहे बच्चों की मदद के लिए एक चैरिटी ग्रुप चलाती थीं जिसका नाम था ‘बिलिव इन मैजिक’ (Believe in Magic)। और इस ग्रुप का प्रचार करते करते उन दोनों ने ये बात फैला रखी थी कि 16 साल की मेगन भी ब्रेन ट्यूमर की मरीज है। इसका असर ये होता कि लोग बढ़ चढ़कर उनकी मदद के लिए आगे आते।
‘वन डायरेक्शन’ बैंड ने की परफॉरमेंस
जीन और मेगन ने जरूरत मंद पीड़ित बच्चों की बीमारी के लिए जो अपील की थी उसका असर कुछ इस कदर हुआ कि ब्रिटेन के मशहूर बैंड ‘वन डायरेक्शन’ ने एक शो परफॉर्म किया था और उस शो से आई करोड़ों की रकम बैंड ने मां बेटी को दान में दे दी।
ब्रिटिश PM डेविड कैमरून भी आए झांसे में
आलम ये हो गया कि मीडिया ने दोनों को गंभीर रूप से बीमार बच्चों की मदद करने वाले फरिश्ते के तौर पर पहचान दे दी। इतना ही नहीं 2015 में उस वक़्त के ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने भी मदद का हाथ बढ़ाया और उनके इस काम के लिए बाकायदा मेगन को सम्मानित भी किया था। मां बेटी यानी जीन और मेगन की शोहरत इस कदर हो गई थी कि उन्हें अब ज्यादातर कार्यक्रमों में बुलाया जाने लगा और दान की रकम दी जाने लगी।
अय्याशियों ने कर दिया बीमार
दान में मिली बेहिसाब दौलत को देखकर मां बेटी यानी जीन और मेगन का दिमाग खराब हो गया और वो दोनों प्राइवेट जेट से अमेरिका जातीं और वहां महंगे और आलीशान रिजॉर्ट में ठहरती। दान के पैसों से आलीशान जिंदगी जीने की आदी हो गई जीन को अंदाजा भी नहीं हुआ कि उनकी 16 साल की बेटी फैटी लीवर जैसी भयंकर बीमारी की चपेट में आ गई और तेजी से उसका वजन बढ़ने लगा। हालांकि मां बेटी अय्याशियों में लगी रहीं और उनका इस बीमारी की तरफ ध्यान भी नहीं गया।
सोशल मीडिया ने खोली मां बेटी की पोल
हालांकि इसी बीच कुछ लोगों ने जीन और मेगन को ऐश करते हुए देखा और उनकी तफरीह करने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हुईं तब लोगों ने मेगन की बीमारी पर शक जाहिर किया। लेकिन इसी बीच मेगन की मौत हो गई। तो वायरल हो रही शक वाली स्टोरीज पर विराम लग गया। लेकिन इन दोनों मां बेटी की तस्वीरों और सोशल मीडिया के साथ साथ मीडिया में फैली उनकी कहानी पर एक महिला जेमी बार्टलेट के दिमाग में शक कुछ इस कदर बैठ गया कि इन दोनों की कहानी में उसे झोल नज़र आया। वो महिला को पक्का यकीन हो गया था कि इन दोनों मां बेटी ने अपनी फरेबी कहानियों से सबको उल्लू बनाया है। तब उसने खुफिया तरीके से मेगन की बीमारी और जीन की सुनाई गई कहानियों की सच्चाई का पता लगाने का इरादा किया। और आखिरकार उस सच तक जा पहुँची जिसे छुपाकर जीन और मेगन ने अपना उल्लू सीधा किया।
बीबीसी की पॉडकॉस्ट सीरीज
खोजबीन में पता चला कि मेगन की मौत ब्रेन ट्यूमर से नहीं हुई बल्कि फैटी लीवर ने उसकी जान ली। और ये बीमारी उसे उसकी आलीशान लाइफस्टाइल और ऊल जुलूल खाने और पीने की वजह से हुई थी। उसी जांच में ये बात भी पता चली कि क्राउड फंडिंग के जरिए मिली रकम का इस्तेमाल जीन और मेगन ने अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए किया और तमाम पैसा ट्रस्ट के एकाउंट से अपने निजी एकाउंट में ट्रांसफर कर लिया था। ये सारा राज खुलने के बाद BBC ने 7 एपिसोड का बाकायदा इन्वेस्टिगेटिव पॉडकास्ट पब्लिश किया था, जिसे सुनकर पूरा ब्रिटेन मां बेटी का फरेब के किस्सों को सुनकर हैरान होता रहता है।
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