Goa Murder Mystery: सूचना की लिखी उन दो लाइनों में छुपी सात संडे की पूरी पहेली
Goa Murder Mystery: करीब सात संडे की ये पहेली अब क्या आने वाले संडे तक सुलझ पाएगी, क्योंकि गोवा पुलिस के पास अब इतना ही वक्त है।
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Goa Murder Mystery: चेकआउट से पहले 22 घंटे तक सूचना जब अपने बेटे की लाश के साथ कमरे में थी, तब उसने तीन चीज़ें की थीं। पहली -- उसने क़त्ल के बाद एक कागज़ पर दो लाइनें लिखी थीं।
"कोर्ट ने जो मेरे पति को मेरे बेटे से मिलने का ऑर्डर पास किया है, वो मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही हूं। मेरा बेटा मेरे पास ही रहेगा।
इसके बाद उसने इन्हीं 22 घंटों के दौरान एक और नोट लिखा। इस बार उसने लिखा
"मैं काफी गिल्टी और फ्रस्टेटेड महसूस कर रही हूं। मैं अपने बेटे से बहुत प्यार करती हूं। लेकिन मैं उसे उसके बाप से मिलते नहीं देख सकती।"
इसके बाद इन्हीं 22 घंटों में एक बार उसने कमरे के अंदर ही कैंची से अपनी कलाई की नसें काट कर मरने की कोशिश भी की थी। लेकिन ये कोशिश अधूरी थी। सूचना के चेकआउट करने के बाद 8 जनवरी की सुबह पुलिस को शक हो चुका था। इसी के बाद कैब ड्राइवर के जरिए सूचना को बेंगलुरु जाने के रास्ते में ही पकड़ने की प्लानिंग की गई।
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कैब ड्राइवर की मदद से पकड़ी गई सूचना
ड्राइवर की मदद से दोपहर करीब 12 बजे के आस-पास कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के आईमंगला पुलिस स्टेशन में सूचना को हिरासत में भी ले लिया गया। चश्मदीद कैब ड्राइवर के मुताबिक जब आईमंगला पुलिस ने सूचना को बैग खोलने के लिए कहा था, तब भी वो बिल्कुल शांत थी। आईमंगला पुलिस सूचना से ही बैग में रखे कपड़े और खिलौने हटाने को कह रही थी। सूचना ने वो कपड़े और खिलौने हटाए भी लेकिन आखिर में जिन कपड़ों के नीचे उसके बेटे की लाश थी, को कपड़े उसने नहीं हटाए। मजबूरन पुलिस को वो कपड़े हटाने पड़े। लाश देख कर पुलिस ने पहला सवाल सूचना से यही पूछा कि ये कौन है। जवाब ने सूचना ने कहा, ये मेरा बेटा है। चेहरे पर तब भी उसके कोई शिकन नहीं थी।
15 मिनट की वो पति से मुलाकात
गोवा पुलिस के मुताबिक शुरुआत से ही पूछताछ में सूचना इस बात से इनकार कर रही है कि उसने अपने बेटे का कत्ल किया है। उसका कहना है कि रात बेटे के साथ सोई, सुबह उठी तो बेटा मर चुका था। इतना ही नहीं शनिवार को पहली बार सूचना और वेंकटरमन की कलंगुट पुलिस स्टेशन में पुलिस की मौजूदगी में आमने-सामने मुलाकात कराई गई। 15 मिनट की इस मुलाकात के दौरान वेंकटरमन ने सूचना से पहला सवाल ही यही पूछा -- कि तुमने हमारे बेटे को क्यों मारा? तब भी सूचना का जवाब यही था कि उसने ऐसा नहीं किया। यानी सूचना ने वेंकटरमन को भी वही जवाब दिया, जो अब तक वो पुलिस से कहती आ रही है। 15 मिनट की इस मुलाकात के दौरान भी सूचना वेंकटरमन से झगड़ती रही। उसने कहा कि इस सबके लिए तुम जिम्मेदार हो।
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मेरा बेटा मेरे साथ ही रहेगा
लेकिन गोवा पुलिस जब भी उससे बेटे की लाश को बैग में रखने और बेंगलुरु ले जाने की वजह पूछती, तो वो सिर्फ एक ही जवाब देती। मेरा बेटा मेरे साथ ही रहेगा। सूचना के इसी जवाब ने पिछले छह दिनों से गोवा पुलिस को परेशान कर रखा है। गोवा पुलिस के सूत्र इस बात से इनकार नहीं कर रहे कि सूचना अपने बेटे की लाश को बेंगलुरु ले जा कर अपने घर में ही अपने साथ रखती। पर गोवा पुलिस रिकॉर्ड पर ऐसा कुछ नहीं कहना चाहती। वजह भी बहुत साफ है। अगर ऐसी बातों से सूचना की दिमागी हालत को लेकर सवाल उठेंगे, तो अदालत में उसे इसका कानूनी फायदा मिल सकता है। इसीलिए इससे बचते हुए गोवा पुलिस ने ये तय किया है कि अब सूचना से पूछताछ किसी मनोचिकित्सक की मौजूदगी में ही गोवा पुलिस करेगी।
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बड़ी मुश्किल से क्राइम सीन को रीक्रिएट किए
इस बीच काफी समझाने के बाद सूचना उसी होटल के उसी कमरे में पूरी क्राइम सीन को रिक्रिएट करने के लिए बड़ी मुश्किल से तैयार हुई। गोवा पुलिस 12 जनवरी यानी शुक्रवार को सूचना को लेकर इसी द सोल बनयान ग्रैंडे होटल में पहुंची और पूरे सीन को रिक्रिएट किया। इस बीच वेंकटरमन के वकील ने बताया कि वेंकटरमन अपने बेटे पर मरता था। वो उसकी जान था। यहां तक कि 2019 तक दोनों पति-पत्नी भी एक दूसरे के साथ बेहद खुश थे। इन दोनों की मुलाकात 2008 में हुई थी। फिर 2010 में दोनों ने कोलकाता में दोनों परिवार की मौजूदगी में शादी की थी। लेकिन अब उस वेंकटरमन को जो अपने बेटे पर मरता था, उसी बेटे के लिए जीना होगा।
गोवा पुलिस के पास अब बस इतना समय
फिलहाल गोवा पुलिस के पास अब गिने हुए दिन और हैं। इन पांच दिनों में उसे कत्ल और लाश के सफर की पूरी पहेली को सबूतों के साथ सुलझाना है। इस हफ्ते के आखिर तक सूचना की दूसरी पुलिस रिमांड पर भी खत्म हो जाएगी। उसके बाद फिर से संडे आएगा। तो क्या उस संडे से पहले गुजरे सात संडे की पूरी पहेली गोवा पुलिस सुलझा पाएगी?
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