पॉर्न- देखते सब हैं, बताता कोई नहीं।
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इंटरनेट पर मौजूद पोर्नोग्राफी को लेकर बहुत सारे आंकड़े जुटाए गए हैं जिनमें कहा गया है कि इंटरनेट पर हर सेकंड कम से कम 28,258 यूजर्स पोर्नोग्राफी देख रहे होते हैं। साथ ही नेट पर पोर्नोग्राफी का कारोबार कितना बड़ा है, इस बात का अंदाजा ऐसे लगाईये कि दुनिया भर में लोग नेट पर पोर्नोग्राफी देखने के लिए हर सेकंड पर 3075.64 डॉलर खर्च करते हैं।
इसी तरह सर्च इंजनों पर हर सेकंड में कम से 372 लोग 'एडल्ट' शब्द टाइप करते हैं और इसके टाइप करते ही आपका एडल्ट पोर्न साइट्स से कनेक्शन जुड़ जाता है। साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्स्ट के एनालिसिस के मुताबिक schoolgirls, teens और desi girls जैसे टॉप सर्च कीवर्ड्स हैं। देश में 35-40 फीदसी कंटेंट रोजाना डाउनलोड किया जाता है, जो हजारों टेराबाइट्स में होगी।
चार करोड़ अमेरिकी लोग रोज़ाना पोर्न साइट्स विजिट करते हैं। इंटरनेट से जितना डेटा या कंटेंट डाउनलोड्स किया जाता है, उसमें से कम से कम 35 फीसद पोर्नोग्राफी से जुड़ा होता है। सभी सर्च इंजनों पर जो जानकारी चाही जाती है, उसमें से 25 फीसदी पोर्नोग्राफी से जुड़ी होती है। हर रोज़ करीब 6 करोड़ 80 लाख सर्च से जुड़े सवाल पोर्नोग्राफी से संबंधित होते हैं।
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औरतें भी शरीफ़ नहीं
पॉर्न देखने वालों में से एक तिहाई महिलाएं होती हैं। सर्च इंजनों पर हर रोज़ 1.16 लाख सवाल चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े होते हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले 34 फीसदी यूजर्स का पोर्नोग्राफिक कंटेट से विज्ञापनों, पॉप अप विज्ञापनों, मिसडाइरेक्टेड लिंक्स या इमेल्स के जरिए सामना होता है। हर रोज़ भेजी जाने वाली 2.5 बिलियन ईमेल्स में पोर्न होता है। अमेरिका में हर 39 मिनट पर एक नया पोर्नोग्राफी वीडियो पैदा हो जाता है। इस वजह से करीब दो लाख अमेरिकी पोर्न एडिक्ट्स हैं।
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Pron hub की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में पॉर्न वेबसाइट पर एक विजिटर एवरेज 10 मिनट 13 सेकंड देता है, भारत में ये एवरेज 8 मिनट 23 सेकंड है। यानी भारत में एक व्यक्ति एवरेज 8 मिनट 23 सेंकड तक पॉर्न साइट पर रहता है, सबसे ज्यादा 39% ट्रैफिक दिल्ली से है। यानी यहां के लोग सबसे ज्यादा पॉर्न देखते हैं, दिल्ली के लोगों का पॉर्न देखने का एवरेज 9 मिनट 29 सेकंड है।
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दुनियाभर की पॉर्न इंडस्ट्री करीब 100 बिलियन डॉलर से कहीं ज्यादा की है। इसका लगभग 10% अकेले अमेरिका से आता है। भारत में कोई पॉर्न इंडस्ट्री नहीं है, इसके बावजूद भी यहां पॉर्न देखने वालों की तादाद इतनी ज्यादा है कि यूएस और यूके के बाद भारत तीसरे नंबर पर है।
जैसे-जैसे देश में स्मार्टफोन की पैठ बढ़ रही है वैसे वैसे पोर्न देखने वालों की तादाद भी बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 89% लोगों ने मोबाइल डिवाइस के जरिए से पोर्न फिल्में देखीं। अडल्ट एंटरटेनमेंट साइट पॉर्नहब के मुताबिक दुनिया में 4 में से 3 लोग मोबाइल पर पोर्न देखते हैं इसका मतलब साफ़ हैं की लोग डेस्कटॉप, लैपटॉप या CDs पर पोर्न देखना बिलकुल कम कर दिया हैं। साल 2013 तक पॉर्न के कुल ट्रैफिक में मोबाइल ट्रैफिक की हिस्सेदारी सिर्फ 40 पर्सेंट थी। मोबाइल पर पोर्न देखने में इज़ाफा तब से हुआ जब से डेटा सस्ता हुआ।
दुनिया भर में भारत में प्रति स्मार्टफोन डेटा खपत सबसे ज्यादा है। यहां एक स्मार्टफोन पर औसतन 9.8 जीबी डेटा प्रति माह खर्च हो रहा है। ये 2024 तक करीब दोगुना होकर 18जीबी हो जाएगा। देश में चल रहे डिजिटल ट्रांसफर्मेशन के चलते उम्मीद है कि 2021 तक भारत का कुल इंटरनेट यूजर बेस बढ़कर 829 मिलियन हो जाएगा।
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