CBI अफसर बनकर आए थे, अगवा किया, मारा पीटा और फिर डॉलर लूटे, पर ऐसे आ गए पुलिस के चंगुल में
Mumbai Crime: मुंबई के खेरवाड़ी पुलिस ने तीन ऐसे बदमाशों को दबोचा है जिन लोगों ने CBI अफसर बनकर पहले तो एक आदमी को अगवा किया, उसे मारा पीटा और उससे सारा कैश लूट लिया जिसमें विदेशी मुद्रा भी थी।
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Mumbai Crime: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के हाथ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब उसने तीन शातिर बदमाशों को दबोच लिया। खुलासा है कि पकड़े गए तीनों शातिरों ने सेंट्रल ब्यूर ऑफ इनवेस्टिगेशन यानी CBI के अफसर बनकर एक शख्स को पहले अगवा (Abducting) किया...उसके साथ मार पीट की और फिर उसे लूट लिया।
लेकिन मुंबई पुलिस को मिली ये कामयाबी असल में उस मुखबिरी की वजह से थी जिसमें इन शातिरों के एक साथी ने बदमाशों की पूरी साज़िश का खुलासा पुलिस के सामने कर दिया था। पुलिस ने उस शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया है।
ये मामला महाराष्ट्र के खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन का बताया जा रहा है। पुलिस ने 49 साल के आलिम पटेल, 50 साल के जावेद काज़ी और 41 साल के इमरान खतरी को गिरफ्तार किया है जबकि मोहम्मद रिहान ने अपने साथियों की इस साज़िश के बारे में पुलिस को इत्तेला दी थी, वो भी इस वक़्त कानून के शिकंजे में है।
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पुलिस के मुताबिक मोहम्मद रिहान भी बदमाशों की इस साज़िश में शामिल था लेकिन बाद में वो किसी वजह से इस अपराध से हट गया था और पुलिस को इसके बारे में सूचना दे दी।
Crime News From Mumbai: बकौल पुलिस इस पूरी साज़िश का मास्टरमाइंड वासिफ जब्बार अली है जो पुलिस की पकड़ से दूर है। लिहाजा पुलिस ने उसे दबोचने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जब्बार अली इस वक़्त दुबई में छुपा हो सकता है।
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असल में इस मामले में पुलिस ने जिस मोहम्मद रिहान को पकड़ा है वो असल में उस रोज दुबई भागने की फिराक में था और मोहम्मद इमरान सैय्यद, मोहिउद्दीन एजाज़ और मोहम्मद दियार के साथ एयरपोर्ट जा रहा था। ये तीनों उस वक़्त एयरपोर्ट जा रहे थे जिस वक़्त तीनों बदमाश एक शख्स को अगवा करके अपने साथ ले जा रहे थे।
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असल में पुलिस को पीड़ित ने बताया कि साउथ मुंबई के भिंडी बज़ार से जब वो टैक्सी से जा रहा था और सी लिंक से होते हुए जैसे ही वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर पहुँचे तो खेरवाड़ी के नज़दीक एक कार उनके पीछे लग गई और उसने काफी दूर तक उसका पीछा किया। इसके बाद उस कार में बैठे एक शख्स ने पुलिस का बेटन दिखाते हुए कार रोकने का इशारा किया। टैक्सी के रुकते ही कार में सवार तीन लोग तेजी से कार की तरफ लपके और उसे बंधक बनाकर अपनी कार में बिठा लिया।
वो खुद को सीबीआई अफसर बता रहे थे। फिर वो लोग उसे गोरेगांव की तरफ ले गए। रास्ते में उन लोगों ने उसके साथ न सिर्फ मार पिटाई की बल्कि उसके पास मौजूद कैश और विदेशी मुद्रा लूट ली। ये रकम करीब 7 लाख रुपये के आस पास बताई जा रही है। इसके बाद उन लोगों ने उसे कार से नीचे फेंक दिया और वहां से भाग गए।
Posing as CBI officers: इस शिकायत के मिलने के बाद पुलिस ने बदमाशों का पकड़ने के लिए ऑपरेशन लॉन्च किया। पुलिस ने उन तमाम इलाक़ों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिन इलाक़ों से होकर वो कार को गोरेगांव तक ले गए थे।
उन सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस उस कार तक तो पहुँच गई जिस कार में बदमाशों ने पीड़ित को अगवा किया था। लेकिन उनका कहीं कोई अता पता नहीं मिल रहा था। तभी अचानक पुलिस के पास मोहम्मद रिहान पहुँच गया और उसने बदमाशों की सारी पोल पट्टी खोलकर रख दी ।
पुलिस का कहना है कि इन बदमाशों की मॉडस ऑपरेंडी को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि इन लोगों ने अतीत में भी ऐसी वारदात अंजाम दी होंगी। हालांकि इस मामले की शिकायतें तो नहीं मिली हैं लेकिन उन सभी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
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