MP रामनवमी हिंसा: खरगोन में कर्फ्यू के बीच अब तक 95 लोग गिरफ्तार, कर्फ्यू में मिली ये छूट

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MP Khargone News : मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा मामले में अब तक कुल 95 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. घटना की रिपोर्ट के अनुसार, 4 वाहन और एक गैरेज में आग लगाई गई थी.

PTI की रिपोर्ट के अनुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चौरसिया ने बताया कि खरगोन में रविवार शाम से कर्फ्यू है. उसके बाद भी कुछ असामाजिक तत्वों ने सोमवार रात शहर के मैकेनिक नगर इलाके में तीन बसों, एक कार और एक गैरेज में आग लगा दी। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने मंगलवार को बताया कि रामनवमी का जुलूस रविवार को तालाब चौक इलाके से शुरु हुआ जिसमें डीजे सिस्टम से धार्मिक गीत बजाए जा रहे थे। चश्मदीद का कहना है कि जुलूस जब एक मस्जिद के पास से गुजरा तो जुलूस पर पथराव किया गया जिसके परिणामस्वरुप हिंसा भड़क गयी।

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एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि जुलूस निर्धारित समय से देरी से शुरु हुआ और जब वह एक मस्जिद के सामने से गुजर रहा था तब नमाज अदा करने का था। उन्होंने कहा कि किसी ने जुलूस पर पथराव कर दिया और बाद में स्थिति हिंसक हो गई।

इंदौर रेंज के महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने कहा, ‘‘ यह जांच का विषय है कि हिंसा कैसे शुरु हुई और पहले पत्थर कहां से फेंका गया। स्थिति सामान्य होने पर ही यह पता चल सकेगा। हम लोगों को इसके बारे में बताएंगे।’’

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उन्होंने कहा कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 95 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। खरगोन जिलाधिकारी अनुग्रह पी ने कहा, ‘‘ शहर में कर्फ्यू जारी है। लोगों को केवल अत्यावश्यक चिकित्सा जरूरतों के लिए छूट दी गई है। ”

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उन्होंने कहा कि कर्फ्यू के मद्देनजर खरगोन में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि दंगाइयों ने अब तक कम से कम 20 घरों और आधा दर्जन से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल सभी लोगों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रशासन ने पथराव में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। प्रशासन के अनुसार उनसे पूछताछ की जा रही है और दुकानों और घरों सहित उनकी अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने खरगोन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी से भी बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। चौधरी को रविवार को हिंसा में गोली लगी थी। चौधरी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “जब मुझे आगजनी की सूचना मिली और मैं संजय नगर इलाके में पहुंचा तो तलवार लिए एक युवक मेरी तरफ दौड़ा। जब मैंने उसका पीछा किया और उससे तलवार छीनने की कोशिश की, तो मेरे अंगूठे में चोट लग गई।'

उन्होंने कहा, 'जब मैंने फिर उसका पीछा किया, तो युवक के एक साथी ने मुझ पर गोली चला दी, जिससे मेरा बायां पैर घायल हो गया। गोली दूसरी तरफ से पांव की पिंडली को पार कर गई। मुझे सर्जरी की आवश्यकता नहीं है और मैं घर पर स्वस्थ हो रहा हूं।’’

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